RE: Desi Sex Kahani कश्मीर की कली
अंकल बोले.... तूबा बेटी दाँत नही दाँत नही.... में हैरान हो गयी, यह केसा इंसान है... मेरा मूँह अपने मोटे लंड से चोद रहा है और मुझे बेटी भी कह रहा है. में फिर से अपने झड़ने के मज़े में यह सब भूल कर पूरे जोश से अंकल का लंडदाँत मारे बाघैर चूसने लगी और नीचे से अपनी चूत अंकल के हाथ की तरफ तेज़ी से पुश करने लगी..... और फिर में झड़ने लगी.... मुझे झड़ने का ऐसा मज़ा पहले कभी नही आया था.... मेरे जिस्म को झटके लग रहे थे .... मुझे इस तरहा झड़ते देख कर अंकल भी झड़ने लगे.... मुझे ऐक दम ऐसा लगा जेसे अंकल ने मेरे मूँह के अंदर पिशाब कर दिया हो.... मेने ऐक दम अंकल का लंड मूँह से निकाल दिया मगर अंकल की कम की फर्स्ट पिचकारी सीधी मेरे हलक़ में गयी थी जिसको पीने के इलावा मेरे पास और कोई रास्ता ना था... मेने जब अंकल का लंड मूँह से निकाल दिया तो अंकल ने अपने हाथ से अपनी मूठ मारना शुरू कर दी और उनके लंड से वाइट और गाढ़ी, थिक कम की पिचकारियाँ निकल कर मेरे फेस, मेरे हेर और मेरी कमीज़ पर गिरती रही.... अंकल ने फारिघ् हो कर मेरी कमीज़ से अपना लंड साफ किया और तेज़ी से अपनी शलवार पहन ली और बोले.... इस बात का अगर किसी को पता चला तो यह समझ लो तुम से सारी लाइफ कोई शादी नही करे गा.... यह बस हम दोनो का सीक्रेट रहना चाहिये और हां... अंकल ने मेरी चूत में थोरी सी फिंगर डाली और बोले.... नेक्स्ट टाइम जो आज तुम्हारे मूँह में था यहाँ इस जगह होगा....तुम बोहत सेक्सी हो, आइ लव यू.... इस को सीक्रेट रखना...फिर उन्हों नई मेरे लिप्स पर ऐक किस की और तेज़ी से घर से निकल कर चले गये.... में इसके बाद थोरी देर तक पिछले फ्यू मिनिट्स के बारे में सोचती रही फिर जल्दी से उठ कर में ने अपना हुल्या ठीक किया, दूसरे कपड़े पहने .... मेने यह बात किसी को नही बताई मगर उस दिन के बाद मेने अंकल की हज़ार कोशिश के बावजूद कोई ऐसा मोका ना आने दिया के अंकल मेरी चूत मार सकते...
दोस्तो कहानी थोड़ी लंबी है इसलिए मैने इस कहानी को 9 भाग मे लिखा है कहानी आपको कैसी लगी ज़रूर बताना आपका दोस्त राज शर्मा क्रमशः..............
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