RE: Desi Sex Kahani कश्मीर की कली
ऐक दिन अम्मी मुहल्ले में कही गयी हुई थी में घर पर अकेली थी और अपने रूम में इंटरनेट पर सेक्स मूवी देख रही थी... में चेर पर शलवार उतार कर बैठी थी. मैने नीचे अडरवेर भी नही पहना था और मूवी देखते हुए धीरे धीरे अपनी चूत से खैल रही थी.... मेरे दिमाग़ में यही था के घर का डोर लॉक है और कोई भी घर में नही आ सकता बगैर डोर बेल के... मगर इसको मेरी बाद-क़िस्मती कहें या कुछ और के ऐसा नही था... मूवी में पिछले 20 मिनिट्स से ऐक मरद अपने बोहत बड़े लंड से ऐक मेरे जेसी स्लिम और सेक्शी लड़की को बोहत बे-दरदी से चोद रहा था और अब अपना पानी निकालने ही वाला था.... में जब भी सेक्स मूवीस देख कर मास्टरबेशन करती तो में कुछ ऐसै खुद को टाइम करती के जब मरद अपनी कम निकालता तो ठीक उसी वक़्त में भी तेज तेज अपनी चूत का दाना रगड़ कर झाड़ जाती...
और इस मूवी में अब वो टाइम आने ही वाला था.... मेरी फिंगर्स तेज़ी से मेरी चूत का मसाज कर रही थी और मैं झड़ने के करीब ही थी के... अचानक मुझे फील हुआ के कोई मेरे पीछे खड़ा है... मेने घबरा कर पीछे देखा तो ज़फ़र अंकल पीछे खड़े थे और अपनी शलवार के ऊपेर से ही अपना लंड मसल रहे थे. शलवार को देख कर मुझे अंदाज़ा हो गया के अंकल का लंड पूरी तैयारी से खड़ा है.... शायद वो बोहत देर से मुझे देख रहे थे.... मेरी तो जान ही निकल गयी, मेरा रंग शरम और डर से सफैद हो गया और शायद में बेहोश हो जाती मगर ज़फ़र अंकल ने कोई बात करे बगैर आगे झुक कर मेरे लिप्स पर अपने लिप्स रख दिये और उनको चूसने लगे और अपने हाथ से मेरी चुचि का दाना मसलने लगे....
वो तेज़ी से मेरी चुचि रग़ाद रहे थे.... मेने अपना मूँह दूसरी तरफ कर के उनसे रोते हुए कहा....ज़फ़र अंकल.... यह क्या कर रहे हैं.... में आपकी बेटी हूँ.... प्ल्ज़ ऐसा ना करें...मगर ज़फ़र अंकल को मेरी कोई बात, मेरी कोई फर्याद सुनाई ना दी और वो और भी तेज़ी से मेरी चुचि का दाना मसलने लगे.. मेरा दिल करा के में उनको धक्का दूँ और जल्दी से बाहर भाग जाऊं मगर....... यह फर्स्ट टाइम था के किसी मरद का हाथ मेरी चुचि से टच हुआ था.... मेरा जिस्म ऐक अजीब से मज़े से बिल्कुल फ़्रीज़ हो चुका था.... में उनको चाहते हुए भी धक्का दे कर ना भाग सकी... और फ्यू सेकेंड्स के बाद ही मेने नीचे से अपनी छाती उनके हॅंड की तरफ पुश करना शुरू कर दी....
ज़फ़र अंकल ने ना जाने कब दूसरे हाथ से अपनी शलवार का अज़रबंद खोल कर अपनी शलवार उतार दी और मेरा सीधा हाथ पकड़ कर अपना स्टील की रोड जेसा सख़्त लंड मेरे हाथ में पकड़ा दिया.... और मेरे हाथ से अपने लंड की मास्टरबेशन शुरू कर दी... यह सब कुछ इतना अचानक हुआ के मुझे कुछ भी सोचने का मोका नही मिला और फिर अंकल ऐक एक्सपीरियेन्स्ड मरद थे वो अपने हाथ से बोहत ही एक्सपर्ट की तरहा मेरी चूत मसल रहे थे... में जब झाड़ने के बिल्कुल करीब हो जाती तो वो मेरी चूत पर हाथ का प्रेशर कम कर देते और उसकी पोज़िशन चेंज कर लेते.... वो मुझे तडपा रहे थे.... मेंझड़ने के लिये तड़प रही थी मगर वो मुझे झड़ने नही दे रहे थे....
वो मेरे कान में बोले जब तक मेरा पानी नही निकलता में तुम को भी नही झड़ने दूँगा.... यह कह कर उन्हों ने मुझे बालों से पकड़ कर ऊपेर की तरफ खींचा जिस से मेरा मूँह खुल गया... और इस से पहले के में कुछ समझती अंकल ने अपना लंड मेरे मूँह में घुस्सा कर धीरे धीरे धक्के मार कर मेरा मूँह चोदना शुरू कर दिया.... मेने यह सब बोहत दफ़ा इंटरनेट पर देखा था और मुझे देखने में बोहत सेक्सी लगता था मगर इस वक़्त जब के मेरे मूँह में ऐक मरद का लंड था, मुझे बोहात घिंन आ रही थी... मुझे लगा में उल्टी कर दूँगी... अंकल बोले इसको अछी तरहा चूसो.... मेरा पानी निकलने ही वाला है....अंकल की फिंगर से तेज़ी से मेरी चूत मसलना शुरू हो गयी.... में मज़े से बिल्कुल पागल हो चुकी थी.... मेने भी तेज़ी से अंकल का लंड लॉली पोप की तरहा चूसना शुरू कर दिया.....
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