RE: College Sex Stories गर्ल्स स्कूल
गर्ल्स स्कूल--10
होली का दिन था... चारों और गुलाल ही गुलाल .... सिर्फ़ दिशा और वाणी के रंग उड़े हुए थे... दिशा के तो जैसे हाथ पैर ही काम नही कर रहे थे.... वह अब भी शमशेर को माफ़ करने को तैयार थी... पर कम से कम शमशेर उससे बात तो करे... आइन्दा ऐसा ना करने का वादा तो करे... पर शमशेर ने तो उससे बात तक करनी छ्चोड़ दी... उस्स दिन के बाद! ये बात दिशा और वाणी को और परेशान कर रही थी.
"अरे क्या हो गया तुझे बेटी? त्योहार के दिन कैसी शकल बना रखी है... चल उठ नहा धो ले!" मामी ने कहा!
दिशा ऐसे ही पड़ी रही... हिली तक नही...
मामी: वाणी! क्या है ये ... देख मैं तेरे सर को बता दूँगी
दिशा सुनते ही बिलख पड़ी," बता दो जिसको बताना है मामी... मुझसे नही. चला जाता.. ना मुझे अब पढ़ना है... और ना ही कुच्छ करना है!"
मामी: अच्च्छा! वाणी जा बुलाकर तो ला तेरे सर को!
वाणी नही उठी...
मामी: ठहर जा! तुम दोनों शैतान हो गयी हो! मैं बुलाकर लाती हूँ"
मामा: रुक जा; मैं ही लाता हूँ बुलाकर; मुझे सरपंच की लड़की के बारे में उससे बात भी करनी है!
दिशा के कान खड़े हो गये," क्या बात करनी है... मामा?"
मामा: अरे वो सरपंच आया था मेरे पास... कह रहा था... उसकी लड़की सरिता का रिश्ता ले लें तो तुम्हारे सर... बहुत बड़े ओफीसर के बेटे हैं... कह रहे तहे.. घर भर देंगे इनका...
दिशा विचलित सी हो गयी," कहीं शमशेर सरिता से तो प्यार नही करता..."
रूको! मैं बुलाकर लाती हूँ! दिशा उपर भाग गयी... पीच्चे पीच्चे वाणी!
दिशा ने तरारे के साथ दरवाजा खोला," तुम... तुम जब सरिता से प्यार करते हो तो मेरे साथ ऐसा क्यूँ किया... बोलो... बोलो... तुम्हे बोलना पड़ेगा!
शमशेर कुच्छ ना बोला... दिशा तड़प उठी," सरिता का रिश्ता आया है तुम्हारे लिए... कर लेना शादी... घर भर देंगे तुम्हारा... जाओ कर लो शादी..." वो रोने लगी...
वाणी: सर, आपको मामा बुला रहे हैं
शमशेर ने दिशा और वाणी का हाथ पकड़ा और नीचे चला गया.... दिशा ने हाथ च्छुदाने की कोशिश करी पर ना च्छुटा सकी...!
नीचे जाकर उसने मामा से पूचछा," क्या बात है मामा जी?
मामा: अरे वो सरपंच आया था.....
..........दहेज बहुत ज़्यादा देंगे.. अच्च्छा रिश्ता है बेटा ... आगे तुम जो कहोगे मैं बता दूँगा....
शमशेर: मैं..... दिशा से शादी करूँगा मामा जी... आप चाहे या ना चाहे ... दिशा से...
मामा ने दिशा की और देखा; उसके चेहरे के रंग वापस आ गये थे... वो एकटक प्यार से शमशेर को देखे जा रही थी...
मामा: हमारी दिशा के तो भाग खुल जाएँगे बेटा...
दिशा शर्मकार अंदर भाग गयी ... और वाणी भी; शर्मकार नही... अपनी दीदी के चेहरे की खुशी मापने...
शमशेर के चेहरे पर जहाँ भर की रौनक़ आ गयी... उसका वनवास पूरा हुआ..!
उस्स दिन सबने जमकर होली खेली...
कुच्छ दिन बाद शमसेर ने अपना ट्रान्स्फर बॉय'ज स्कूल में करा लिया... और अपनी जगह एक और आशिक़ को वहाँ भेज दिया... उससे भी ज़्यादा ठरकी....
दिशा शमशेर के साथ शहर चली गयी.... पढ़ने भी और खेलने भी... अपने शमशेर के साथ...
वाणी को भी वो साथ ही ले गये... खिलाने नही... पढ़ाने...
वाणी समझ चुकी थी... इश्को खेल नही इश्क़ कहते हैं और ये इश्क़ आसान नही होता. ... और ये भी की अच्च्चे ख़ान दानो में ये.... एक के साथ ही होता है.......
शमशेर कभी समझ ही नही पाया की इतने पाप करने के बाद भी भगवान ने ये हीरा उसको कईसे दे दिया...... शायद उसके एक बार किए हुए सच्चे प्यार के लिए...
शमशेर की लाइफ में फिर से प्यार आ गया .. और उसने सेक्स सेक्स और सेक्स की थेओरी छ्चोड़ दी...
टफ अब भी गाँव में आता है... पता नही उसको कौन सुधारेगी!
नये मास्टर जी के किससे अगले पार्ट से.. वैसे बता दूं वो शादी शुदा है....कहानी अभी ख़तम नहीं हुई है उनका राज है
वो भी बड़े मस्त किस्म के बंदे हैं हर समय सेक्स का कीड़ा उनके दिमाग़ मॅ घुसा रहता है बहुत ही रंगीन किस्म के है
उनके सेक्शी चुटकुले बहुत अच्छे है तो पेश है उनके कुछ सेक्सी चुटकले
एक व्यक्ति एक बार में जाता है और देखता है कि एक आदमी एक नेवले जैसे जानवर के साथ बैठा है।
और ऐसा प्रतीत हो रहा था कि वह उसे बङे प्यार से स्ट्रोक लगा रहा था। पहले व्यक्ति ने प्रश्न किया, "तुम उस जानवर में झटके क्यों मार रहे हो?"
उसने उत्तर दिया, "मेरे दोस्त, यह जानवर दुनिया में सबसे अधिक मज़ा देनेवाल जीव है।"
"बकवास, ऐसा किसी भी सूरत में नहीं हो सकता।"
"जाओ आप ही पता कर लो।"
अतः पहला व्यक्ति उसे लेकर बाथरूम में जाता है। कुछ मिनटों के बाद वहाँ बाथरूम से आनन्दमग्न चीखों की आवाजें आतीं हैं। पहला व्यक्ति जानवर को प्यार से झटके देते हुए बाहर आता है, और दूसरे व्यक्ति की ओर देखता है। "मैं तुम्हें इसके लिए 500$ दूँगा, 1000$ नहीं।"
दूसरा व्यक्ति इस बारे में थोङा सोचता है फिर कहता है। "ठीक है, इसके तो हज़ार डॉलर ही लूँगा।"
फिर पहला व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को पैसे अदा करके जानवर को घर ले आता है। वह अपनी पत्नी के सामने उसे एक टेबल पर रखता है और उसे यह कहानी सुनाता है। वह उसे आश्चर्यजनक नज़रों से देखती है, "मैं इस 1000$ के जीव के साथ क्या करूँ?"
"इसे खाना बनाना सिखा दो, और तुम यहाँ से दफा हो जाओ!"
2--
एक युगल हनीमून-बेड पर अपनी शादी का आनन्द लेने के लिए तैयार थे, तभी दुल्हन ने दूल्हे से कहा, "मुझे एक गलती स्वीकार करनी है, मैं कुँवारी नहीं हूँ।"
पति ने उत्तर दिया, "इस युग में और इस उम्र में ऐसा होना कोई बङी बात नहीं है।"
पत्नी ने बात बढ़ाई, "हाँ, मैं एक मर्द के साथ रही हूँ।"
"अच्छा? वह आदमी कौन था?"
"टाईगर वुड्स।"
"कौन गोल्फ वाला वुड्स?"
"हाँ।"
"हाँ वह धनी, मशहूर और हैंडसम है। मैं समझ सकता हूँ कि तुम उसके साथ क्यों सोई होगी।"
पति और पत्नी उसके बाद जमकर प्यार करते हैं। हो जाने के बाद, पति उठता है और टेलीफोन के पास जाता है।
"तुम क्या कर रहे हो?" उसकी पत्नी पूछती है।
पति कहता है, "मुझे भूख लगी है, मैं रूम-सर्विस को कॉल करके कुछ खाने के लिए मँगवाना चाहता हूँ।"
"टाईगर ऐसा कभी नहीं करता!" वह दावा करती है।
"अच्छा? तो टाईगर क्या करता?"
"वह वापस बेड पर आता और दुबारा मेरी चुदाई करता।"
पति फोन रख देता है बिस्तर पर अपनी पत्नी को दुबारा चोदने आता है। हो जाने के बाद वह उठता है और फिर फोन के पास जाता है।
"तुम क्या कर रहे हो?" वह पूछती है।
पति कहता है, "मुझे अभी भी भूख है तो मैं रूम-सर्विस को कॉल करके कुछ खाना मँगवाना चाहता हूँ।"
"टाईगर ऐसा नहीं करता," वह दुबारा दावा करती है।
"अच्छा? तो टाईगर क्या करता?"
"वह वापस बिस्तर पर तीसरी बार के लिए आता।"
आदमी फोन को पटक कर फिर से बिस्तर पर जाता है और पत्नी को तीसरी बार चोदता है। जब चुदाई हो जाती है तो वह थक-हार जाता है। वह किसी तरह घिसट कर फोन के पास पहुँच कर डायल करना शुरू करता है।
पत्नी पूछती है, "क्या तुम रूम-सर्विस को कॉल कर रहे हो?"
"नहीं मैं टाईगर वुड को कॉल करके पता लगाना चाहता हूँ कि इस भोसङे का क्या मूल्य है?"
3--गाली की चिकित्सा!
छोटे जस्टिन को गालियाँ देने की समस्या थी, और उसके पिता इससे उकता चुके थे।
उन्होंने इस बारे में किसी गुरू से पूछने का निर्णय लेते हैं। गुरू बताते हैं, "विपरीत शक्ति का प्रयोग। चूँकि क्रिसमस समीप आ रहा है, तो आप जस्टिन से पूछें कि वह सान्ता से क्या चाहता है। अगर वह अपनी अच्छा-सूची के दौरान गालियाँ देता है, तो आप उसके प्रत्येक उपहार के बदले कुत्ते के मल का एक टुकङा रख दें।"
क्रिसमस के दो दिन पहले, जस्टिन के पिता उससे पूछते हैं कि उसे क्रिसमस के लिए क्या चाहिए। "मैं एक बहनचोद टेड्डी बेयर चाहता हूँ जो साला मेरे साथ लेटे रहे जब मैं उठूँ। और जब मैं नीचे जाऊँ, तो मझे एक साली ट्रेन, उस पेङ लौङे के गिर्द घूमती मिले। और जब मैं बाहर जाऊँ, तो मुझे एक मादरचोद साईकिल, गैरेज भोसङे के पास लेटी मिले।"
क्रिसमस की सुबह, जस्टिन जागता है और उसे उपहारों के बदले कुत्तों के मल मिलते हैं। परेशान होकर वह नीचे जाता है और उसे वहाँ भी यही चीज़ मिलती है। वह बाहर जाता है और ढेर सारा मल गैरेज के पास पाता है, फिर वह अन्दर आ जाता है। उसके पिता मुस्कुराते हैं, और पूछते हैं, "सान्ता इस वर्ष तुम्हारे लिए क्या लेकर आये?"
जस्टिन उत्तर देता है, "मैंने सोचा कि मुझे एक कुत्ता मिला है बहनचोद, परन्तु मैं उस रंडी की औलाद को कहीं भी नहीं ढूँढ़ पा रहा हूँ!"
4--हाथी का लिंग
एक युगल अपने छोटे से बेटे को सर्कस दिखाने ले जाते हैं। जब उसका पिता पॉपकॉर्न खरीदने जाता है, तो बच्चा अपनी माँ से पूछता है, "माँ, हाथी की वह लम्बी सी चीज़ क्या है?"
"वह हाथी की सूँढ़ है, बेटे," वह उत्तर देती है।
"नहीं, मॉम। वो नीचे वाली चीज़।"
उसकी माँ थोङी परेशान होकर कहती है, "ओह, वो तो बस कुछ भी नहीं है।"
पिता वापस आता है और माँ सोडा लाने के लिए चली जाती है। जैसे ही वह जाती है बच्चा वही प्रश्न अपने पिता से दुहराता है।
"वह हाथी की सूँढ़ है बेटे।"
"डैड, मुझे पता है कि हाथी की सूँढ़ क्या होती है। वह नीचे वाली चीज़।"
पिता कहता है, "ओह, वह तो हाथी का लण्ड है।"
"डैड," बच्चा पूछता है, "जब मैंने मॉम से पूछा तो उन्होंने क्यो कहा कि वह तो कुछ भी नहीं है?"
आदमी गहरी साँस लेता है और बताता है, "बेटे, मैंने उस औरत का भोसङा बना डाला है। उसे पता है कि मेरा कैसा है।"
5--बेवकूफ पड़ोसन
एक आदमी अपने घर के आगे के लॉन की छँटाई कर रहा था कि तभी उसकी सेक्सी पङोसन अपने घर से बाहर आती है और सीधा मेल-बॉक्स के पास जाती है। उसे खोलती है फिर धङाम् से बन्द करके तेज़ी से घर के अन्दर चली जाती है। थोङी देर बाद वह फिर बाहर आती है, मेल-बॉक्स के पास जाती है फिर से उसे खोलती है, और दुबारा जोर से बन्द करके गुस्से से भरी हुई घर के अन्दर चली जाती है।
आदमी फिर से घास काटने में जुट जाता है, कि तभी वह फिर बाहर आती है, उसके कदम मेल-बॉक्स तक जाते हैं, उसे खोलती है और फिर अबतक के सबसे ज़ोरदार झटके से बन्द करकी है।
आदमी उसकी हरकतों से परेशान होकर उससे पूछता है, "क्या कुछ गङबङ है?"
उसको वह उत्तर देती है, "हाँ ज़रूर कुछ गङबङ है!"
मेरा बेहूदा कम्प्यूटर बार बार कह रहा है कि "आपका मेल आया है!
5--अय्याश मुर्गा
एक किसान को अपनी मुर्गियों से अंडे चाहिए थे, अतः वह बाज़ार गया और एक मुर्गे की तलाश करने लगा। उसे आशा थी कि उसे एक अच्छा मुर्गा मिल जाएगा - जो उसकी सभी मुर्गियों के साथ सम्भोग कर सके। जब उसने दुकानदार से पूछा, तो उसने उत्तर दिया: "मेरे लिए बस आपके काम लायक ही एक मुर्गा है। हेनरी एक ऐसा चोदू मुर्गा है जैसा आपने कभी नहीं देखेंगे!"
तो किसान उसे लेकर अपने फार्म पर आ गया। उसे मुर्गियों के साथ छोङने से पहले उसे थोङी सलाह दी: "हेनरी," उसने कहा, "मैं तुमपर भरोसा कर रहा हूँ कि तुम तुम्हारा काम अच्छी तरह से करोगे।" और हेनरी बिना कुछ कहे हुए अन्दर चला गया।
हेनरी बहुत तेज और जल्दबाज़ था, वह हर मुर्गी को जकङ कर बिज़ली की तेज़ी से चुदाई कर रहा था। जबतक उसका काम खत्म न हुआ, वहाँ उसने धूल-गर्द और पंखों का तूफान उङा दिया। मगर हेनरी यहीं नहीं रूका।
वह तबेले में गया और हरेक घोङी को एक एक करके उसी रफ्तार से जकङ कर चोद डाला। उसके बाद वह सूअर के बखोर में घुस गया और वही किया। किसान अविश्वास के साथ यह सब देख रहा था, वह चिल्लाया, "रूक जा, हेनरी!! ऐसे में तुम मारे जाओगे!!"
पर हेनरी ने काम चालू रखा, उसने फार्म के हर जानवर को चुन-चुन कर पूरी रफ्तार से चोदा।
फिर, अगली सुबह, किसान ने देखा कि हेनरी लॉन में पङा हुआ है। उसकी टाँगें आकाश की तरफ थीं, आँखें लुढ़क गईं थीं, और उसकी लम्बी जीभ बाहर लटक रही थी। एक चील उसके ऊपर पहले से चक्कर काट रही थी। किसान चलकर हेनरी के पास गया और कहा, "बेचारा, देखो तुमने क्या कर लिया, तुमने खुद को मौत के मुँह में झोंक लिया। मैंने तुम्हें पहले ही चेताया था छोटू।"
"शस्स्स्स्स्स्स्," हेनरी फुसफुसा कर बोला, "चील नज़दीक आ रही है।"
6-मक्खी का लिंग
एक राजा को एक समुराई की ज़रूरत होती है तो वह एक जापानी, एक चीनी, और एक जेविश तलवारबाज़ों को अपने अपने हुनर दिखाने को कहता है।
जापानी समुराई एक माचिस की डिब्बी से एक मक्खी को उङाता है। उसकी तलवार चलती है, और मक्खी दो टुकङों में ज़मीन पर आ गिरती है।
चीनी समुराई डिब्बी में से मक्खी उङाता है। उसकी तलवार दो बार चलती है, और मक्खी चार टुकङों में ज़मीन पर गिरती है।
जेविश समुराई मक्खी उङाता है, उसकी तलवार दो बार चलती है, पर मक्खी भिनभनाते हुए इधर उधर उङती रहती है।
राजा नाखुश सा कहता है, "तुमने मक्खी को नहीं मारा।"
जेविश समुराई उत्तर देता है, "जी हाँ। पर वह अब वह कभी सहवास नहीं कर सकेगा।"
7--लिंग का रंग गुलाबी क्यों ?
एक स्त्री उत्तर-पूर्व पेनस्यलवेलिया आर्ट गैलरी में एक उत्कृष्ट पेन्टिंग को घूर रही है जिसका शीर्षक है 'लंच के लिए घर।' इसमें तीन काले व्यक्तियों को एक पार्क के बेंच पर बैठे हुए दर्शाया गया है जिनके लिंग दिख रहे हैं। पर तीनों में जहाँ दो व्यक्तियों के लिंग काले हैं, वहीं मध्य वाले का लिंग गुलाबी रंग का है।
"क्षमा करें," स्त्री प्रदर्शनी के निरीक्षक से कहती है। "मैं इस अफ्रीकन-अमेरिकन लोगों वाली इस पेन्टिंग के बारे में उत्सुक हूँ। बीच वाले आदमी का लिंग गुलाबी क्यों है?"
"मुझे लगता है कि आपने पेन्टिंग का अन्यथा मतलब निकाल लिया है," निरीक्षक कहता है। "ये लोग अफ्रीकन-अमेरिकन नहीं हैं; ये कोयले की खदान में कार्य करनेवाले मज़दूर हैं, और बीच वाला आदमी 'लंच के लिए घर' गया था।"
8--एक, दो, तीन और लिंग का रहस्य
एक व्यक्ति अपने लिंग में उत्थापन होने में परेशानी महसूस कर रहा था तो उसने एक चुङैल-तांत्रिक से सम्पर्क किया। उस चुङैल ने कुछ चीजें अग्नि में फेंकी, अपनी छङी हिलाई, और कहती है, "मैंने तुमपर एक शक्तिशाली जादू कर दिया है, पर यह साल में एक बार ही काम करेगा। तुम्हें बस 'एक, दो, तीन' कहना होगा इसके बाद तुम्हारा लिंग इतना बङा और कङा होगा जैसा पहले कभी नहीं हुआ होगा। तुम्हारी पत्नी के संतुष्ट होने के बाद, फिर से बस 'एक, दो, तीन, चार' और यह जादू 12 महीनों के लिए गायब हो जाएगा।"
बाद में वह व्यक्ति बिस्तर में पत्नी के साथ लेट कर टेलीविज़न देख रहा था, उसने अपनी पत्नी से कहा, "ये देखो! एक, दो, तीन!" उसका लिंग अभूतपूर्व तरीके से बङा और कङा हो गया।
उसकी पत्नी आश्चर्यचकित हो गयी। मुस्कुराती है और कहती है, "यह तो कमाल है! पर तुमने ये 'एक, दो, तीन' किसके लिए कहा?"
9--मैं लिंग चूस दूँ ?
एक लङका अपनी गर्लफ्रेंड के साथ बाहर घूमने के बाद, उसके घर तक छोङने आता है, जब वे घर के दरवाज़े पर पहुँचते हैं तो वह अपना एक हाथ दीवार पर टिका कर थोङा झुकता हुआ उससे पूछता है, "प्यारी, क्या तुम मेरा लिंग चूस सकती हो?"
"क्या? तुम पागल तो नहीं हो गये हो?
"चिन्ता मत करो, यह तुरन्त हो जाएगा, कोई समस्या नहीं है।"
"नहीं!! कोई देख लेगा, कोई रिश्तेदार, या पङोसी…"
"रात के इस समय कोई नहीं देखेगा…"
"मैंने पहले ही कह दिया, नहीं मतलब नहीं!"
"यार, यह एक छोटा काम है… मुझे पता है तुम भी यह करना पसन्द करती हो…"
"नहीं!!! मैंने कहा नहीं!!!"
"मेरे प्यार… ऐसे मत करो…"
तभी उसकी छोटी बहन उलझे बाल लेकर, नाइट-गाउन में आँखें मलते हुए दरवाज़े पर आ खङी हुई और बोली, "डैडी का कहना है कि या तो तुम उसका लिंग चूसो, या फिर मैं चूस दूँ, नहीं तो वो ख़ुद आकर चूसेंगे, मगर भगवान के लिए अपने ब्वॉयफ्रेंड से कहो कि इंटरकॉम से अपना हाथ हटा ले!"
10--चढ़ी गज़ब की मस्ती है, आग लगी प्रचण्ड,
खुल गई हँ चूतँ, तन गए है लण्ड ।
होली है !!
सावन की बरसात मॅ, टपक रहा है पानी,
बुर मँ पूरा लण्ड लेकर, खुश है सरला रानी ।
होली है !!
छत पर इन्दू चुद रही है, झीने मँ सुनीता,
घर के भीतर चुद रही है, कुंडी लगा के गीता ।
होली है !!
रेनू भी चुदवा रही है, करके नाड़ा ढीला,
धोकर चूत लेटी हँ, आशा और सुशीला ।
होली है !!
मोना, पिंकी कोई भी, चाहती नहीं है बचना,
चुद रहीँ हँ पहली बार, सीमा , नीलम , रचना ।
होली है !!
रश्मि,बेला मरा रहीँ हैँ, चुदा रही है हेमा,
सुषमा,पूनम मरा रहीँ हैँ, मरा रही है प्रेमा ।
होली है !!
पायल औँधी झुकी पड़ी है, औँधी पड़ी है अंजु ,
लहँगा उठा के ज्योति लेटी, घोड़ी बनी है मंजू ।
होली है !!
मुन्नी मुन्ना की कहानी
मुन्ना:
मुन्नी वो दिन याद करो,
जब हम-तुम साथ नहाते थे
तुम चूत पे साबुन मल्ति थी,
हम लंड पे झाग उड़ाते थे.
मुन्नी:
मुन्ना वो दिन बीत गये,
अब चूत च्छुपाने की है बारी,
भूलो उन बीती यादों को,
मुन्नी भारत की अब है नारी.
मुन्ना:
मुन्नी वो दिन याद करो..
जब हम डॉक्टर-मरीज़ बन जाते थे.
दिल की धड़कन चेक करने को,
चूची पे रगड़ लगाते तहे.
मुन्नी:
मुन्ना व्हो दिन बीत गये,
अब चूची चोली के अंदर है.
घूर-घूर के देख तू मम्मे
अब तू भूखा बंदर है.
मुन्ना:
मुन्नी व्हो दिन याद करो….
जब हम-तुम साथ में सोते थे,
तुम चूत में खेती करती थी,
हम लंड पे गन्ने बोते थे.
मुन्नी:
मुन्ना वो दिन बीत गये,
जब चूत में होती थी खेती.
अब लंड की फस्लो के डर से,
मेरी चूत अकेली है सोती.
मुन्ना:
मुन्नी वो दिन याद करो...
जब लूका-छीपी खेलते थे हम.
तुम लहंगा पहन के आती थी,
और उसमे च्छूप जाते थे हम.
मुन्नी:
मुन्ना वो दिन बीत गये...
जब घुस गये थे तुम लहँगे में.
अब तुम पूरे भालू हो,
और शहद का छत्ता लहँगे में.
मुन्ना:
मुन्नी वो दिन याद करो...
जब साथ में खेले थे होली.
चूत में उंगली डाली हमने,
भीगा के तेरी वो चोली.
मुन्नी:
मुन्ना वो दिन बीत गये...
अब चूत हुमारी प्यारी है.
क्यों होली की बातें अब जब,
लॉडा तेरा भिखारी है.
मुन्ना (रोते हुए!):
मुन्नी वो दिन बीत गये
सचमुच ही वो दिन बीत गये.
अब चूत की दर्शन की खातिर,
हम चूत-चालीसा पढ़ते हैं.
पर चूत नहीं दर्शन देती,
हम लंड रगड़ते रहते हैं.
पर वक़्त हुमारा आएगा,
जब हम भी तुम को चोदेन्गे.
तुम लंड-लंड चिल्लाओगी,
हम चूत में डंडा पेलेंगे.
मुन्नी मुन्ने को क़म ना समझ,
यह तेरी मैय्या चोदेगा.
तू पैर पकड़ कर रोएगी
तेरी चूत में बॅमबू ठोकेगा.
मुन्ना भी है भारत का,
तुझको नंगा कर देगा.
तू लाख जोड़ लेना टाँगो को,
तेरी चूत को चूसेगा.
तुझको पूरा गीला करके,
मुन्ना लंड अंदर घुसाएगा.
चूसेगा तेरे होंठों को,
चूची तेरी चबाएगा.
तू चीखेगी, चिल्लाएगी पर,
कोई नहीं बचाएगा.
रग़ाद रग़ाद के मुन्ना लेगा,
अपनी तुझे बनाएगा
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