RE: Desi Sex Kahani गुलबदन और गुलनार की मस्ती
गुलबदन ने अपना पल्लू ठीक किया पर ब्लाउज के हुक वैसे ही खुले ही रखे। राज गुलबदन और गुलनार नीचे उतर
गये। राज का घर एक छोटा सा रूम था जो झाडीयो मे था। वहाँ के सब घरों के आस-पास काफी झाडिया थी।
सब घरों में अंधेरा था।
तीनों उतर गये तब राज जय से बोला- “बोलो जय क्या भाड़ा चाहिये तुमको…”
जय गुलनार को देखते हुए बोला- “मुझसे क्या पूछता है राज । इस छोटी मेमसाब को ही पूछ और दे दो मेरा भाड़ा
और अच्छी सी टीप। राज वैसे तू जानता है, मै इतने शोर्ट ट्रीप का भाड़ा नही लेता लेकिन तूने बोला इसलिए
मै आया…”
राज ने गुलनार को देखते हुए कहा- “गुलनार, वैसे तो 20 होते है लेकिन अब तू सोच समझ के भाड़ा और टिप बोल,
कितनी दे गी जय को…”
गुलनार हैरान होके राज को देखने लगी। गुलबदन राज की बात का मतलब समझी कि जय को गुलनार चाहिए थी।
गुलनार कोई जवाब नहीं दे रही यह देखके गुलबदन बोली- “राज, तुम अंदर आके बताओ मुझे कि जय को कितने पैसे देने है। उसने हमारा इतना काम किया है तो हम उससे नाराज नहीं करेंगे, है ना गुलनार…” गुलनार ने बिना
सोचके हाँ में सर हिलाया और वो माँ-बेटी राज के घर में चले गये।
गुलबदन और गुलनार राज के घर में गये। गुलबदन का ब्लाउज खुला था पर उसने पल्लू से उसे ढका था। गुलनार का
स्कर्ट उसकी कमर तक उठा था जिसका उसे अहसास नही था और उसका टी शर्ट मम्मे पे रगड़ा हुआ नजर आ
रहा था। गुलनार की हालत देखके गुलबदन समझ गयी कि जय ने उसकी बेटी को खूब दबाया है लेकिन जब गुलनार
ही कुछ नही कह रही, थी तो गुलबदन भी चुप रही। वैसे भी गुलबदन को कोई फर्कनहीं पड़नेवाला था भले गुलनार
जय के नीचे सोए तो भी।
जय जो भाड़ा और टिप माँग रहा था उसके लिए उसने गुलनार को चोदा तो भी गुलबदन कुछ नही बोलने वाली
थी। गुलबदन जानती थी, कि जय टिप के तौर पे गुलनार को चाह रहा था और आज की रात जय गुलनार को
चोदने वाला ही था। जय गुलनार को चोदे या ना चोदे, पर गुलबदन को राज का लंड चाहिए था उसने ताँगे के
सफर के बारे में गुलनार से कुछ ज्यादा नही पूछा।
उधर बाहर खड़ा जय राज से बोला- “राज, बड़ा मस्त माल मिला है यार आज तुझे। वो लड़की तो कयामत
है साली बहनचोद ऐसी मुस्लिम चूत मिले तो मै रात भर इसकी मुस्लिम चूत और गांड चोदु ”
|