RE: Desi Kahani ग्रेट गोल्डन जिम
गतान्क से आगे....
सोनी बोहोत रोई थी जब उसकी गंद मे मेरा लंड फँस गया था., ना अंदर जा रहा था, ना वापस बाहर आ रहा था क्यॉंके दरद के मारे उसने अपनी गंद के मसल्स ने मेरे लंड को टाइट पकड़ लिया था. सोनी को आइयिलोकएन भी नही लगाया था बॅस तेल ही लगा के उसकी गंद मे लंड पेल दिया था. वो बोहोत चिल्लाई और रोई थी. उसके चिल्लाने पे और रोने पे आनी हंस रही थी. सोनी ने बोला के उसको गंद मे बोहोत दरद हो रहा है तो फिर मैने उसको पेन किल्लर टॅबलेट दिया तो उसकी गंद का दरद कुछ कम हुआ. शाम होते होते दोनो खूब अछी तरह से चुद के मज़े ले चुकी थी. जाने से पहले दोनो को ई-पिल्स खिलाया और फिर दोनो ने मुझे कस के टाइट पकड़ लिया और खूब किस किए और दोनो ने पता नही कितने टाइम आइ लव यू राज, आइ लव यू राज, यू अरे सिंप्ली अमेज़िंग ऐसे शब्द कहे. मैं भी अपने घर आ गया. अभी शाम ही थी. मैं बोहोत थक्क गया था इसी लिए थोड़ी देर सो गहरी नींद सो गया. रात के शाएद 10 बजे मेरी आँख खुली. शवर लिया तो कुछ फ्रेश महसूस हुआ. डिन्नर लिया और टीवी देखने बैठ गया. थोड़ी ही देर मे मुझे नींद आने लगी और मैं बेडरूम की तरफ चला गया.
बेड मे लेट के सोने की तय्यारी कर रहा था के दीपा का फोन आया. दीपा बोली के राज कहा हो तुम कब से तुमको फोन कर रही हू तुम फोन उठाते ही नही हो तो मैं ने देखा और बोला के ओह सॉरी मेरी जान, पता नही कब मैं ने फोन साइलेंट पे रख दिया था देखा ही नही. दीपा बोली के तुम फटा फट रूपा के घर आ जाओ मैं वही जा रही हू. दीपा की सेक्सी आवाज़ सुनते ही मेरे लंड मे नया जोश भर गया और वो मेरे पॅंट के अंदर झटके खाने लगा तो मैं ने अपने लंड पे हाथ रख के उसको सहलाया और बोला के फिकर ना कर मेरे यार चल और दो चूतो का शिकार करना है. मेरे चेहरे पे मुस्कुराहट दौड़ गई और मैने जल्दी से थोड़ा सा डिन्नर किया, अपनी बाइक निकाली और रूपा के घर की तरफ चल पड़ा. रूपा और दीपा के बंगलो एक बोहोत बड़े कॉंपाउंड मे एक दूसरे से मिले
हुए ही थे. दोनो बंग्लॉ के बीच मे एक छोटा सा उनका अपना एक प्राइवेट गार्डेन था जहा शाम को फॅमिली वाले या उनके फ्रेंड्स गार्डेन मे घूमते रहते या वाहा पड़ी गार्डेन चेर पे बैठ के शाम की ठंडी हवा का मज़ा लेते. यह उनके कॉंपाउंड के अंदर होने की वजह से बाहर वाले कोई भी उनको डिस्टर्ब नही करते थे.
मैं अभी गेट के पास ही था के गार्ड ने बोला के सर, डोर खुला है आप को मेडम ने याद किया है. मैं जैसे ही डोर के अंदर गया वाहा कोई दिखाई नही दिया. एक कमरे से आवाज़ें आ रही थी, मैं उसी कमरे की ओर बढ़ गया. कमरे का डोर खुला था अंदर दीपा और रूपा नंगे एक दूसरे के बदन से चिपके 69 की पोज़िशन मे एक दूसरे की चूतो को चाट रहे थे. मुझे देखते ही दोनो की आँखें खुशी से चमकने लगी. यह सीन देखते ही मेरा लंड एक दम से 90 डिग्री के आंगल पे खड़ा हो गया. एक ही मिनिट के अंदर मे नंगा था और दीपा और रूपा को बेड मैं जाय्न कर चुका था. बड़ी घमासान चुदाई हुई दोनो की और दोनो की गंद भी मारी और सारी रात हमारी चुदाई चलती रही.
जब हम तीनो चुदाई से थक गये तो एक ही बेड पे एक दूसरे से चिपक के सो गये. जब से दीपा को रूपा को चोदा था तो वो दोनो मेरे दीवाने हो गये थे और उनकी वासना जो बोहोत दिनो से कोल्ड स्टोरेज मे पड़ी हुई थी फिर से जाग उठी और उनके बदन मे जवानी का नशा आ गया था. अब वो दोनो एक दूसरे की चूत को चाट के भी मज़े लेते थे और मेरे से चुदवा के भी मज़े लेते थे. कभी तो दोनो को अलग अलग चोदना पड़ता था कभी दोनो को मिला कर थ्रीसम होता था. दोनो बड़ी मस्ती से बिल्कुल किसी रॅंडियो की तरह से चुदवाती थी और वो एक दम से गरमा गरम चुड़क्कड़ बन चुकी थी.
आनी और सोनी भी बोहोत ही मस्ती मे चुदवाती थी. जब भी मोका मिलता कॉलेज से क्लासस बंक कर के कभी दोनो आजाती और चुदवा के वापस कॉलेज चली जाती या फिर कभी आनी तो कभी सोनी. यह दोनो भी अब फुल मस्ती मे आ गये थे और दोनो के बूब्स दबाने,
मसल्ने और चूसने से थोड़े बड़े भी हो गये थे. अब वो चारो दीपा, रूपा, आनी और सोनी अपनी अपनी चूते एक दम से चिकनी और वेल शेव्ड रखते थे. सब के सब मेरे ब्यूटी पार्लर मे आ के वॅक्सिंग करवा लेते या कभी मेरे पास काम करने वलीओ को घर बुला के वॅक्सिंग करवा लेते. और जिस दिन दीपा और रूपा की चूतो की वॅक्सिंग होती उस दिन शुवर शॉट मेरे शेर को दोनो चूते खाने का मोका मिल जाता.
एक वीक तक आनी और सोनी को दिन मे और दीपा और रूपा को रातो मे चोद्ता रहा. एक दिन सोनी जब क्लास बंक करके मेरे पास चुदवाने के लिए आई तो बोली के राज एक रिक्वेस्ट थी तुमसे तो मैं बोला के अरे मेरी जान रिक्वेस्ट क्या कर रही हो तुम हुकुम करो तुम तो मेरी VVईP मेंबर हो तो वो हस्ने लगी और बोली के आक्च्युयली हमारी बाइयालजी की मॅम ने मुझे यहा पार्लर से उतर ते हुए देख लिया था. उनका ख्वाब था के वो यहा अपना मसाज और मेक अप करवाए पर वो फाइनॅन्षियली उतनी साउंड नही है तो मेरे से उन्हो ने बोला के उनके लिए कुछ डिसकाउंट दिलवाओ. मैं ने कहा अरे मेरी जान तुम ने पूछ लिया बॅस अब तुम तुम्हारी बाइयालजी मॅम से बोल दो के मैं उनका फ्री मे मसाज करवा दूँगा और अगर वो चाहे तो मैं खुद उनके घर आ के उनकी मालिश कर दूँगा वैसे बाइ दा वे उनका नाम क्या है और क्या एज है. सोनी बोली के मॅम की एज तो पता नही कितनी होगी पर अभी हाल ही मे शाएद 5 या 6 महीने पहले उनकी शादी हुई है. उनका नाम प्रिया मॅम है. मैं बोला के ठीक है तुम उनसे बोलो के वेनेवर शी वांट्स आंड वेरेवर शी वांट्स. वो चाहे गी तो मैं अपने पास की किसी लड़की को भेज दूँगा या अगर वो खुद आना चाहे तो मोस्ट वेलकम. फिर सोनी को अपनी बाहो मे भर लिया और उसके कान मे पूछा के देखने मे कैसी है तुम्हारी मॅम तो सोनी बोली के बोहोत ही खूबसूरत है. हमारे कॉलेज की सब से खूबसूरत टीचर है वो. मैं उसके बूब्स को दबाता और नीचे से अपने खड़े लंड को उसकी चूत से टकराता उसके कान के लटकते हुए पोर्षन को मूह मे ले के चूस्ते हुए बोहोत ही धीमी आवाज़ मे पूछा के “चुदवा लेगी मुझ से” तो सोनी ने बोला के चीज़ तो बड़ी मस्त है उसकी आँखों मे हमेशा ही गुलाबी डोरे
तैरते रहते है देखने मे भी बोहोत ही सेक्सी है और जिस तरह से वो तुम से मालिश करने पे उतावली हो रही है मुझे लगता है के अगर तुमने उसको चोदने मे देरी की तो वो खुद तुम को चोद देगी और फिर हम दोनो हस्ने लगे. उस दिन सोनी को बोहोत ज़ोर ज़ोर से चोदा और चोद्ते चोद्ते प्रिया का नाम भी ले रहा था. चुदाई के बाद सोनी मुस्कुराते हुए बोली के तुम मुझे चोद रहे थे के प्रिया मॅम को तो मैं ने पूछा क्यों क्या हुआ तो उसने बोला के चोद तो तुम मुझे रहे थे और नाम प्रिया का ले रहे थे. मैं हँसने लगा और बोला के चलो कोई बात नही आनी क्या, सोनी क्या और प्रिया क्या सब के पास चूते है और चूतो की सेवा करना हमारा काम है.
तीसरे दिन सोनी आई और बोली के राज प्रिया मॅम ने तुम्हारा मोबाइल नंबर माँगा है और बोल रही है के उन्है यहा आने से शरम आती है. मॅम मुझ से बोली के अगर मैं तुमको उनके घर ले चलु तो उनको बोहोत खुशी होगी और उन्हो ने कहा के जिस दिन भी बोलोगे मैं लंच या डिन्नर जो भी टाइम होगा हम साथ खा लेंगे.
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