RE: Desi Kahani ग्रेट गोल्डन जिम
आनी बोली के अरे यार मुझे मालिश थोड़े ही करवानी है अगर मुझे करवानी होती तो मैं भी नंगी ही हो के करवाती तो सोनी ने उस से पूछा के मतलब जब तू ने उस दिन मालिश करवाई तो पूरी नंगी हो के करवाई थी क्या. आनी बोली के हा यार मे ना सपेंड्रल पहना था ना और मुझे सारे बदन की मालिश करवानी थी इसी लिए मुझे राज के सामने नंगा हो ना ही पड़ा था. आनी बोली के चल ठीक है तेरे लिए यह भी कर लूँगी. राज ने मेरा नंगा बदन तो देखा ही है एक टाइम और नंगी हो जाउन्गी तो मेरा क्या बिगड़ जाएगा.
मैं उसको बोला के मैं उधर पलट जाता हू तुम अपने कपड़े उतार के यह चादर ओढ़ के लेट जाओ तो आनी फिर से फॉरन बोल पड़ी के अरे यार राज तुम भी ना. फिर सोनी से बोली के चल निकाल कपड़े और खुद ही उसकी शर्ट खोलने लगी तो सोनी ने थोड़ा सा रेज़िस्ट किया फिर सब कपड़े निकाल दिए. उफ्फ क्या बताऊ सोनी का बदन. ऐसा लगता था जैसे कोई ग्रीक गॉडेस हो. एक एक इंच का तराशा हुआ बदन. उसके कॉनिकल शेप के छोटे छोटे बूब्स और उसपे बोहोत छोटे से निपल्स आहह क्या नज़्ज़ारा था दोस्तो क्या बताऊ. उसकी चूत आहह ऐसी मस्त उभरी हुई फूली हुई गद्दे दार चिकनी चूत जिसपे एक भी बाल नही था और चूत की थोड़ी से मोटे पंखुड़िया एक दूसरे से मिली हुई थी. मैं और मेरा लंड उसकी चूत देख के पागल ही हो गया. आनी मुझे देख के चुटकी बजाते बोली के हे राज. वो आँख मारते हुए बोली ऐसे क्या देख रहो कभी किसी लड़की को नंगा नही देखा क्या. मेरी नज़र आनी की तरफ गई तो देखा के वो भी नंगी हो चुकी है. आनी ने सोनी को अपने से लिपटा लिया और एक ज़ोर दार चुंबन उसके होटो पे जड़ दिया और उसके मूह मे मूह भी डाल के चूसा. सोनी पहले तो थोड़ा हिच किचाई फिर उसने भी उसको लिपटा लिया और एक ज़बरदस्त किस के साथ आनी से अलग हो गई और बेंच पे लेट गई. बेंच की चौड़ाई इतनी थी के मैं उसके दोनो तरफ अपने दोनो पैर डाल के आराम से खड़ा हो सकता था. सोनी जैसे ही टेबल कम बेंच पे लेटी तो शरम के मारे एक हाथ से अपनी चूत को छुपा लिया और दूसरे हाथ से दोनो बूब्स को ढक लिया. आनी ने उसका हाथ उसके बूब्स पे से हटाया और उसके बूब्स को मसल्ने लगी तो सोनी बोली के हे पागल क्या कर रही है चल उधर बैठ. आनी बोली के अरे यार
मैं भी थोड़ा राज का साथ दे देती हू और हम दोनो मिल के तेरी मालिश करेंगे. मैं धीरे से मुस्कुरा दिया. आनी बोली के अरे राज तुम्हारे कपड़े भी तो खराब हो जाएगे तुम भी तो अपने कपड़े निकाल दो ना तो सोनी बोली के नही राज यह तो पागल है डॉन’ट डू दट. मैं बोला के ठीक है मैं कंप्लीट नेकेड नही हो उंगा एक टवल लपेट लूँगा नही तो मेरे कपड़े खराब हो जाएगे. वो वर्किंग टवल होता है जिस को बाद मैं लॉंड्र मे दल दिया जाता है. सोनी ने सर के इशारे से हा कहा और मैं दूसरे कमरे मे जा के सिर्फ़ एक पतला सा टवल ही लपेट के बाहर आया. सोनी की मस्त चूत देख के तो मेरा लंड बे काबू हो रहा था और टवल के नीचे मचल रहा था और उछल उछल के नाच रहा था.
सोनी के छोटे छोटे कॉनिकल शेप बूब्स
सोनी नंगी लेटी थी. आनी ने सोनी का हाथ उसकी चूत से हटा दिया था. अब सोनी भी थोड़ी थोड़ी रिलॅक्स हो रही थी. क्यॉंके यहा हमारे तीनो के सिवा और कोई था भी तो नही. सोनी से पूछा के थाइ के कोन्से पोर्षन मे स्प्रेन होता है तो उसने अपने दोनो हाथ दोनो थाइस के ऑलमोस्ट सेंटर मे रख दिए और अंदर तक गोल घुमा के बोली के बॅस इसी पोर्षन मे ही होता है. मैं बोला के ओके ठीक है. साइड मे दीवार से लगे कपबोर्ड को खोला और 4 – 5 तेल के बॉटल्स निकाल लाया. आनी सोनी के करीब खड़ी उसके नंगे बदन को ललचाई नज़रो से देख रही थी. अब मैं बेंच के दोनो तरफ अपने दोनो पैर डाल के खड़ा हो गया. मेरे पैर खुले होने से टवल का सामने वाला पोर्षन भी थोड़ा सा खुल गया था. मैं ने तिरछी नज़र से सोनी को देखा, उसकी नज़र मेरे लौदे पर ही टिकी हुई थी.
बॅस इतना देखना था के मेरे लौदा ने एक झटका मारा और तंन गया.
मैने बेंच के लीवर को थोड़ा सा दबाया तो वो थोड़ा सा ऊपेर उठ गया. सोनी की मस्त, फूल जैसी नाज़ुक और सिल्की सॉफ्ट चूत मेरी नज़रो के सामने थी. मेरा बॅस नही चल रहा थे के बॅस इसकी टाँगें खोल दू और पहले इस चूत को चोद डालु मालिश वालिश बाद मे देखते है. पर मैं ने अपने आप पे काबू रखा और तेल की धार उसके दोनो थाइ पे डाल दिया. तेल की बॉटल को साइड मे रख के दोनो हाथ उसकी चिकनी रेशमी थाइस पे फेरने लगा और तेल को स्प्रेड करने लगा. मेरे हाथ तो उसके थाइ पे था लैकिन मेरी नज़र उसकी फूल जैसी चूत पे थी.
सोनी की फूल जैसी नाज़ुक और रेशमी गुलाबी चूत
मेरा हाथ उसके थाइस पे लगते ही उसका बदन थोड़ा सा अकड़ गया तो मैं बोला के रिलॅक्स सोनी कुछ नही होगा यू जस्ट डॉन’ट वरी तो वो मुस्कुराई और बोली के नही राज वैसी बात नही है. मेरे बदन को आज फर्स्ट टाइम किसी मर्द का हाथ लगा है तो मैं कुछ बोला नही बस धीरे से मुस्कुरा दिया. मैं धीरे धीरे उसके थाइस की मालिश करने लगा. 5 मिनिट मालिश करने के बाद उसको पूछा कैसा लग रहा है सोनी तो बिना आँख खोले बोली बोहोत अछा लग रहा है राज. उसकी बंद आँख देख के आनी ने उसके बूब्स को किस किया तो सोनी ने आँख खोल के उसको देखा और बोली के पगली क्या कर रही है तो वो बोली के अरे यार तेरे बूब्स देख के रहा नही गया. क्यों तुझे अछा नही लगा तो बोल. सोनी बोली के अरे यार ऐसी बात नही पर शरम आती है ना तो आनी बोली के वाह रे तेरी शरम साली एक मर्द के सामने चूत खोल के नंगी पड़ी है और बूब्स को क्या चूस लिया तुझे शरम आने लगी तो सोनी हस्ने लगी अछा बाबा ले चूस ले अगर तेरी यही इक्षा है तो. आनी को और क्या चाहिए था वो उसके बूब्स पे टूट पड़ी और चूसने लगी. इतनी देर मे मेरी उंगलियाँ भी उसकी चूत के आस पास ही अपना कमाल दिखा रही थी. चूत के पंखुड़ियो पे मेरे उंगलिओ को महसूस करते ही सोनी की गंद टेबल
से ऊपेर उठ गई और उसके मूह से सस्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स की सिसकारी निकली. आनी ने पूछा के क्या हुआ तो वो कुछ ना बोली बॅस आँखें बंद कर के पड़ी मालिश के मज़े लेती रही.
क्रमशः........
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