RE: Desi Kahani ग्रेट गोल्डन जिम
आज के बाद तुम्है कभी कोई तकलीफ़ नही होगी बस मज़ा ही मज़ा आएगा. ळैकिन वो मेरे नीचे किसी मछली की तरह से तड़प रही थी पर मेरी ग्रिप तो उसके मचलने से ज़ियादा पवरफुल थी इसी लिए मैं ने उसको बोहोत ही टाइट पकड़ा हुआ था. मैं अपना लंड उसकी चूत से बाहर नही निकालना चाहता था. मैं ने उसके मूह मे अपनी ज़ुबान डाल दी और किस करने लगा. दोनो की टंग एक दूसरे से मिली और एक ही सेकेंड के अंदर हम टंग सकिंग किस करने लगे.
आनी की चूत का दरद अब कम होने लगा था और उसने मेरी पीठ पर हाथ फेरना शुरू कर दिया था तो मुझे पता चल गया के अब उसका दरद ख़त्म हो चुका है. मैं ने धीरे से उसके कान मे पूछा अब कैसा लग रहा है मेरा लंड तुम्हारी चूत के अंदर तो वो मुस्कुरा के बोली के अभी दरद तो हो रहा है राज पर थोड़ा ठीक दिख रहा है. अभी तुम प्लीज़ कुछ ना करो थोड़ा रुक जाओ तो मैं ने बोला के डॉन’ट वरी डार्लिंग मैं तुमको कोई तकलीफ़ नही दूँगा जब तुम रेडी हो तो उसी टाइम स्टार्ट करूँगा. उसने पूछा के पूरा अंदर चला गया क्या तो मुझे फिर से शरारत सूझी मैं ने थोड़ा सा मुस्कुरा के पूछा किसके अंदर क्या चला गया है. उसने तकलीफ़ भरी मुस्कुराहट से मेरी पीठ पे मारते हुए कहा के बड़े शैतान हो तुम. मैं ने फिर पूछा के बोलो ना मेरी रानी तो उसने पूछा के तुम्हारा लंड मेरी चूत के पूरा अंदर तक चला गया क्या यह बोलते बोलते वो थोड़ा ऊपेर उठ के देखने लगी और खुद ही बोली के अरे बाप रे अभी तो यह इतना लंबा बाकी है. फिर उसने बोला के नही राज प्लीज़ अब और अंदर मत डालो मुझे बोहोत ही दरद हो रहा है हम बाकी की चुदाई फिर कभी कर लेंगे तो मैं मुस्कुराया और बोला के आज का काम आज ही कर लेना चाहिए कल पर नही छोड़ना चाहिए और फिर से उसको टंग सकिंग किस करने लगा.
मैं ने मुस्कुराते हुए बोला के बॅस 5 मिनिट ही रुक जाओ मेरी जान मुझे यकीन है के तुम अभी मुझे बोलोगि के जम्म के चोदो ज़ोर ज़ोर से चोदो जस्ट वेट तो उसने बोला के नही राज सही मे बोहोत दरद हो रहा है तो मैं ने बिना कुछ बोले उसको फिर से किस किया
और उसके बूब्स को चूसने लगा. बॅस 5 ही मिनिट के अंदर उसकी गंद ऊपेर उठने लगी और वो चुदवाने के काबिल हो गई तो मैने ने पूछा आर यू रेडी आनी तो उसने अपनी आँखें बंद कर ली और धीरे से शरमाते हुए अपना सर हा मे हिला दिया. मैं झुक के उसके कान मे विस्पर किया. आर यू रेडी फॉर दा रेस्ट मेरी जान तो उसने अपनी आँखें नही खोली और फिर वैसे ही हा मे अपना सर हिला दिया. मैं ने अब धीरे से अपना लंड उसकी चूत से बाहर खेचा तो उसकी गंद ऑटोमॅटिकली थोड़ा ऊपेर उठ गई. मैं अपना लंड उसकी चूत से थोड़ा थोड़ा अंदर बाहर कर के उसकी चुदाई करने लगा. उसकी चूत दरद से और ऐसे पवरफुल इन्वेषन से सूख गई थी इसी लिए लंड उसकी सूखी चूत मे टाइट अंदर बाहर होने लगा. मैं एक मिनिट के लिए रुक गया और उसकी चूत के दाने (क्लाइटॉरिस) को अपने अंगूठे से रगड़ने लगा. उसकी चूत के दाने को ऐसे रगड़ने से उसकी चूत मे जान पड़ने लगी और उसकी चूत अंदर से गीली होने लगी.
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