RE: Desi Kahani ग्रेट गोल्डन जिम
उसके बूब्स शाएद 28 या 30 के होंगे अभी तक उसके निपल्स बाहर नही निकले थे. उसका पिंक अरेवल भी एक इंच का ही था बहुत ही खूबसूरत लग रहे थे उसके बूब्स. उसके गोल बूब्स मेरे हाथ मे छ्होटे लग रहे थे पर कंप्लीट बूब्स और उसके आस पास के एरिया से मेरे हाथ भर गया था. उसके बूब्स बहुत ही मस्त और बोहोत ही कड़क थे जिन्हे दबाने मे बोहोत ही मज़ा आ रहा था. मुझे ऐसे फील हो रहा था जैसे मैं पहला मर्द हू जिसके हाथो मे यह बूब्स दब रहे है. मुझे पता ही नही कब उसने मेरा टवल निकाल फेका मुझे तो उस वक़्त याद आया जब उसने मेरे लंड को अपने नाज़ुक हाथ की मुट्ठी मे पकड़ लिया और उसको आगे पीछे कर के मूठ मारने लगी. उसके छ्होटे और नरम हाथ मेरे लंड को बोहोत मज़ा दे रहे थे. ऐसा करने से मेरे लंड का सूपड़ा उसकी चूत के पंखुड़ियो के अंदर टच कर रहा था.
मैं ने बोला के आनी यह सब नही प्लीज़ अब और कुछ ना करो. उसने लंड को छोड़ दिया और वापस टेबल पे लेट गई. मैं अपना टवल उठा के लपेटने जा ही रहा था के उसने बोला के नही राज प्लीज़ ऐसे ही आ जाओ ना मुझे तुम ऐसे ही आछे लग रहे हो तो मैं ने हंस के पूछा के तुम्हे मैं नंगा अछा लग रहा हू तो उसने डीप और सेक्सी आवाज़ मे बोला के हा ऐसे ही रहो ना प्लीईज़्ज़्ज़्ज़ तो मैं ने मुस्कुराते हुए बोला के ठीक है अगर तुम ऐसे ही चाहती हो तो ऐसे ही सही क्यॉंके तुम्हारी फॅमिली तो मेरे जिम की गोल्ड कार्ड मेंबर है तुम जो कहोगी मुझे वैसा करना ही पड़ेगा तो वो हंस दी और
बोली के ठीक है तुम ऐसे समझो के यह मेरा ऑर्डर है के तुम ऐसे ही नंगे मेरी मालिश करोगे तो मैं ने भी हंसते हुए कहा ओके बेबी आस यू प्लीज़. आनी ने फॉरन ही मुझे टोका के अरे यार आइ आम नोट आ बेबी. आइ आम आ फुल्ली ग्रोन अडल्ट तो मैं ने हंसते हुए कहा के ओके मेडम तो वो हँसने लगी. अब हम दोनो एक दूसरे से काफ़ी फ्री हो गये थे और हमारे बीच अछी ख़ासी बिंदास बातें होने लगी थी. मैं ने पूछा के अब मालिश सामने से करू या पीछे से तो उसने बोला के पहले थोड़ी देर बॅक पे मसाज करो फिर सामने. तो मैं ने फिर से टेबल के नीचे का लीवर दबाया और नीचे से “Y” शेप का पोर्षन क्लोज़ हो गया और आनी वापस पलट के पेट के बल उल्टा लेट गई. अब मैं ने फिर से लीवर को दबाया और “डब्ल्यू” शेप की प्लेट वापस अंदर चली गई और नीचे से “Y” की शकल से उसकी टाँगें खुल गई. अब आनी उल्टा लेटी हुई थी.
थोड़ी देर तक उसकी बॅक पे मालिश किया फिर उसने बोला के इधर सामने आ जाओ और मेरे शौल्दर्स की मालिश करो तो मैं ने ओके बोला और सामने की ओर आ गया.
मेरा नंगा लंड तो इस बुरी तरह से अकड़ गया था के वो ऊपेर उठ के मेरे नवल से टच कर रहा था और लंड के मूह से प्री कम भी निकल रहा था. आनी अपने दोनो हाथ फोल्ड कर के अपनी तोड़ी (चीन) के नीचे रखे उल्टी लेटी थी. यह एक नॉर्मल पोज़िशन होती है जब पीठ की मालिश कर रहे होते है तब. जैसे ही मैं सामने आया उसके मूह से वाउ राज निकला और थोड़ी देर तक तो वो मेरे लंड को खा जाने वाली नज़रो से देखती रही फिर अपने दोनो हाथ चीन के नीचे से निकाले और अपने हाथ आगे बढ़ा कर मेरे लंड से खेलने लगी. मैं ने बोला के यह क्या कर रही हो आनी तो उसने बोला के कितना शानदार है यह राज तो मैं ने बोला के पता है इसे क्या कहते है तो उसने बोला के हा रोड, कॉक या पेनिस तो मैं ने बोला के अरे नही यार अपनी हिन्दी लॅंग्वेज मे क्या कहते है तो वो शर्मा गई तो मैं ने बोला के यह बड़ी अजीब बात है आनी के हम अपने शरीर के किसी भी भाग का नाम इंग्लीश मे तो बड़ी आसानी से बोल लेते है पर उसी को हिन्दी मे बोलते शरम आती है ऐसा क्यों होता है तो वो
हँसने लगी और बोली के तुमने एक दम से सही बोला राज शाएद हिन्दी मे बोलने मे शरम आती है तो मैं ने बोला के अछा तो इंग्लीश मे बोलने मे शरम नही आती तो वो हँसने लगी तो मैं ने बोला के तुम्है पता तो है ना के इसे हिन्दी मेी क्या कहते है तो उसने कुछ बोला नही पर अपना सर हा मे हिला दिया. मैं ने पूछा के जिस खिलोने से तुम खेल रही हो उसको हिन्दी मे क्या कहते है तो उसने मुझे और करीब आने को बोला तो मैं उसके बोहोत करीब चला गया तो उसने मेरे लंड को पकड़ के उसके हेड पे किस किया और उसको अपने मूह मे डाल लिया और फटा फॅट चूसने लगी. बिल्कुल उसी तरह से चूसने लगी जिस तरह उसकी मा दीपा ने चूसा था. मैं ने उसके मूह से अपना लंड निकालने की कोशिस की तो उसने अपने दोनो हाथो को मेरी बॅक पे ले जा के मेरे चूतदो को टाइट पकड़ लिया और अपनी ओर खेच लिया और लंड को बिना मूह से बाहर निकाले किसी लॉली पोप की तरह से मेरे आकड़े हुए लंड को चूसने लगी
क्रमशः........
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