RE: Desi Kahani ग्रेट गोल्डन जिम
ग्रेट गोल्डन जिम --2
गतान्क से आगे....
मैं उन दोनो लड़कियों को देखता का देखता रह गया. ऐसा लग रहा था जैसे दोनो एक दूसरे से बढ़ कर खूबसूरत है. धूप की वजाह से दोनो के गाल लाल हो रहे थे जैसे कश्मीरी सेब (आपल). जो लड़की लंगड़ा के चल रही थी उसकी हाइट शाएद 5 फीट 3 या 4 इंच होगी, उसने वाइट कलर का स्लीव्ले बन्यान जैसा टॉप पहना था जिस्मै से उसकी गोल्फ बॉल के साइज़ की छोटे छोटे कड़क बूब्स दिखाई दे रही थी. उसने अंदर ब्रा नही पहनी थी लगता था के अभी उसकी ब्रा पहेन्ने की उमर नही आई थी या पहेनना नही चाहती थी और उसकी चुचीॉ के उभार टॉप से दिखाई दे रहे थे. दोपहर की धूप और पसीने के वजह से टॉप उसके गोल्फ बॉल्स जैसे बूब्स से चिपक गया थे और बूब्स की गोलाई सॉफ नज़र आ रही
थी. डार्क ब्लू कलर का स्प्रेंड्रल शॉर्ट पहना था जो इतना टाइट था के उसकी चूत की दोनो पंखदिओं का उभार भी सॉफ दिखाई दे रहा था. उसके सर से ऑलमोस्ट डेढ़ फुट की पोनी टेल लटक रही थी जिसे किसी जाली वाले बॅंड से सर के ऊपेर बाँधा गया था.
दूसरी लड़की ने जो स्कूटी चला रही थी उसने भी वाइट स्लीव्ले टॉप ही पहना था और शोल्डर पे डोरिओं के स्ट्रॅप्स जैसा था. उसके बूब्स भी ऑलमोस्ट पहली वाली लड़की जीतने थे पर इस लड़की को पसीना पीछे की तरफ से आया हुआ था जिसकी वजह से उसका टॉप पीछे से उसके बदन से चिपका हुआ था और. उसने भी ब्रस्सिएर नही पहनी थी. इसका टॉप लूस था इसी लिए शाएद उसके बूब्स का उभार उतना सॉफ दिखाई नही दे रहा था. इस ने जीन्स की छोटी चड्डी टाइप की शॉर्ट्स पहनी थी जिसके पाएंचे नीचे से काटे हुए थे जिन्है सिया नही गया था बलके उसके पाएंचे से नीले और सफेद थ्रेड्स नीचे लटक रहे थे. उसकी चड्डी जीन्स हाफ थाइस तक थी वो भी थोड़ी सी लूस ही थी. इस लड़की के बॉल खुले हुए थे और शोल्डर लेंग्थ के थे.
दोनो की दोनो एक दम से क़ैयमत लग रही थी. इन दोनो का रंग बे इंतेहा गोरा था. यूँ समझ लो के दूध मे थोड़ी सी सॅफ्रन डाल दी गई हो और दोनो के लिप्स बोहोत ही सेनुयल थे और बिना लिपस्टिक लगाए ही लाल थे जी कर रहा था के इन्हे मूह मे ले के चूसना शुरू कर दू. तेज़ धूप के चलते दोनो के गाल लाल हो गये थे और फोर्हेड पे पसीने की बूँदें चमक रही थी. मुझे दोनो ट्विन सिस्टर्स लग रही थी. एक ही हाइट, एक ही बिल्ट और दोनो के बॉल भी लाइट ब्राउन कलर के थे. दोनो ने सन ग्लासस लगाए हुए थे इसी लिए फॉरन ही उनकी आइज़ का कलर दिखाई नही दे रहा था. मैं तो उनकी खूबसूरती देखता का देखता ही रह गया कुछ पूछ भी नही सका. इतने मे जो लड़की स्कूटी चला रही थी उसके मोबाइल की घंटी बजी. उसने फोन उठा लिया और हेलो मम्मी बोला. पता नही दूसरी तरफ से क्या पूछा उसने बोला के हा मम्मी, अरे वही तो रखी है मम्मी, क्या ?, नही मिल रहे है ? इतनी जल्दी है क्या मम्मी ? अछा मैं अभी आती हू 15 – 20 मिनिट के अंदर पहुचती हू. हा
हा फिकर ना करो मुझे पता है के कहा रखी है, मैं आ रही हू. फिर उसने फोन काट दिया और आनी की गंद पे हाथ मारते हुए बोली के आनी मेरे को फॉरन जाना है मम्मी को कुछ बॅंक के पेपर्स देने है अभी. चल तेरा काम हो जाए तो फोन कर लेना मैं आ जाउन्गि तेरे को लेने के लिए. आनी ने बोला के ओके सोनी मैं फोन कर लूँगी तब आ जाना और फिर वो जल्दी से उसके गाल पे एक चुम्मा दे के दौड़ती हुई दरवाज़े से बाहर चली गई. मैं उसकी फुर्ती देख के हैरान हो गया. ऐसे छलाँग लगाई जैसे जंगल की हिरनी हो.
अनिता राइ और सुनीता राइ कज़िन्स आंड बेस्ट फ्रेंड्स एक साथ बेड मे.
अब हॉल मे सिर्फ़ मैं और आनी ही रह गये. मुझे तो उसका नाम भी नही मालूम बॅस इस लड़की को आनी कह के बुलाया गया था इसी लिए मैं ने समझा शाएद इसका नाम ही आनी होगा और दूसरी का सोनी. मैं तो बॅस खामोशी से दोनो को देखता ही रहा. आनी ने मुझे देख के चुटकी बजाई और बोली के हे मिसटर, तो मैं फॉरन अपने ख़यालों मे से वापस आ गया और बोला के येस वॉट कॅन आइ डू फॉर यू मिस… तो उसने बोला के आनी, अनिता राइ, मुझे घर वाले आनी कहते है. मैं
राइ साहेब की एक्लोती बेटी हू. राइ साहेब का नाम शहेर मे कोन नही जानता था. बोहुत ही बड़े बिज़्नेसमॅन थे. उनका इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़्नेस था, राइ इंडस्ट्रीस के मालिक थे, उनका अपना मेडिकल कॉलेज था और पता नही कितने चॅरिटीस उनके नाम से चलते थे. राइ साहेब बोहोत ही पैसे वाले थे. शहेर मे उनका बोहोत ही आलीशान बंगलो था और शहेर से बाहर उनके 3 या 4 बड़े बड़े फार्महाउस भी थे जहा उन्हो ने अरेबीयन हॉर्सस पाल रखे थे और स्विम्मिंग पूल्स, टेन्निस कोर्ट्स वाघहैरा थे. उनका प्रोफाइल मैं ने किसी मॅगज़ीन मे पढ़ा था.
आनी की बात सुन के मेरा दिमाग़ एक दम से 3 महीने पहले फ्लॅशबॅक मे चला गया. हुआ यूँ था के एक दिन जिम की छुट्टी थी और ब्यूटी पार्लर कंप्लीट हो के पूरी फेसिलिटीस के साथ स्टार्ट हो चुका था. जिम और पार्लर मे मेरा एक छोटा सा ऑफीस है जहा मैं बैठ ता हू और मेरे कमरे मे कंप्यूटर रखा हुआ है और एक स्क्रीन पे जिम और ब्यूटी पार्लर के अंदर रखे हुए कॅमरास को मॉनिटर करता रहता हू. मैं अपने ऑफीस मे बैठा था कोई अडल्ट मॅगज़ीन देख रहा था के मेरे ऑफीस का डोर खुला, शाएद अभी मैन डोर बंद नही हुआ था. यह शाम का टाइम था और मैं यह सोच कर के अकेला घर जा के क्या करूँगा, वही ऑफीस मे बैठ गया और एक अडल्ट मॅगज़ीन अपने ड्रॉयर मे से निकाल के देखने लगा. मेरे ऑफीस का डोर खुलते ही मैं चौंक उठा. मेरा सामने एक बोहोत ही खूबसूरत औरत जिसकी उमर शाएद 35 – 36 साल की होगी, गोरा रंग, चेहरे पे फ्रामेलएशस ऐनक थी, लाइट क्रीम कलर की सिल्क सारी और उसी कलर का स्लीव्ले टाइट ब्लाउस पहने हुए थी जिसका बॉर्डर डार्क मरून कलर के फ्लवर्स का था बहुत ही खूबसूरत लग रहा था. उनके बॉल उनकी कमर तक झूल रहे थे. माथा बोहोत ही लाइट कलर की बिंदी से चमक रहा था. एक हाथ मे गोल्ड के बॅंगल और दूसरे हाथ मे गोलडेन रिस्ट . थी जिसके डाइयल मे डाइमंड सटडेड थे जो के किसी आकाश मे चमकने वाले स्टार्स की तरह से चमक रहे थे. मैं उनको देख के अडल्ट मॅगज़ीन भी बंद करना भूल गया और एक टक्क उनकी खूबसूरती को देखने लगा.
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