RE: Desi Kahani ग्रेट गोल्डन जिम
थोड़े ही दिनो पहले मैं ने उस्मै फुल स्केल पे ब्यूटी पार्लर भी चालू कर दिया है जहा फेशियल, मेक अप्स वाघहैरा के सभी समान मौजूद है. तरह तरह के क्रीम्स, पाउडर्स आंड आयिल्स. सॉना बाथ, स्टीम बाथ और आस स्पेशल सर्वीसज़ चूत की वॅक्सिंग भी है. हमारे ब्यूटीशियन गर्ल्स भी बोहोत ही ट्रेंड है, खूबसूरत भी
है और वेल मॅनर्ड भी है. ऊन्है ख़ास तौर पे सिखाया गया है के सिल्वर / गोल्ड कार्ड मेंबर को वो सब देना होगा जो वो चाहती है यहा तक के अगर कभी किसी औरत या लड़की को आयिल मसाज देते देते उसको मास्टरबेट करवाना अछा लग रहा है तो वो मास्टरबेट भी करती है और अगर कोई गोल्ड कार्ड मेंबर चाहे तो हमारी मसाजर लड़की नंगी हो कर भी मसाज करती है. या कुछ बड़ी एज की औरतें है जो चाहती है के लड़की भी नंगी हो जाए तो हमारे पास की मसाज करने वाली मसाजार लड़की को उसका ऑर्ड रेस्पेक्ट करना पड़ता है. यहा यह बताना ज़रूरी समझता हू के हमारे पास ऐसी बोहोत सी औरतें आती है जिन्है लेज़्बीयन आक्ट बोहोत पसंद होता है. हमारी ट्रेंड लड़कियाँ उनके साथ लेज़्बीयन आक्ट भी करती है डिफरेंट पॉज़िटन मे. कुछ औरतें तो हमारे मसाज करने वाली लड़कियों की चूत भी चाट लेती है जिसकी वजह से हमारे पास यह ज़रूरी है के हर मसाज करने वाली लड़की अपनी चूत रेग्युलर शेव कर के एक दम से चिकनी और सिल्की सॉफ्ट रखे और जब भी यूरिन को जाए तो चूत को अच्छी तरह से पानी से धो डाले क्यॉंके कुछ औरतों को चूत मे से आती पिशाब की बू अछी नही लगती.
लास्ट वीक ही मेरे पास जर्मनी से स्पेशल मसाज टेबल आए है जिन्है मैं इन्स्टलेशन मॅन्यूयल्ज़ को पढ़ पढ़ के इनस्टॉल कर रहा हू. इन्स्टलेशन के टाइम पे मैं ने ऊपेर सीलिंग पे 4 – 5 डिफरेंट आंगल से वीडियो कॅमरा फिट भी किए है ता के कभी ज़रूरत पड़ जाए तो उनको फिर से असेमबल किया जा सके. मैं ने एक छ्होटा सा माइक भी लगा रखा है. जब मैं इनस्टॉल करता जाता हू तब कॉमेंटरी भी देता जाता हू ता के आगे कभी ज़रूरत पड़े तो वो ऑडियो टेप काम आए.
यह किओ नॉर्मल वाली रेक्टॅंग्युलर टेबल नही है.यह बोहोत ही सोफिस्टीकेटेड और स्पेशल टेबल्स है जिसके एक एक पार्ट अलग से सक्रूज़ और हिंजस से लगा हुआ है और उनको ट्विस्ट भी किया जा सकता है, जिनकी हाइट अड्जस्ट की जा सकती है, रोटेट किया जा सकता है और यह किसी रोबोट की तरह से इसके पार्ट्स अलगे अलग स्प्रेड किए जा
सकते है. सिंगल आदमी के लिए है. बॅस पीठ जितना हिस्सा ही फिक्स्ड है उसके आगे जो आर्म्स है उनको ऐसे स्प्रेड किया जा सकता है जैसे कोई बेड पे लेट के अपने दोनो हाथ इंग्लीश के लेटर “ Y “ जैसा कर लेता है और ऐसे ही “ Y “ की शकल का नीचे लेग्स का सेक्षन भी हो जाता है. यह टेबल इतनी स्पेशल है के जब किसी को इस पे लिटाया जाता है तो टेबल का एक इंच का हिस्सा भी दिखाई नही देता. ऐसे के अगर कोई लड़की हेड की तरफ से मालिश कर रही हो तो जो लड़की या औरत टेबल पे लेटी है उसके दोनो हाथ “ Y “ की तरह से खुल जाते है और सिमिलर्ली टाँगें भी ऐसे ही खुल जाती है एक दम से जैसे “ स्प्रेड ईगल “ . जब टॅंगो की तरफ से मसाज करना हो तो मसाज करने वाली लड़की दोनो टाँगो के बीचे मे पूरी अंदर तक चली जाती है और मसाज टेबल पे लेटी हुई औरत की चूत तक पोहोच जाती है ता के पीठ का या सीने का मसाज आराम से किया जा सके. ऐसे सूरत मे अगर मसाज करने वाली लड़की थोड़ा सा आगे बढ़ जाती है तो शाएद टेबल पे लेटी और मसाज करने वाली लड़की की चूते आपस मे टकरा जाती है. इसी तरह से अगर वो हेड की तरफ़ से मालिश करने के लिए सामने आ जाए तो चूत और मूह एक दूसरे से लग जाते है. जब हाथ स्प्रेड हो जाते है तो किसी भी तरफ से मसाज आसानी से किया जा सकता है. हाथो वाले पोर्षन मे एल्बो के पास और टाँगो वाले पोर्षन मे नीस पे पास हिंजस लगे हुए है जिसकी वजह से हाथ और पैरो को लीवर्स के थ्रू मोड़ा भी जा सकता है. यह टेबल मे कुछ ऐसे लीवर्स भी लगे हुए है के उनके उपयोग से टेबल सामने से उठ भी जाती है या टाँगो की तरफ से उठाई जाती है तो सर वाला पोर्षन थोड़ा नीचे हो जाता है या वाइस वर्सा. हाथो और टाँगो के पोज़िशन्स और स्प्रेडिंग भी कंट्रोल की जा सकती है. हाथो वाली जगह पे, टाँगो वाली जगह पे और बीच मे कुछ ऐसे बेल्ट्स भी लगे हुए है जिन्है टाइट लगा देने से टेबल को कैसे भी आंगल मे टिल्ट किया जा सकता है और उसपे लेटी औरत नीचे नही गिरती. ऐसे के अगर कोई औरत उस टेबल पे लेटी हो और उसके हाथ, पैर और पेट पे अगर बेल्ट्स टाइट कर दिए जाए और टेबल के लीवर कंट्रोल्स से उनको सीधा खड़ा भी काइया जा सकता है और सर के बल भी किया जा सकता है. जितनी ज़रूरत हो उतना उठाया जा सकता है या टिल्ट किया जा सकता है. टेबल के चारो तरफ मसाज
के लिए आयिल के या लोशन के बॉटल्स भी रखे जाने के लिए पाउचस बने हुए है. आइ होप के यह डिस्क्रिप्षन और टेबल का शेप और उसकी फेसिलिटी आप लोगो की समझ मे आ गई होगी. बॅस यूँ समझ ले के टेबल पे जब कोई लेट ता है तो किसी भी तरफ से टेबल दिखाई नही देती बॅस ऐसे लगता है जैसे कोई टेबल पे लेटा नही है बलके हवा मे सस्पेंडेड है. यह टेबल एस्पेशली जर्मनी से मँगवाई गई है.
हा तो मैं उस टेबल को डिफरेंट अगले से फिट कर रहा था और ऊपेर लगे कमेरे से वीडियो भी बना रहा था और साथ मे टेबल के नीचे स्टील रोड से बोहोत ही छोटा सा लैकिन बोहोत ही पवरफुल मईक भी लगा हुआ था. जैसे जैसे मैं टेबल फिट कर रहा था साथ मे कॉमेंटरी भी दे रहा था कि हाउ आइ आम इनस्टलिंग दिस टेबल और यह वीडियो टेप दूसरी टेबल पे फिट करने के टाइम पे ईज़ी हो. ऊपेर से पवरफुल कॅमरा वीडियो बना रहा था और टेबल के नीचे छोटा सा पवरफुल माइक मेरी आवाज़े टेप कर रहा था.
दोपहर हो चली थी. मेरा काम ऑलमोस्ट ख़तम हो गया था. यह एक टेबल फिट करने मे कम से कम 4 घंटे लग गये थे. सुबह 9 बजे से इन्स्टलेशन कर रहा था और अब तकरीबन 1 बज रहा था. हॉल मे सेंट्रल एर कंडीशनर तो नही था बलके 3 स्प्लिट यूनिट्स लगे हुए थे जिस की वजह से जिम और ब्यूटी पार्लर अछा ठंडा रहता था ख़ास तौर से गर्मीओ मे. यह भी गर्मिओ के ही दिन थे. मैं ने सिर्फ़ एक ही स्प्लिट यूनिट स्टार्ट किया था उस पोर्षन का जहा मैं टेबल फिट कर रहा था. अभी ऐसी और 6 टेबल फिट करना थी जिसको मैं ने सोचा के हर वीकेंड पे एक एक टेबल फिट करूँगा. मैं अपना काम ख़तम करके शवर लेने चला गया और बाथरूम से निकलते हुए एक हल्का सा टवल ही लपेट के बाहर आ गया और एक टाइम फिर से टेबल का इनस्पेक्षन करने लगा के ठीक से लगी है के नही. इतने मे मेरी नज़र बाहर पड़ी जहा से स्टेर्स ऊपेर आते है. मैं ने देखा के एक स्कूटी आ के रुकी जिस पे से 2 कम उमर लड़कियाँ उतरी. मेरे गुमान मे भी नही था के यह दोनो लड़कियाँ मेरे जिम मे आने वाली है. जैसे ही स्कूटी रुकी उस पर से जो लड़की पीछे बैठी
थी वो उतरी और लंगदाने लगी. स्कूटी चलाने वाली लड़की ने उसको सहारा दिया और पार्लर के सीढ़ियाँ चढ़ने लगी. दूसरी वाली लड़की उचक उचक कर चल रही थी. वो दोनो मस्तिया भी कर रहे थे. एक दूसरे को चींटी काट रहे थे और चूतड़ो पे हल्के से मार भी रहे थे. मैं समझ गया के यह दोनो पक्के दोस्त होंगे जो ऐसे एक दूसरे के साथ मज़ाक कर रहे थे. मैं उनको देखने लगा और सोचने लगा के आख़िर यह है कौन और ऐसे कैसे बिंदास ऊपेर चढ़ के आ रही है जब के आज जिम बंद है. मैं ने हॉल के डोर को अंदर से बंद कर रखा था पर अंदर से जो लाइट जल रही थी वो बाहर से दिखाई दे रही थी. 2 मिनिट के अंदर ही बेल बजी तो पहले तो मैं ने यह सोचा के डोर खोलू या नही फिर सोचा के यह लड़की लंगड़ा के चल रही है मतलब के इसको कोई तकलीफ़ है इसी के चलते मैं ने डोर खोल दिया और वो दोनो लड़कियाँ पार्लर के अंदर आ गई.
दोनो के हाथो मे कुछ कॉपीस और बुक्स थे जिसपे क्रिस्टल कॉलेज का ळेबेल लगा हुआ था. क्रिस्टल कॉलेज मेरे जिम के करीब ही था. यह एक को-एजुकेशन हाइ स्कूल और कॉलेज था. सुना था के यहा के लड़के लड़कियाँ बोहोत ही अड्वान्स और फॉर्वर्ड है. लगता था के यह दोनो लड़कियाँ क्रिस्टल कॉलेज के स्टूडेंट्स’ है पर पता नही चला के कोन्सि क्लास मे पढ़ती है.
क्रमशः........
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