RE: Sex Kahani चाचा बड़े जालिम हो तुम
रज़िया के इस आक्षन से गुस्सा होके हरी एक ही धक्के मे पूरा लॉडा चूत मे घुसाता है जिससे रज़िया ज़ोरो से उछलती है. जैसे रज़िया उछलती है तो उसका सीना उठता है. हरी रज़िया के मम्मे बेरहमी से पकड़के दबोचते नीचे चूत चोद्ते बोला, "मदरचोड़, तेरी मा की चूत, तू हरी चाचा को सिखाती है कैसे चोदना चाहिए तेरी जैसे रंडी को? तेरी मा की चूत, साली बहुत मुसलमान लड़किया मेरे लंड की शागिर्द है समझी?" ज़ोरो से रज़िया को चोद्ते अब ज़रा शांत होते हरी बोला, "बेटी अब तेरी मा को मुझसे कैसे चुदवाना है यह तुझे ही सोचना है, ऐसा समझ तेरी चूत की शांति के बदले तुझे तेरी मा को मुझसे चुदवाने की कीमत देनी होगी, बोल देगी ना?
रज़िया के पूरे गोरे जिस्म पे अपने रफ हाथ फेरते हरी उसे चोद रहा था. हरी के इस हमले से रज़िया बुरी तरह बौखला गयी. अपना जिस्म एकदम कड़क करके टाइट कर लेती है जिससे उसके मम्मे एकदम टाइट खड़े होते है और जिन्हे हरी बेरहमी से मसले जा रहा था. ऐसे बेरहमी से चुदवाने मे उसे मज़ा भी आ रहा था. हरी का मूह अपने निपल पे दबाते हुए रज़िया बोली, "आगगगगगगगघह, उम्म्म्म छ्चाआककचाअ और चोदो मुझे ऐसे. बड़ा अच्छा लग रहा है." हरी का माथा चूमते रज़िया आगे बोली,"चाचा मैं आपको मेरे घर का रास्ता, अड्रेस और फोन नंबर सब कुछ दूँगी पर आप बताइए मुझे मैं अपनी अम्मी से कैसे कहु कि आपसे चुदवा ले? आप ही कुछ टिप्स दीजिए ना? चाचा और आजसे समझाइये मैं भी आपकी शागिर्द हो गयी हूँ और जैसा आप बताएँगे चुदवा लूँगी."
हरी पूरा लंड बाहर निकलते ज़ोर्से उसे अंदर घुसाके चोद रहा था. रज़िया का पूरा जिस्म धक्को से थरथराता है जिसे मस्ती से सहलाके मसल्ते हरी बोला, " आरे घर का रास्ता और अड्रेस नही चाहाए. मैं चाहता हूँ कि तू मेरा लंड पकड़के मुझे तेरी मा की चूत तक पहुँचा समझी? हरामी रांड़, सब बात की टिप्स मैं दूँगा तो साली तू क्या सिर्फ़ नीचे लेट के चूत चुदवा लेगी. अपने हरी चाचा के लिए ज़रा दिमाग़ भी लगा, इससे तेरी मा को भी खुशी मिलेगी ना?"
इस बात पे हल्की हरामी स्माइल करते रज़िया बोली, "अर्रे चाचा दिमाग़ की क्या बात करते हो? अगर होता तो कब से आपके नीचे ना सो जाती, मेरी सास को यह कहने ना आना पड़ता ना कि हरी भाई मेरी बहू को चोद्के मुझे पोता दो."
हरी रज़िया की इस बात पे हड़बड़ाते चोदना बंद करते बोला, "क्या बोली तू? तेरी सास को यह कहने ना आना पड़ता? मतलब क्या इसका बेटी? तू बोलना क्या चाहती है कि तेरी सास ने हमे भेजा है यहा तेरी मुसलमान जवानी चोदने? इतनी गिरी लगती है तेरी सास तुझे रज़िया?"
रज़िया और हरामीपन करते हरी के गाल चाट के बोली, "चाचा मैने आप दोनो को देखा उस्दिन बंगले के बाहर बात करते. आपको कुछ पैसे भी देते देखा. ऊस्दिन से आप मुझसे बहुत बाते करने लगे. तो मुझे शक हुआ कि दाल मे कुछ काला है. जिस तरह आप मेरे पास आने लगे मैं समझी कि इन सब बातो को मेरी सास की मंज़ूरी है और इसलिए मैं भी आपके पास आने लगी. जब मेरी सास ने बेटी के घर जाने की बात की तब मुझे यकीन हुआ कि मेरा शक और पक्का होने लगा. जिस दिनसे सास बेटी के घर गयी आप और ही पास आने लगे, अब यह इत्तफ़ाक़ है या सही मैं ऐसा हुआ है उसका मुझे पता नही..लेकिन जो भी हुआ हो मेरे फ़ायदे के लिए हुआ, है ना? और हरी चाचा सच बोलो क्या आपको मेरी अम्मी मे इंटेरेस्ट है? आप उसे चोदना चाहते हो सच मे चाचा?"
|