RE: Sex Kahani चाचा बड़े जालिम हो तुम
पर रज़िया ने कैसे भी अपने आप को छुड़ाके नीचे बैठके हरी का लंड चूमते हुए कहा, "चाचा प्लीज़, पहले चूत की आग शांत करो मेरी. इतने सालो से आज सही ढंग से चूत की आग भड़की है और सामने इतना तगड़ा लंड है तो पहले चूत चुदवाने की बड़ी तमन्ना है मेरी. चाचा इतने तने हुए लॉडा से मेरी चूत चोद्के उसे पाक होने दो. मुझे पता है इसमे से इतना रस बहेगा कि मेरी ज़िंदगी भर की प्यास बुझेगी. प्लीज़ चाचा आज इस रस से मेरी चूत को भर दो तो मेरे बच्चा होगा और फिर प्रेग्नेंट होने के बाद तो आप जब भी चोदने आओगे तब आप मेरी गांद मे यह मूसल जैसा लॉडा घुसाके मेरी गांद की ही खेती करना."
हरी खुश होके रज़िया के मम्मे मसल्ते 2 उंगलिया चूत मे डालते बोला, "आह साली मदरचोड़ रंडी बेटी, अब आई ना असलियत पे. तेरी मा को चोदु रंडी, तू इसलिए मेरे हाथ नंगी हुई कि तुझे बच्चा चाहिए है ना? साली तेरी मा को कुत्ते चोदे मदरचोड़ मुझे यह पता था पर तेरे मूह से सुनना था इसलिए तुझे इतना हैरान किया.तेरे मिया मे दम नही ना रज़िया तुझे बच्चा देने का, है ना रंडी?साली जब कभी तेरे मिया का लॉडा चूत मे घुसके झड़ता था तब भी तू मा नही बन सकी इसका मतलब यह भी है कि तेरे मिया के रस मे ताक़त नही तुझे मा बनाने की. अब देखमैं तुझे चोदुन्गा तो कैसे 9 महीनो मे मा बनेगी तू. मदरचोड़ साली तुझे मा बनाउन्गा तो मुझे क्या देगी?"
हरी रज़िया को बिस्तर पे सुलाके उसके टाँगो को फैलक़े उसमे बैठता है. नंगी लेटी रज़िया की हाथ मे उसने अपना लंड दिया. बेशर्म रज़िया बड़े प्यार से उस लंड को अपनी चूत पे रखते बोली, "ओह चाचा, कितनी गलिया दे रहे हो? अब सच बोलना पाप है क्या चाचा? वो जाने दो पर चाचा मेरे पास देने लायक जो चीज़ है वो दे रही हूँ आपको, मेरी यह चूत और गंद. और बोलो क्या चाहिए? पहले चूत चोद्के मुझे प्रेग्नेंट बनाओ और जब मैं पेट से रहूंगी तब मेरी गंद का दरवाज़ा दूँगी और जब मा बनूँगी तो तुम्हे हर रोज़ मेरा दूध पिलायुंगी, और क्या चाहाए? और एक बात सच्ची बताना चाचा, आप जो मेरे जिस्म पे इतनी मेहनत करोगे तो क्या इस सारी मेहनत मुशक्कत के बाद मेरे जिस्म से यह सख्ती नही जाएगी ना?"
हरी लंड चूत पे दबाता है. रज़िया की चूत धीरे धीरेओपन होके उसमे लंड की टोपी अंदर घुसती है. जैसे ही टोपी घुसी हरी बोला, "आह, बहनचोड़ रंडी, मुझे तेरी जैसी हरामी मुसलमान औरत का दूध पीने मे मज़ा आएगा. ठीक है रंडी बेटी, अब तुझे पहले बच्चे दूँगा और फिर तेरा पिछवाड़ा खोल दूँगा अपने लॉड से. और बेटी सुन, जब मैं तेरे जिस्म पे मेहनत करूँगा, इस बड़े लॉड से चूत और गांद मारूँगा, इतने रफ हाथो से मम्मे मसलके चुसूंगा तो थोड़ी सख्ती तो जाएगी पर तू डाइयेटिंग करके सख्ती फिर ला सकती है."
ज़िंदगी मे पहले बार चूत इतनी फैलने से रज़िया दर्द से चिल्लाते बोली, "अहह माआआआअ माआअरररर दियाआ मेरे को कक्चहाआकचाअ. उफफफ्फ़ कितना तगड़ा है, पर कोई बात नही, आज जान भी जाए पर मैं यह लंड ले लूँगी चाचा. उफ़फ्फ़ आहह कोई बीच का रास्ता निकालो कि यह सख्ती, निपल का गुलाबीपन और यह चूत काली ना हो. भले ही यह पहले जैसा टाइट ना हो लेकिन उनका टाइटनेस और रंग खराब ना हो."
रज़िया का एक मम्मा चूस्ते दूसरा मस्ती से मसल्ते लंड और दबाते हरी रज़िया की टाइट चूत स्ट्रेच होके आधा लॉडा घुसाते बोला, "अफ तेरी मा की चूत, साली क्या टाइट चूत है तेरी रंडी. बड़ा मज़ा आएगा तुझे चोदने मदरचोड़. उम्म रज़िया साली क्या गर्म चूत है तेरी रंडी. तेरे जिस्म की सख्ती और रंग कायम रखने की तुझे कोई दवा दूँगा जिससे तेरी चूत का गुलाबी पन बरकरार रहे. अब बाकी बाते छोड़ चूत चुदवा ले रंडी."
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