RE: Sex Kahani चाचा बड़े जालिम हो तुम
हरी को अपने कानो पर विश्वास नही हुआ कि रेहाना बी अपनी बहू रज़िया को चोदने के लिए कह रही है क्या ये एक सपना है या सच मे उन्होने ऐसा ही कहा है . हाँ ये सच था कि उसने शांति बेन की बहू को चोदा था . आज उसके एक बेटा था . और वो अपने परिवार मे खुश थी . हरी रेहाना बी के मुँह से दुबारा सुन कर कानो पर विश्वास करना चाहता था . हरी ने रेहाना बी को देखा और कहा "बेहन आपको पोता चाहिए और इसलिए आप चाहती है मैं रज़िया के साथ कुछ करू? मैं हिंदू हूँ और आप मुसलमान, फिर भी आप यह चाहती है? माजी मुझे उसमे कोई दिक्कत नही पर ग़लती से किसी को पता चला तो क्या होगा आप सोच लो. क्योंकि मैं एक हिंदू हूँ और आप एक मुसलमान .
हरी ने रेहाना बी को जाबाब देने के बाद हरी ने देखा कि रज़िया बाल्कनी से उन दोनो को ही देख रही थी
रेहाना बी ने अपने मन मे काफ़ी सोचा फिर बोली , "देख हरी, मेरा ये काम करने के तुम्हे मैं 25000 देने को तैयार हूँ. पर किसी भी तरह बात बाहर नही जानी चाहिए ये देखना तेरा काम है. रही बात हिंदू-मुसलमान की तो तुम तो हमारी मुश्किल जानते हो. मुझे अब तो बस नाती का मुँह देखना है, भले वो पोता मेरे लड़के से हुआ हो या किसी और से. बिना पोते का मुँह देखके मर गयी तो उपर जाके रहमान के अब्बू को क्या मुँह दिखाउन्गि. ये लो 5000 अड्वान्स मे और अब आगे का काम कैसे करना है ये तुम जानो. तुम दोनो को सहूलियत देने के लिए मैं तेरे बोलने पे 15-20 दिन के लिए बेटी के घर जाउन्गि, जब तक मैं वापस आउ तुम काम कर देना मेरा."
हरी ने सोचा आज का दिन कितना शुभ है उसे 5000 रुपये भी मिल रहे है और एक सेक्सी औरत भी . वह कभी पैसो को देखता कभी रेहाना बी को और कभी रज़िया को . उसने रज़िया को छोटी सी स्माइल दी और रेहाना बी से बोला , "वाह बेहन, पैसा भी और बहू भी, मॅज़ा आएगा. ठीक है बेहन मैं आपको पोता दूँगा पर आगे कुछ गड़बड़ हुई तो मुझे मत फँसाना. गड़बड़ मतलब आपका पोता मेरे जैसा दिखे और रहमान ने शक किया और डर की वजह से रज़िया ने अगर आपके लड़के को सब बताया तो वो मुझे मार डालेगा."
रेहाना मुस्कुराइ और बोली, "अरे हरी, रहमान मे अगर मारने का दम होता तो क्या मुझे पोता नही देता. उसकी फिकर मत कर, मैं संभाल लूँगी. पर हां, कोई ज़ोर जबर्जस्ति नही समझे ना? जो भी हो सब राज़ी-खुशी का मामला होना चाहिए ये याद रखना."
हरी , "उसकी चिंता आप छोड़ो, मैं बड़े प्यार से रज़िया को मनाउन्गा. बस आप मुझे 8-10 दिन का वक़्त देना और फिर जब मैं आपसे कहु आप 10-15 दिन के लिए बेटी के घर चली जाना. जब बेटी के घर से आप आओगी तो रज़िया आपको खुश खबरी देगी ये मेरा वादा है बेहन.
हरी ने रज़िया को देखा और बोला , "बेहन अब आप जाओ, पर पीछे मत देखना. पिछले 10मिनिट से रज़िया वाहा खड़ी होके हमे गौर से देख रही है." रेहाना बी घर की तरफ मूडी तो हरी ने रज़िया को स्माइल दी रज़िया ने भी ये जाने बगैर इन दोनो के बीच क्या बात हुई हैं औपचारिकता वश हरी को स्माइल वापस दी
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