RE: Hindi Porn Stories सेक्स की पुजारन
अब उनसे रहा नही जा रहा था. आख़िर उन्होने अपना लंड हाथ में लेकर उसके उपर के हिस्से को गान्ड के छेद पे लगा के आगे धकेलना शुरू किया. छेद इतना छोटा था कि लॉडा अंदर घुस नही पा रहा था पर ससुरजी ने आगे धकेलना जारी रखा.
‘आाआऐययईईई नही प्लीज़ अंकल, लेट मी गो’ ट्विंकल का दर्द शुरू हो गया था और वो चीख के ससुरजी को रोकने की कोशिश कर रही थी. उसे पता नही था कि उसके चिल्लाने से ससुरजी को और मज़ा आ रहा था.
ससुरजी ने अपना पूरा शरीर का वज़न लगा के आगे धकेलना जारी रखा और आख़िर ट्विंकल की गान्ड का छेद इतना फैल गया कि ससुरजी के लंड के उपर का हिस्सा अंदर घुस गया.
‘आआआआआआहह’ ट्विंकल की टाइट गान्ड को अपने लौडे के उपर के हिस्से पे महसूस करके ससुरजी को बहुत मज़ा आया. गान्ड का छोटा सा छेद ज़ोर से ससुरजी के लौडे पे सिकुड रहा था.
‘आआआआआआईयईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई’ ट्विंकल को ज़िंदगी में इतना दर्द नही हुआ था.
ससुरजी ने ज़ोर लगाना जारी रखा और धीरे धीरे उनका मोटा लॉडा ट्विंकल की गान्ड को फैलाता हुआ आगे बढ़ता गया. ज़ोर लगाते लगाते उनके सारे शरीर पे पसीना छा गया था.
ट्विंकल का तो अब दर्द के मारे चिल्लाना बंद हो गया था.
आख़िर कुछ मिनटों तक ज़ोर लगाने के बाद उनका पूरा लॉडा ट्विंकल की गान्ड में घुस गया. इतनी छोटी सी कुँवारी गान्ड में लंड डालके ससुरजी बहुत ही उत्तेजित हो गये थे और झरने के बहुत करीब थे. उन्होने लंड आधा बाहर निकाल पूरे ताक़त से आगे धक्का लगाना शुरू कर दिया. धक्को के ज़ोर से ट्विंकल का दर्द और बढ़ गया और उसका चिल्लाना शुरू हो गया. ससुरजी झरने के करीब थे और इसकी वजह से जंगली जानवर की तरह पूरी ताक़त लगा के ट्विंकल की गान्ड का बलात्कार कर रहें थे.
घन्शु और भीकू सब देखते हुए साइड पे अपने लंड को सहला रहें थे. छोटी सी गोरी गान्ड के अंदर इतने बड़े लंड का नज़ारा देख दोनो बहुत उत्तेजित हो गये थे.
ससुरजी जंगली कुत्ते के जैसे ट्विंकल की गान्ड में अपने लंड से धक्के लगा रहे थे. हरेक धक्के पे ट्विंकल के मूह से चीख निकल जाती. ससुरजी की आँखें आधी बंद थी और वो टाइट गान्ड का अपने लंड पे एहसास का मज़ा ले रहे थे. ट्विंकल की गोरी गान्ड ने उनके लंड को पूरा जाकड़ लिया था. कुँवारी गान्ड को चोदने में उनको बहुत मज़ा आ रहा था और अब उनका झरना शुरू हो गया.
भीकू ये नज़ारा देख रह नही पाया और अपने लौडे को ज़ोर से हिलाते हुए वो झरने लगा. उसका वीर्य ज़मीन पे गिरने लगा. घन्शु अपने टाइट लौडे को सहलाता रहा. वो अपने हाथो से झरना नही चाहता था, उसके गंदे दिमाग़ में कुछ और था.
ससुरजी के लौडे के अंदर से वीर्य बहने लगा. उनका मोटा लॉडा झरते हुए झटके खा रहा था और इससे ट्विंकल का दर्द और ज़्यादा बढ़ गया. गान्ड इतनी टाइट थी कि हर बार ससुरजी लंड अंदर घुसेड़ते थोड़ा वीर्य साइड से पिचकारी की तरह बाहर निकल जाता. पाँच मिनिट तक ससुरजी का झरना जारी रहा. इन पाँच मिनिट उन्होने इतनी ज़ोर से गान्ड मारी कि ट्विंकल दर्द के मारे बेहोश होने लगी.
लेकिन आख़िर ससुरजी का झरना बंद हुआ और उन्होने अपना लंड बाहर निकाला. लंड बाहर निकालते ही गान्ड मे से ढेर सारा वीर्य बाहर बहने लगा. पता नही कितने दिनो से वीर्य जमा करके रखा था ससुरजी ने.
बहुत समय बाद उन्होने किसी की इतनी तगड़ी चुदाई की थी और इसी वो बहुत थक गये थे.
‘मेरी दवाई का वक़्त हो गया हैं, तुम दोनो इसको हाथ मत लगाना समझे, में कुछ देर में वापस आ रहा हूँ हहहे. अभी तो और गान्ड मारनी हैं’
‘जी साब हम यही पे खड़े रहेंगे’
ससुरजी कमरे से चले गये. भीकू ट्विंकल की गान्ड का बलात्कार देखते हुए अपना लंड हिला चुका था लेकिन घन्शु का लॉडा पूरा टाइट हो कर खड़ा था.
ससुरजी के जाने के बाद वो ट्विंकल के आगे आ कर खड़ा हो गया. ट्विंकल का दर्द के मारे हाल बुरा था. वो आधी बेहोश थी और अपनी आँखें बंद किए हुई थी. उसकी आँखों के आँसू अब सुख चुके थे लेकिन गान्ड का दर्द कम नही हुआ था.
‘ट्विंकल मेडम, बहुत ही गाली दे रही थी आप, ऐसे गंदे मूह को तो सबक सिखाना चाहिए’ घन्शु अपना 8 इंच का मोटा लॉडा हाथ मे लिए ट्विंकल के चेहरे के नज़दीक खड़ा था.
|