RE: Hindi Porn Stories सेक्स की पुजारन
‘आआआआआहह’ डिज़िल्वा के मूह से आवाज़ निकल गयी. मेरे नरम लाल होंठो को अपने लंड पे महसूस करके डिज़िल्वा को मज़ा आ गया था.
‘आआआहह मानसी ज़ोर से चूसो’ मेने पूरे ज़ोर से अपने गीले होंठो से चूसना जारी रखा, और साथ ही अपनी जीब को उसके लंड पे घिसने लगी. दोनो हाथों से उसके मोटे लंड को धीरे धीरे हिलाती रही.
डिज़िल्वा नीचे देख खुश हो रहा था. अपनी कटरीना कैफ़ जैसी सेक्सी सौतेली बेटी के मूह में उसका लंड देख वो बहुत उत्तेजित हो गया था.
‘और मूह में लो मानसी’. मैने अपना एक हाथ लंड पे से हटा दिया और पूरा ज़ोर लगाके 6 इंच तक डिज़िल्वा के लौडे को मूह में ले के चूसना शुरू कर दिया. इससे ज़्यादा में अपने मूह में समा नही सकती थी.
डिज़िल्वा ने फोन साइड पे रख अपने दोनो हाथ मेरे सर पे रख दिए और मुझे उसके लंड की ओर खीचने लगा. में जानती थी उसको क्या चाहिए था. उसको अपना पूरा लंड मेरे मूह में डालना था. मुझे पता था कि पूरा लंड मूह में जाने से मेरा क्या हाल होगा लेकिन में डिज़िल्वा का ठीक से शुक्रिया अदा करना चाहती थी. मैने हिम्मत करके डिज़िल्वा के लंड पे से अपना दूसरा हाथ निकाल दिया. अगले ही पल डिज़िल्वा ने अपनी गान्ड आगे धकेल के और मेरे सर को अपनी और खीच लिया और उसने पूरा लॉडा मेरे मूह में ठूंस दिया.
‘आआआआअहह’ डिज़िल्वा अब अपनी बेटी के मूह को अपने 10 इंच के लौडे से चोद रहा था. मुझे बहुत तकलीफ़ हो रही थी और मेरे आखों से आँसू निकलने लगी. मेरे जबड़े में दर्द होने लगा. डिज़िल्वा बहुत ही धीरे धीरे मेरे मूह की चुदाई कर रहा था. वो जल्दी झरना नही चाहता था. में जानती थी कि में और मूह की चुदाई बर्दाश्त नही कर पाउन्गि और मैने अपना हाथ डिज़िल्वा की गान्ड पे रख अपनी एक उंगली उसकी गान्ड में डाल दी. अचानक गान्ड में उंगली जाने से डिज़िल्वा चोंक गया और उसका झरना शुरू हो गया. वो अब तेज़ी से मेरे मूह में अपना लॉडा अंदर बाहर करने लगा. डिज़िल्वा का गाढ़ा वीर्य सीधा मेरे हलक में उतर रहा था. दो तीन मिनिट तक ढेर सारा वीर्य निकाल आख़िर उसका झरना बंद हुआ. झरने के बाद उसने धक्के लगाना बंद करके अपना लंड निकाला और मुझे थोड़ी राहत मिली. मैने अपना हाथ उसके लंड पे रख उसके लंड की चमड़ी पीछे ले कर उसके लौडे पे से बाकी का सारा वीर्य चाट चाट के सॉफ कर दिया.
देसील्वा को इस तरह से खुश करके मुझे बहुत अछा लगा.
कुछ देर बाद हम मौसी के घर के लिए निकल पड़े.
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