RE: Nanad ki training--ननद की ट्रैनिंग
“अच्छा मैं समझी। तुम्हें मालूम है की राजीव को चिकनी पसंद है, इसलिये…” उसकी चूत में एक उँगली हल्के से धंसाती मैं बोली।
“भाभी, आपको तो सब मालूम ही हो जाता है तो फिर पूछती ही क्यों हैं?” शरमाती हुई हल्के से मुस्कुराती वो बोली।
उधर स्क्रीन पे अब वो लड़की लगभग पूरा लिंग घोंट चुकी थी, और खुश निगाहों से उस आदमी को देख रही थी। उस लड़की का एक हाथ लण्ड के बेस पे और दूसरा उसके बाल्स पे था।
मैंने गुड्डी से पूछा- “अच्छा चल अब तेरा टेस्ट लेती हूं, कल तूने आर्ट आफ ओरल सेक्स पढ़ा था ना, चल ये बता कि ये लड़की अपने किस-किस अंग का इश्तेमाल ओरल सेक्स में कर रही है?”
गुड्डी- “भाभी, होंठों का और जीभ का…”
“और…” मैंने फिर पूछा।
गुड्डी- “और हाथ का…”
“शाबास और…”
गुड्डी- “आँख…” कुछ सोचकर वो बोली।
“एकदम सही…” कसकर उसकी चूची दबाते हुए मैंने तारीफ की- “जिस तरह से वो खुशी भरी आंखों से देख रही है वो मर्द का मजा दूना कर देती है…” और मैंने उसे स्लो कर दिया कि वो ठीक से देख सके। अब स्क्रीन पे उसने लण्ड काफी बाहर निकाल लिया था और हल्के-हल्के चूस रही थी।
“पहले पढ़ के सीख, फिर देख कैसे करते हैं, और फिर प्रैक्टिस…” मैंने उसे समझाया।
गुड्डी- “पर भाभी, प्रैक्टिस कैसे…” उसकी आँखें टीवी पे गड़ी थी की वो कैसे चूस और चाट रही है।
“बताती हूं…” और मैंने फिल्म को पाज़ करके ड्राअर खोला। उसमें तरह-तरह के डील्डो, वाईब्रेटर, लोशन और सेक्स ट्वाय रखे थे। मैंने दो तीन डिल्डो निकाले। एक मोटा सा जो एकदम लण्ड के शेप का था यहां तक की उसमें ‘बाल्स’ भी थे, उसे दिया और बोली- “इसे मुँह में लेकर तू चूस… कम से कम दस मिनट तक कोशिश कर ज्यादा से ज्यादा अंदर लेने का। धीरे-धीरे 20 मिनट तक कम से कम मुँह में लेने की प्रैक्टिस होनी चाहिये। पहले जो सुपाड़ा है, उसे हल्के-हल्के चाट…”
उसने उसे लेकर पहले तो चाटा फिर मुँह में घुसेड़ लिया।
“हां और थोड़ा अंदर, थोड़ा सा और मैंने उसकी हिम्मत बढ़ायी। हां, ऐसे ही करेगी तो कुछ ही दिनों में उस लड़की जैसे प्रैक्टिस हो जायेगी…” (उसका मुँह बंद करने की अच्छी ट्रिक थी।)
अब मैंने एक पतला सा डिल्डो लेकर उसकी बुर में हल्का सा घुसेड़ दिया, और फिल्म फिर चला दी। टीवी में लण्ड की चुसाई देखते हुए, वो कस-कसकर प्लास्टिक का लण्ड-नुमा डिल्डो चूस रही थी।
मैंने उसे समझाना शुरू किया- “देख, लण्ड चूसते समय ये ध्यान रखते हैं की पहले तो तुम्हें खुद कम्फर्टेबल होना चाहिये, पहले उसको हाथ से पकड़ो, छुओ, थोड़ा सहलाओ, और फिर सुपाड़ा होंठों से खोलो, और हां अपने होंठों का खास ख्याल रखो, अगर तुम गाढ़े लाल या गुलाबी रंग की लिपिस्टक और वेट-लुक के साथ लगाओगी तो और अच्छा लगेगा। तो पहले सुपाड़े को चूमो, पी-होल को जीभ से छेड़ो, जीभ से सुपाड़े को हल्के-हल्के चाटना शुरू करो, जैसे आईसक्रीम कोन को करते हैं। और हां सुपाड़े का पिछला भाग जो बाकी लण्ड से मिलता है, उसे फ्रेनुलम कहते हैं। (फिर मैंने उसे एक लण्ड की आकृति का बना डिल्डो दिखाया की कैसे सुपाड़े के पीछे एक स्कार सा होता है) वो जगह बहुत सेंसीटिव होती है, उसे जीभ से छेड़ो।
और हां, एक बात और मुँह में लेते समय ध्यान रखो की होंठों को थोड़ा सा दांतों के ऊपर कर लो जिससे किसी भी हालत में लण्ड पे दांत न लगने पाये…”
उसने लण्ड के माडेल के डिल्डो को ध्यान से देखते हुए स्वीकृती में सर हिलाया।
और मैंने उसे समझाना जारी रखा- “और देखो, चूसने से पहले चाटना जरूरी है, सुपाड़े में सबसे ज्यादा नर्व एंडिंग्स होती हैं इसलिये पहले हल्के-हल्के, फिर कसकर उससे चाटो। उस समय एक हाथ से उसके लण्ड का बेस या बाल्स पकड़ो और बाल्स हमेशा हल्के से पकड़ना चाहिए। ज्यादातर मर्द, खुद बोलेंगें की उन्हें कहां चटवाना अच्छा लगता है। इसके बाद धीरे-धीरे लण्ड अंदर लो। उसे धीरे से फिसलकर आने दो। ध्यान रखो की तुम्हारे होंठ उसके लण्ड को हल्के से रगड़ते रहें और नीचे से जीभ से उसे तुम चाटो। और सहारे के लिये लण्ड को अपने हाथ से पकड़े रखो। लड़कों को लड़की के हाथ में लण्ड का एहसास बहुत अच्छा लगता है। और उसका एक दूसरा फायदा ये है की जब वह झड़ने के करीब होगा तो तुम बेस पे जो ये नस है (मैंने डिल्डो पे उसे दिखाया), उसे तुम दबा सकती हो और फिर वो झड़ नहीं पायेगा। एक दो बार ऐसे रोकने से जब वह फाइनली झड़ेगा तो उसे बहुत मजा आयेगा। और एक बात ये है की तुम कित्ता देर लण्ड मुँह में रख सकती हो। ज्यादातर लड़कियां 4-5 मिनट में ही थक जाती हैं। पर प्रैक्टिस से तुम 15-20 मिनट तक भी चूस सकती हो। रोज ये डिल्डो जो तुम चूस रही हो उसे चूस करके टाईम बढ़ा सकती हो। पर जब मुँह थक जाय ना तो उसे निकालकर, उसे साईड से, बाल तक चूम चाट सकती हो, ये देखो सामने…”
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