RE: Nanad ki training--ननद की ट्रैनिंग
" अरे नंदोई जी अपना कान या जो कुछ भी खोलना हो खोल के रखिए अब सलहज और साली की बारी है, गाली भी जबरदस्त दूँगी और गाली का नेग भी जबरदस्त लूँगी." और हम दोनो चालू हो गये,
" अरे हमारे नंदोई जी अरे जीत जी खाने को बैठे, अरे कोने मे बैठे, अरे कोने मे लगे ततैया"
" अरे जीत जी की नंदोई जी की अम्मा की बिल मे अरग समाए, सरगसमाए,घोड़ागाड़ी को पहिया"
" अरे नंदोई जी की बहाना की बिल मे अरग समाए, सरगसमाए,घोड़ागाड़ी को पहिया",
" अरे हेमा जी की बुर मे, बैल को सींग, भैंस को चूतर, लंबा बाँस मोटा कोल्हू घोड़ागाड़ी को पहिया",
तब तक खाने मे बेंडे की सब्जी और खाने के खाने के अंत मे खरिका परोसा गया, और हमने अगला गाना शुरू कर दिया,
" अरे नंदोई साले, अरे उनकी बहना छिनार खाने को बैठे, खाने मे मिल गया बेंडा",
" अरे जीत बन्धुए की बहानी को अरे हेमा छिनार को चोदे सारे, गुंडा",
" अरे नंदोई साले, अरे उनकी बहना छिनार खाने को बैठे, खाने मे मिल गया खरिका",
" अरे जीत गंडुए की बहनि को, अरे हेमा छिनार की बुर चोदे सब गुंडा".
तब तक गुलाबो हमारे साथ आ गयी. गुड्डी खुल कर अपने जीजा और उनकी बहनो को गाली दे रही थी. उसने हंस कर गुलाबो से कहा, अरे गुलाबो भौजी, ज़रा कस के जीजा को एक असली वाली सुना दो. वो हंस के बोली एकदम ननद रानी लेकिन तुमको भी उसी तरह खुल के साथ देना होगा. एकदम वो बोली और फिर हम तीनों शुरू हो गये,
" गंगा जी तुम्हारा भला करे गंगा जी
अरे नंदोई साले तुम्हारी बहनि की बुरिया मे, हेमा साली की बुरिया तालों ऐसी पोखरिया ऐसी,
उसमे 900 चैले नहाया करे, अरे 900 गुंडे नहाया करे, बुर चोदा करे मज़ा लूटा करे,
अरे नंदोई साले तुम्हारी अम्मा की बुरिया अरे उनका भोसडा, बटुलिया ऐसी पतीलिया ऐसी,
जिसमे 9 मन चावल पका करे, बंधुए खाया करे, मज़ा लूटा करे, गंगा जी तुम्हारा भला करे गंगा जी,"
तब तक सब लोग खाना खा कर उठ कर खड़े होगये. नीचे से किसी ने गुहार लगाई कि गाने के लिए सब लोग बुला रहे है, गुलाबो, हेमा और कुछ औरतें नीचे चली गयी. मैने गुड्डी से कहा अरे, अपने जीजा जी को पान तो खिला दो. जब उसने पान बढ़ाया तो मैने फिर टोका, अरे एक नही दो, जोड़ा पान खिलाओ. हँसते हुए उसने फिर एक जोड़ा पान अपने कोमल हाथों से, जीजा जी के होंठों मे पकड़ा दिया.
मैनें चिढ़ाया, अरे जोड़ा बना रहे, जीजा साली का.
हंस कर, पान चूबाते हुए, उन्होने अपने हाथ से जोड़ा पान गुड्डी को खिलाने की कोशिश की तो वो पीछे हट गयी, और बोली,
" नही जीजू, मुझे पान अच्छा नही लगता, मैने कभी नही खाया"
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