RE: Chudai Sex Kahani मस्त घोड़ियाँ
मस्त घोड़ियाँ--11
गतान्क से आगे........................
रुक्मणी- आज भैया को तुम अपनी चूत चटवा दो मैं कल देखूँगी आज तो मेरी चूत मे तुम्हारे बेटे के लंड की चुभन ही महसूस होने दो आज बहुत दिनो बाद किसी जवान लंड ने चोदा है अलग ही मिठास पेदा हो रही है,
बुआ के जाने के बाद मंजू अपने पति के पास जाकर बैठ जाती है और मनोहर एक बात .
मनोहर- मंजू का गुदाज उठा हुआ पेट सहलाते हुए हाँ पुछो रानी,
मंजू- क्या मैं बहुत सुंदर हू और क्या बहुत सेक्सी लगती हू,
मनोहर- मेरी रानी तुम बहुत सुंदर और सेक्सी हो तुम्हारे चेहरे को देख कर ही काम रस टपकता है
मंजू- क्या मुझे देख कर किसी का लंड भी खड़ा हो स्कता है
मनोहर- हाँ मेरी जान तुम्हारी गुदाज जवानी को देख कर किसी का लंड भी खड़ा हो सकता है
मंजू- क्या मेरे बेटे का लंड भी मुझे देख कर खड़ा होता होगा
मनोहर -क्यो नही तुम इतनी मस्त चोदने लायक लगती हो कि तुम्हारे बेटे का लंड भी तुम्हे देखते ही खड़ा हो जाता होगा, और तो और तुम्हारा बेटा तो तुम्हे अपने ख़यालो मे ही कई बार पूरी नंगी करके चोद चुका होगा, तुम्हे मालूम नही अपनी मम्मी को चोदने मे बेटो को कितना सुख मिलता है,
अगर तेरे जैसी खूबसूरत रंडी मेरी मम्मी होती तो मैं तो तेरी चूत अपने लंड से चोद-चोद के भोसड़ा बना देता, दिन रात तेरी गंद रंडियो की तरह चोद्ता,
मनोहर- लेकिन आज तुम यह सब अचानक क्यो पुच्छने लगी कही रोहित ने तुम्हारी चूत मे हाथ तो नही मार दिया या फिर तुम्हारी मोटी गंद को दबा दिया,
मंजू- नही ये बात नही है पर आज कल मैने देखा है वह मेरे चुतडो की तरफ बहुत देखने लगा है,
मनोहर- तुम्हारी जवान गंद देख कर तो किसी का भी लंड खड़ा हो जाए फिर वह तो तुम्हारा बेटा है उसका लंड तो अपनी मा की गदराई जवानी देख कर खड़ा होना ही है,
उधर अजय अपनी भांजी संगीता के पास पहुच जाता है और संगीता अपनी टीशर्ट और स्कर्ट पहने बैठी रहती है,
मामा- संगीता यहाँ आओ अब तो तुम कितनी बड़ी हो गई हो और मामा संगीता के गालो को चूम लेता है,
संगीता अपने मामा से चिपकती हुई ओह मामा तुम कितने दिनो बात आए हो अब तो तुम्हारी भांजी तुम्हारे साइज़ की हो गई है,
मामा- संगीता की गुदाज जवानी और उसके कठोर दूध जो की टीशर्ट मे एक बड़ा सा शॅप बनाए हुए नज़र आ रहे थे को देख कर कहता है मेरी रानी तुम तो बहुत ज़्यादा जवान हो गई हो और पूरी अपनी मम्मी पर गई हो, कुछ दिनो मे ही तुम्हारी ये जंघे और तुम्हारी ये गुदाज गंद अपनी मम्मी जैसी ही मस्त फैल जाएगी और फिर देखना तुम्हारी जवानी को पीने के लिए लोगो का दिन मचल जाएगा
संगीता अपने सीने को उपर की ओर तान कर अंगड़ाई लेते हुए हे मामा जी पूरा बदन टूट रहा है
मामा - अरे बेटी मैं आज तेरे बदन के हर हिस्से मे अच्छी मसाज कर देता हू,
दोनो एक दूसरे को सहलाते हुए बातो मे मगन थे तभी उन्हे किसी के आने की आहट होती है और संगीता चुपचाप आँख बंद करके लेट जाती है और मामा जी दरवाजे की ओर देखने लगते है
मामा- अरे दीदी अभी तक सोई नही तुम
मंजू- हाँ रे नींद नही आ रही थी फिर मंजू अपनी बेटी संगीता की ओर देखने लगी जो अपने दोनो पेरो के घटनो को मोड हुए सोने की आक्टिंग कर रही थी, मम्मी ने देखा संगीता की मूडी हुई टाँगो के बीच का हिस्सा साफ नज़र आ रहा था और उसकी जंघे बहुत चिकनी गोरी और मस्त लग रही थी और उसकी पॅंटी का वह हिस्सा इतना फूला हुआ लग रहा था जहाँ संगीता की मस्त बिना झांतो वाली चूत दबी हुई थी,
मामा जी की नज़रे भी संगीता की मस्त पॅंटी के उपर से फुल्ली नज़र आ रही चूत पर थी, मम्मी ने मुस्कुराते हुए मामा जी से पुछा अभी सोई है क्या,
मामा- हाँ दीदी
मंजू- और सुना भाभी और बच्चे की याद तो नही आ रही है
मामा- मम्मी की नशीली आँखो मे देखते हुए अपने लंड को सहला कर दीदी तेरी बेटी संगीता को तो तुमने एक दम मस्त माल बना दिया है देख उसकी गुदाज बुर कितनी फूली लग रही है और फिर मामा ने संगीता की दोनो टाँगो को और भी ज़्यादा चौड़ा कर दिया और संगीता की गुलाबी चूत पॅंटी के एक साइड से झाँकने लगी,
मम्मी - मामा के सामने अपना गुदाज उठा हुआ पेट सहलाते हुए, उसके पास जाकर मुस्कुराती हुई उसके सर पर हाथ फेर कर, क्या बात है भाई इतने क्यो परेशान दिख रहा है,
मामा- ने अपने मूह को मम्मी को गुदाज पेट से लगा दिया और अपने हाथ को मम्मी की मोटी गंद के पिछे लेजा कर दबाते हुए, हे दीदी तुम्हारी लोंड़िया भी बिल्कुल तुम्हारी तरह चिकनी दिखने लगी है मैं तो बहुत तड़प रहा हू
मम्मी- मामा के लंड को अपने हाथो मे थाम कर, अरे पगले चुपचाप संगीता की गंद से चिपक कर उसकी चूत और बोबे थोड़े दबा दे वह खुद ही कुछ देर मे उठ जाएगी, पर हाँ अभी कुँवारी है बड़े प्यार से उसकी चूत मारना और हाँ अपनी बेटी समझ कर ही चोदना समझे,
मामा- मम्मी के होंठो को चूस कर दीदी संगीता इतनी कसी हुई माल है फिर भी जीजाजी ने अभी तक अपनी बेटी की चूत नही मारी क्या बात है,
मम्मी- अरे जब से उनकी बहन रुक्मणी आई है तब से वह उसको ही ज़्यादा चोद्ते है इसलिए उनका ध्यान नही गया और फिर संगीता की चूत की सील भी तो तेरे लंड से टूटना लिखी थी,
उधर संगीता अपने मन मे सोचती है तुम क्या खाक मेरी सील तोडोगे मैं तो कब की अपने भैया से अपनी चूत मरा चुकी हू,
मामा- दीदी आज मैं तेरी चिकनी बेटी की चूत फाड़ कर रख दूँगा
मम्मी- मुस्कुराते हुए वो तो तेरा खड़ा लंड ही बता रहा है कि तू मेरी चिकनी लोंड़िया को देख कर कैसे तड़प रहा है,
मामा- दीदी थोड़ा सा शहद है क्या
मम्मी- क्यो अब शहद का क्या करेगा
मामा- दीदी मैं जब भी कुँवारी लोंदियो की चूत चाट्ता हू तो शहद लगा कर चाटने मे बड़ा मज़ा आता है
मम्मी- बड़ा आया कुँवारी लोंदियो को चोदने वाला तूने अभी तक किसी कुँवारी लोंड़िया को चोदा भी है,
मामा-अब क्या करू दीदी कभी मोका ही नही लगा
मम्मी- जब तेरी खुद की बेटी थोड़ी बड़ी हो जाए तब उसे चोदना फिर देखना अपनी ही बेटी की चिकनी चूत चूसने मे तुझे कितना मज़ा आएगा,
मामा- दीदी अब तुम यहाँ से जाओ नही तो मैं तुम्हारी चूत मे अपना लंड फसा दूँगा
मम्मी- जाती हू बाबा पर तेरे लिए शहद तो ला दू फिर थोड़ी देर बाद मम्मी शहद देकर चली गई और मामा दरवाजा बंद करके संगीता के पेरो के पास बैठ गये संगीता एक दम से उठ कर बैठ जाती है और अपने मामा का मोटा लंड पकड़ते हुए,
संगीता- मामा जी आज अपनी बेटी को चोदने वालो हो क्या
मामा- संगीता के रसीले होंठो को एक दम से अपने मूह मे भर लेता है और उसकी शर्ट उतार देता है जब मामा संगीता की कसी हुई गुदाज चुचिया देखता है तो उसका लंड झटके मारने लगता है और वह अपनी भांजी के दूध को पागलो की तरह मसल्ने लगता है,
संगीता- आह मामा जी बहुत जोश मे लग रहे हो आज अपनी बेटी की बुर पीने का बड़ा मन कर रहा है आपका पर मामा जी मेरी रंडी मम्मी को भी यही चोद देते, बहुत बड़ी रंडी है वो तुमने तो खूब उसकी चूत खोल -खोल के सूँघी होगी ना,
मामा- संगीता के दूध के निप्पल मे शहद की बूंदे टपका कर उसके एक निप्पल को कस कर अपने दांतो से काट कर चूस्ते हुए, हाय मेरी रंडी भांजी तेरी मम्मी अपनी गंद मारने को मुझे नही देती है नही तो साली की गंद मार-मार कर लाल कर दू,
संगीता- आह मामा जी कितना अच्छा चूस्ते हो अब सीधे मेरी चूत मे शहद डाल कर चाट लो तो मज़ा आए,
मामा- संगीता की पॅंटी को एक झटके मे उतार कर उसकी जाँघो को खूब कस कर फैला देता है और फिर अपनी भांजी की गुलाबी चूत को देख कर उसको चूमते हुए उसमे खूब सारा शहद लगाने लगता है और संगीता आह आह करने लगती है,
संगीता- मामा जी मेरा दिल करता है कि कोई मेरी मम्मी को खूब रंडी की तरह चोदे, इतना चोदे इतना चोदे कि रंडी का मूत निकाल दे मेरी मम्मी किसी चुदी हुई कुतिया की तरह अपनी गंद हिलाती पड़ी रहे और उसकी गंद और चूत मे तगड़े लंड घुस-घुस कर उसे चोद्ते रहे,
मामा तब तक संगीता की बुर मे शहद डाल कर उसे चाटने लगा था वह जितना संगीता की गुलाबी चूत को फैला कर चाट्ता संगीता उतना ही सी सी की आवाज़ निकालने लगती, मामा पागल कुत्ते की तरह संगीता की चूत को चाट रहा था और उसकी चूत एक दम लाल हो चुकी थी तभी मामा जी ने संगीता को उठा कर उसकी जगह खुद लेट गये और संगीता को उठा कर उसकी गंद को अपने मूह से सटा लिया इस तरह संगीता मामा के पेट पर लेट गई और उनके लंड पर शहद लगा कर चाटने लगी, अब इधर मामा संगीता की गंद और चूत दोनो को फैला-फैला कर चाट रहा था उधर संगीता अपने मामा का मोटा लंड चूस रही थी,
संगीता-मामा जी मम्मी की चूत का रस ज़्यादा अच्छा है या मेरा
मामा- बेटी अभी तो तेरी चूत के रस से अच्छा कुछ भी नही लग रहा है, पर एक बात बता तुझे सबसे ज़्यादा चुदने का मन किससे होता है,
संगीता- मामा जी मुझे तो पापा का लंड सबसे अच्छा लगता है, जब पापा मेरे उपर चढ़ कर मेरी मस्त गंद ठोंकेगे तब देखना मैं अपने पापा को अपने भोस्डे मे भर लूँगी,
मामा- संगीता की चूत की फांको को पिछे से पूरी तरह खोल कर उसके गुलाबी छेद मे अपनी नुकीली जीभ डाल कर उसका रस चूस लेता है और संगीता अपनी चूत मामा के मूह मे दबा देती है,
मामा- बेटी जब तेरे पापा तेरी चूत मे अपना लंड पेल देंगे तब उन्हे भी अपनी बेटी को चोदने मे मज़ा आ जाएगा और फिर मामा जी संगीता को अपने मूह से उतर कर उठ कर बैठ जाते है,
और संगीता की जाँघो को फैला कर देखते हुए, उसकी चूत का दाना सहलाते हुए संगीता बहुत खुजली हो रही है ना,
संगीता- हाँ मामा जी अब जल्दी से मेरी चूत मे लंड डाल दो और मुझसे खूब गंदी-गंदी बाते करो
मामा- हैरानी से संगीता की ओर देखते हुए बेटी तू बिल्कुल अपनी मम्मी पर गई है जब तेरी मम्मी अपनी चूत मरवाती है तो उसे भी खूब गंदी बाते करने का मन होता है,
संगीता अपनी चूत को फैला कर अपनी टाँगे हवा मे उठा लेती है और मामा जी अपने लंड को उसकी चूत के छेद मे लगा कर एक कस कर धक्का उसकी फूली बुर मे मार देते है और संगीता आह मामा जी मर गई आह आह
मामा जी प्लीज़ थोड़ा धीरे डालो बहुत मोटा लंड है, तभी मामा जी संगीता की चिकनी जाँघो को अपने हाथो मे दबोच कर दूसरा धक्का कस कर देते है और उनका पूरा लंड संगीता की चूत मे फिट हो जाता है औ संगीता ओह ओह मामा मार डाला रे कुत्ते कितना तेज धक्का मार दिया,
मामा जी बस मेरी रानी बस अब बहुत धीरे-धीरे तुझे चोदुन्गा और मामा जी अपने लंड को संगीता की बुर मे पेलने लगे, संगीता अपनी गंद उठा कर मामा के लंड पर दबाने लगी और जल्दी ही संगीता की चूत बहुत चिकनी होकर अपने मामा का लंड लेने लगी,
मामा जी संगीता के रसीले होंठो को चूस्ते हुए उसकी कसी हुई चुचियो को दबा-दबा कर उसकी बुर मे गहराई तक लंड पेलने लगते है,
संगीता-आह आह ओह मामा जी कितना मस्त लंड है तेरा, बहुत बढ़िया चोद रहे हो मामा जी
मामा- बेटी बस आज ऐसे ही रात भर तेरी चूत को तेरा मामा चोदेगा बस तू आराम से अपनी जाँघो को फैलाए रह,
संगीता- आह अच्छा मामा जी आदमियो को सबसे ज़्यादा किसकी चूत मारने मे मज़ा आता है
मामा- बेटी किसी भी आदमी को सबसे ज़्यादा मज़ा उसकी खुद की मम्मी को चोदने मे आता है, मा को अपने बेटे का लंड लेने का बड़ा मन करता है और अपने बेटे के लंड को सोच-सोच कर खूब अपनी चूत मरवाती है,
और एक बाप को अपनी कुँवारी बेटी को चोदने मे बड़ा मज़ा आता है, और अगर बेटी शादीशुदा होती है तो बाप को अपनी बेटी को चोदने मे और भी मज़ा आता है,
संगीता- आह आह मतलब जब मेरी शादी हो जाएगी तो पापा और भी मस्त तरीके से मुझे चोदने के लिए तड़प उठेगे,
क्रमशः......................
|