RE: Virgin Girl Sex मासूम मुन्नी
बीना ने अपनी कोशिश शुरू रखी," अरी मुन्नी तुम भी कैसी नादान हो?
स्कूल छ्छूट ता है साढ़े पाँच बजे. हम तीन बजे की छुट्टी के बाद
ही मेरे घर चले जाएँगे. फिर तुम पाँच बजे अपने घर चली जाना
और मा को बता देना की स्कूल से अभी आई है." मुन्निने ठीक है
कहा. तब तक स्कूल आ गया. मुन्नी अपने क्लास मे जा कर बैठ गयी.
तीन बजे उसने अपना बस्ता संभाला और स्कूल के गेट पर आ गयी. बीना
उसका इंतेज़ार कर रही थी. दोनो मिलकर बीना के घर के लिए चल
पड़ी.
बीना का घर स्कूल से ज़्यादा दूर नही था. घर पहूंचते ही बीना
ने दरवाज़ा बंद कर लिया और अपने भैया को आवाज़ दे कर बुलाने लगी.
उसका भाई अनिल बाहर आया. मुन्नी को देख कर वो बहुत खुश हुआ. बीना
बोल पड़ी,"क्यों भैया, कहा था ना मैने की अपनी प्यारी सहेली को
लेकर आऊँगी. देख कौन आया है. मुन्नी, मेरी सबसे प्यारी सहेली."
अनिल मुन्नी को घूर कर देख रहा था. साँवली छरहरी बदन वाली
छोटी सी मुन्नी को देख कर अनिल का लंड लूँगी मे उछलने लगा. उसकी
बहन बीना अब औरत जैसी नज़र आने लगी थी. दबा दबा कर अनिल ने
बीना की छाती को बड़ा बना दिया था. उसकी चूत भी अब ढीली हो
चली थी. बीना की उमर अभी केवल पंद्रह साल की थी. मगर उसका
भाई पिछले तीन सालों से उसे चोदता आ रहा था. इस कारण अनिल आज
कल किसी नयी लड़की की तलाश मे था. और उसने बीना को कह दिया था
कि वो उसके लिए किसी नई सहेली का इंतेज़ाम करे वरना वो उसे
चोदना छोड़ देगा. यही कारण था कि बिना आज मुन्नी को अपने साथ घर
लाई थी.
बीना के मम्मी और डॅडी दोनो दिन मे काम पर जाते थे. इसलिए घर मे
अनिल और बिना अकेले रहते थे. आज भी अनिल, बीना और मुन्नी के अलावा
वहाँ दूसरा कोई नही था. तीनो बैठ कर बाते करने लगे. बिना ने
अनिल को बताया कैसे मुन्नी ने अपनी मा को रंगे हाथ पकड़ा और बाद
मे अंकल का लंड चूसा. बीना जब यह बता रही थी तब मुन्नी शरम
से चुप बैठी थी.
बीना ने मुंनिको कहा, "आज ज़रा मेरे भैया से मज़ा लेकर देख. अंकल
उंकल को भूल जाएगी तू."
"धात, कैसी बेशर्म है रे तू? अनिल भैया को ये सब बताने की क्या
ज़रूरत थी? मैने तुझे अपनी सहेली जान कर अपना राज बताया था. अब
मैं कभी तुझसे बात नही करूँगी," मुन्नी ने बिगड़ कर कहा. बात
बिगड़ती देख कर अनिल बीच मे बोल पड़ा,"अरी नही नही मुन्नी, हम ये
बात किसिको नही बताएँगे. तू चिंता मत कर. अगर तुम्हे पसंद नही
तो मैं तुम्हे हाथ भी नही लगाऊँगा. आराम से बैठ तू."
बीना ने मुन्नी के लिए शरबत बनाया. अनिल को शराबत का गिलास देते
समय अनिल ने बीना की चूतर मे ज़ोर्से चिकोटी काटी."है भैया, क्या
कर रहे हो मुन्नी के सामने?" बिना सिल्लाई. "अरी पगली, मुन्नी को
एतराज है जब मैं उसे छेड़ू. तुमसे मौज मस्ती करने के लिए थोड़े
ही मुन्नी मना कर रही है. सच है ना मुन्नी?" अनिल ने जवाब
दिया. "तुम्हारी बहन है, जो चाहे करो. मैं कौन होती हूँ रोकने
वाली?" मुन्नी बोली.
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