RE: Biwi Chudai Kahani मैं क्या बीवी लगती हूँ तुम्हारी?
मुझे याद आया कि बाद के दिनों में शिखा का पति राजन बेंद्रे अपनी बाइसेक्षुयल आक्टिविटी के चलते करियर में नुकसान उठाया था , उसका ट्रान्स्फर अब बॅंक के काल सेंटर में बतौर सीनियर मॅनेजर कर दिया गया था , और इसी के चलते उसकी नाइट शिफ्ट्स लगती इस दौरान उसका झुकाव भी उसके साथ काम करने वाले कलिग्स की तरफ हो गया था , कॉल सेंटर में वर्क कल्चर ही अलग होता है , जानने वाले जानते हैं क्या मर्द क्या औरत उनमें कोई फ़र्क नहीं किया जाता और वेस्टर्न कल्चर हावी होता है उनमें , तो सेक्षुयल ओरियेंटेशन भी वैसा ही रहता है. राजन एक ही वक्त में अपनी स्क्रेटरी और अपने बॉस मिश्रा जी के साथ लिंक्ड था. उसकी सेक्रेटरी नव्या उसकी प्यास बुझाती थी और वह खुद अपने बॉस मिश्रा की जांघें गरम करता , ऐसा न था कि वह यह सब अपनी मर्ज़ी से करता लेकिन रात भर मिश्रा साहब उसकी वह मारे रखते कि वह शिखा को वक्त न दे पाता. पति पत्नी में अंतर बढ़ता ही गया और इसी का फायदा मैने उठाया. शिखा जिसे मैने अपनी हवस मिटाने का साधन बनाया था , उसकी सरलता और सुंदरता से मैं उससे प्यार कर बैठा. मैं उसे उसकी किताब का डर दिखा कर एक्सप्लाय्ट करता था लेकिन बात चुम्मा चाटी से आगे न बढ़ सकी. असल में जब तक कोई स्त्री न चाहे तब तक उससे कोई मर्द इंटिमेट हो ही नही सकता , और शिखा को ऐसे ब्लॅकमेल करते हुए मुझे मेरा जमीर गालियाँ देता हालाँकि मैं मौके देख कर शिखा के साथ अपने जिस्म की प्यास बुझाता लेकिन वह सेक्स के दौरान एकदम चुपचाप पड़ी रहती , मेरा मन अंदर ही अंदर मुझे खाए जा रहा था लेकिन जल्दी ही मुझे इस एहसास से छुटकारा मिल गया एक दिन उसे संस्कृत श्लोकों के प्रिंट लेना था वा अपने ऑफीस जाते पति राजन से बोली "सुनिए इस पेन ड्राइव में मेरी कुछ फाइल्स हैं उनको प्रिंट कर ले आइए" "ऑफीस में मैं घर के काम नही कर सकता , साइबर केफे जाओ और वहाँ से प्रिंट आउट ले लो" उसका पति राजन बड़ा ही रुखाई से बोला मैं सुबह की चाय पी रहा था जब उनकी यह बात चीत मेरे कानो में पड़ी , मैने शिखा के फोन पर मिस कॉल दिया यह मेरा कोड वर्ड था , मुझे जब भी शिखा की तलब लगती मैं उसके मोबाइल पर मिस कॉल दिया करता , और शिखा बनसंवर कर मेरे पास आ जाती. मिस कॉल दिए मुझे 10 मिनिट हो गये थे कि मेरे मोबाइल पास मेसेज फ्लॅश हुआ , यह शिखा का मेसेज था "आज नही बाई छुट्टी पर है" मैने उसको फोन लगाया , उसने रिसीव किया और गुर्राते हुए पूछा "क्या है ? क्यों सुबह सुबह परेशान कर रहे हो ? बाई नही आई आज , मुझे टाइम नही है बहुत सारा काम पड़ा है " बर्तन राजन को धोनेके लिए कह देना रात में अभी मैं तुम्हारे काम की ही बात कर रहा हूँ , पेन ड्राइव ले कर यहाँ आओ , प्रिंट आउट ले लो" मैने कहा और फोन काट दिया 5 मिनिट में ही वो हाज़िर हुई , उसने मुझे पेन ड्राइव दी मैने उसको पेन ड्राइव वापस करते कहा "बेडरूम के कोने में मेरा लॅपटॉप है , जा कर प्रिंट ले लो" "मुझे विंडोस 7 नही आता , राजन ने कभी सिखाया नही" वह झेपते हुए बोली "विंडोस एक्स पी आता है?" मैने पूछा "हाँ" उसने कॉन्फिडेन्स से कहा , मुझे हँसी आ गयी "विंडोस 7 वैसा ही है जाओ जा कर प्रिंट आउट ले लो" मैने कहा और पेपर पढ़ने लगा काफ़ी देर बाद भी जब वो मेरे बेडरूम से बाहर नही निकली तो मैं उसे देखने अंदर गया , मैने देखा शिखा पेट के बल लेट कर अपने खुले हुए बालों को अपनी उंगलियों में लपेट कर खेलती हुई मेरे लॅपटॉप में सेव की हुई हार्डकोर सेक्स वीडियोस देख रही थी . "अच्छा तो यह वजह है इसके बाहर ना आने की" मैने सोचा और दबे पाँव उसकी ओर आ कर टाँग से बेडरूम का दरवाज़ा बंद किया , आवाज़ हुई लेकिन वह अभी भी इस सब से बेख़बर सेक्स वीडियो देख रही थी वह अब उंगलियों के नाख़ून चबाने लगी थी मैने देखा वीडियो में काले आदमी को गोरी औरत ब्लोवजोब दे रही थी और वह आदमी गंदी आवाज़ें निकाल रहा था मैं उसके उपर पीछे से चढ़ गया और उसके ऊरोज को पीछे से हाथों में भरते बोला "अकेले..अकेले? ज़रा मुझे भी दिखाओ क्या देख रही हो" अचानक से मुझे अपने उपर पा कर वह घबरा गयी , लेकिन ज्यों ही उसने चीखने के लिए अपना मुँह खोला त्यों ही मैने उसके मुँह में अपना मुँह डाल दिया ,
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