RE: Bhabhi Sex Stories कुछ नहीं होगा भाभी !
सुशील ने उसको फोन लगाया, उसने कहा आता हूँ ! पाँच मिनट में पहुच जाऊँगा,
तुम्हारे फोन का ही इन्तजार था।
सुनील और सुनीता कुछ नहीं समझे थे, तब तक सुनील ने मुझे अंदर आने का
इशारा किया, हम दोनों अंदर गए, उसने पूछा- यह कौन है? और सब क्या है?
मैंने कहा- यह भी हमारी राजदार है और तुम लोग इसको भी भोग सकते हो।
सुशील ख़ुशी से उछल पड़ा- सच भाभी?
और उसने मुझे ख़ुशी से चूम लिया। घंटी बजी, यह रवि ही था, सुशील ने दरवाजा
खोला, रवि अंदर आ गया, वह इतने सब लोग देख कर घबरा गया- नमस्ते भाभी !
बोल कर एक तरफ बैठ गया। सुनील रवि को देख रहा था, वो मेरी तरफ आश्चर्य से
देख रहा था। मैंने कुछ नहीं बोला।
सुशील ने परिचय कराया- यह रवि है मेरा दोस्त ! और ये सुनील भैया हैं, और
ये सुनीता दीदी हैं।
थोड़ी देर में ही रवि हम सबमें घुलमिल गया। रात के 9.30 बज चुके थे, टीवी
चल रहा था, कुछ मजेदार देखते हैं !
माहौल को सेक्स की तरफ ले जाने के लिए मैंने सेक्सी फिल्म लगा दी, सब मजे
से देखने लगे, सब गर्म होने लगे।
सुनील ने सुनीता के कबूतर दबा कर कहा- क्या हो रहा है सुनीता जी? क्या हाल है?
सुशील मेरे पास आ गया और मेरे साथ मजे लेने लगा। रवि बैठा सब देख रहा था,
उसको कुछ समझ नहीं आ रहा था तो वो टीवी देख रहा था।
मैंने सुशील से कहा- रवि को बुला लो, बेचारा अकेला बैठा है।
रवि मेरे पास आ गया, मैंने उसके लण्ड पर हाथ रख दिया, वो पूरी तरह से कड़क
हो रहा था, मैंने कहा- वाह रवि बाबू ! बिन कुछ करे इतना कड़क?
रवि बोला- क्या करूँ भाभी ! सब कुछ देख देख कर मेरा हाल बुरा है, मैंने
आज से पहले ये सब नहीं देखा था।
सुनील ने अब तक सुनीता को उपर से नंगा कर दिया था, उसके दूध बाहर आ चुके
थे, उस पर सुशील की नजर पड़ गई, सुशील बोला- वाह क्या कबूतर हैं सुनीता जी
के !
मैंने कहा- छू कर देखो और मजा आएगा।
सुशील सुनीता के पास गया अब मैं और रवि रह गए थे। सुशील सुनीता के बूब्स
पर लग गया और रवि मेरे ! रवि मुझ पर मरता था, वो मुझे बेतहाशा चूम रहा था
और जोर जोर से मेरे बूब्स दबा रहा था, मुझे मजा आ रहा था।
सुशील और सुनील ने सुनीता के एक एक स्तन पकड़ रखा था और दोनों दबा रहे थे।
मैंने पूछा- क्यों सुनीता, कैसा लग रहा है?
सुनीता बोली- मजा आ रहा है यार ! ऐसा लग रहा है कि मैं किसी अंग्रेजी
फिल्म की हिरोइन हूँ।
अब सुनीता का हाथ सुशील के लिंग पर जा पहुँचा था, वो भी धीरे धीरे सुशील
को नंगा कर रही थी, उसने उसका लिंग बाहर निकाल लिया और सुनील खुद ही नंगा
हो गया। सुनील का ध्यान सुशील के लिंग पर गया, उसने उसके लिंग को छू
लिया, बोला- सुशील, क्या मजेदार लिंग है तुम्हारा !
और आगे पीछे करने लगा। सुशील को मजा आया वो बोला- सुनील भैया, आपने रवि
का नहीं देखा न इसलिए ऐसा कग रहे हो, एक बार उसका देख लोगे तो मजा आ
जायेगा !
इतना कहते ही मैंने रवि की पैंट खींच दी और रवि को नंगा कर दिया। अब सबका
ध्यान रवि के ऊपर गया। सुनीता सुशील-रवि दोनों का लिंग बारी बारी देख रही
थी, उससे रहा नहीं गया, उसने कहा- सबके लिंग अलग अलग तरह के होते हैं, यह
मुझे आज पता लगा। जब भी यह बात होती थी कि सबके साथ अलग अलग मजा आता है
तो मैं नादान नहीं समझ सकती थी। अगर सुरभि तू नहीं मिलाती तो !
सुनीता ने सुनील का लिंग मुँह में ले लिया, मैंने रवि का ! सुशील अकेला
था तो सुनील ने उसको पास बुलाया और सुनील ने सुशील का लिंग मुँह में ले
लिया। सब मजे कर रहे थे।
थोड़ी देरमें रवि से नहीं रहा गया, उसने कहा- प्लीज भाभी, मुझे आपकी चुदाई
करनी है, फिर जितना चाहे चूस लेना। मुझ से नहीं रहा जाता है अब और !
वो मेरे मुँह से हट कर जल्दी से मेरी चूत पर आ गया। उसका सात इंच लम्बा,
पतला, एकदम सीधा लिंग था, काफी सुंदर और आकर्षक ! कोई भी देख कर मुँह में
लेने का मन बना ले।
उसने अंदर डालते ही बस...
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