RE: Desi Sex Kahani पापा के दोस्तो ने जम के पेला
तकलीफ़ की वजा से मैं चीखने लगी और मेरी आँखों से आँसू निकलने लगे. वसीम मुझे छोड़ कर बाथरूम चला गया . मुझ मे उठने की हिम्मत नही थी और मैं नीचे ही पड़ी रही और दर्द की वजा से तड़पति रही. थोड़ी देर बाद जो वसीम बाथरूम से निकला तो उसके हाथ मे मेरे पीशाब मे भीगे हो कपड़े थे जो मैं बाथरूम मे छोड़ आई थी. वसीम ने मेरी पीशाब से भीगी होई कमीज़ से मेरे दोनो हाथो को बाँध दिया. अब मुझ मे अब लड़ने की हिम्मत नही बची थी. मैं रोते हुए बोली, तुम मेरे साथ आएसा क्यूँ कर रहे हो मैं ने तुम्हारा किया बिगाड़ा है. वसीम ने मेरे हाथो को बाँधने के बाद उसने मेरी शलवार से मेरे दोनो पावं भी बाँध दिए. मैं ने फिर उस से इल्तीजा करी, प्लीज़ मुझ पर रहम करो मुझे छोड़ दो मैं तुमसे माफी मांगती हूँ प्लीज़ मुझे मेरा क़सूर तो बता दो. मेरे दोनो हाथ पैरों को बाँध देने के बाद उसने मेरा ब्रेज़ियर मेरे मुँह मे ठूंस दिया. अब मैं हिलने जुलने के साथ साथ बोल भी नही सकती थी. वो मुझे बाँध कर बोला, पहले शायद मैं तुम्हारा ये हाल नही करता मगर तुम ने मुझ पर वार कर के खुद ही मुसीबत मोल ली है. और रही बात क़सूर की तो क़सूर तुम्हारी खूबसूरती का है जिस को देख कर मैं पागल होगया हूँ. अगर तुम खुशी से मेरा साथ देती तो तुम्हे भी माज़ा आता मगर अब मुझे ये सब ज़बरदस्ती करना पड़े गा. वसीम ने मुझे सीधा लिटा दिया और झोक कर मेरे बूब्स को चूमने और चाटने लगा. वो वहशी पने से मेरे दोनो बूब्स को चूस और काट रहा था जिस से मुझे तकलीफ़ हो रही थी. मैं कुछ बोल तो नही सकती थी मगर मेरी आँखों से मुसलसल आँसू बह रहे थे. वो बार बार मेरे बूब्स के निपल को काट रहा था और मैं बुरी तरहा से सिसक रही थी. काफ़ी देर तक मेरे बूब्स को चूसने और काटने के बाद उसने मेरी चूत पर हमला कर दिया. वो कुत्टो की तरहा बड़ी बेसब्री से मेरी चूत को नोच और खसोट रहा था. फिर उसने ऐक दम से अपनी 3 उंगलियाँ मेरी कुँवारी चूत मे घुस्सा दी. तकलीफ़ की वजा से तड़प गई. वसीम वहशी बना तेज़ी से अपनी उंगलियाँ मेरी चूत मे आगे पीछे कर रहा था. अचानक से मेरे बदन मे अकराहट पैदा होई और मेरे पूरे बदन की ताक़त जेसे मेरी चूत मे समा गई. मेरी साँसे ऐक दम से तेज़ हो गई थी और मुझे ऐसा लगा जेसे मेरी जान मेरी चूत के रास्ते निकल जाय गी और फिर मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया. ये मेरा पहला सेक्स सॅटिस्फॅक्षन था और फिर मेरे पूरे बदन मे ऐक सरूर सा दौड़ गया और मेरी तेज़ साँसे बहाल हो गई. मैं ने अपनी आँखे बंद कर ली. फिर जब वसीम ने मेरी टाँगे उठाई तो मैं ने आँखे खोल कर देखा. वसीम घोटनो के बल बैठा हुआ था और उसका आकड़ा हुआ पाइप जेसा लंड मेरी चूत से टकरा रहा था. मैं समझ गई के अब वो अपना लंड मेरी चूत मे डाल कर मेरी चूत को फाड़ना चाहता है. आने वाली तकलीफ़ का सोच कर मेरे जिस्म से जेसे जान निकल गई. वसीम ने अपने हाथ से अपने लंड की टोपी मेरी चूत के सोराख मे फँसैई और ऐक ज़ोरदार झटका मारा. तेज दर्द की वजह से मैं बुरी तरहा तदपि और चीखी. मेरे मुँह मे ब्रेज़ियर होने की वजा से मेरे मुँह से चीख की जगा सिर्फ़ ग्घूऊऊऊ की आवाज़ निकली. मेरा जिस्म ज़ोर से तडपा. वसीम का लंड 2 इंच तक मेरी चूत मे घुस्स चुक्का था. वसीम ने मेरे तद्दपते हुए जिस्म को कस कर पकड़ा और ऐक ज़ोरदार झटका और मारा. अब उसका लंड 4 इंच तक मेरी चूत मे घुस्स गया था. मुझे ऐसा लग रहा था जेसे वसीम ने कोई तेज़ धार तलवार मेरी चूत मे घुसा दी हो. मेरा जिस्म बुरी तरहा से तड़प रहा था. शदीद दर्द की वजा से मेरी आँखों से आँसू निकल रहे थे. मेरी ये हालत देख कर वसीम मुस्काराया और बोला, मेरी जान अभी तो मेरा सिर्फ़ 4 इंच लंड अंदर गया है ये दर्द तो कुछ नही है असली दर्द तो तुम्हे अभी होगा. ये कह कर वसीम ने ऐक बोहत ही तेज़ झटका मारा. अब की बार उसका 9 इंच लंबा और 2 इंच मोटा लंड मेरी चूत को बुरी तरहा से फाड़ता हुआ जड़ तक अंदर घुस्स गया . दर्द के मारे जेसे मेरा साँस रुक गया और मेरी आँखों के सामने अंधेरा छा गया . इसी दौरान वसीम ने ऐक ज़ोरदार झटका और मारा और दर्द के मारे जेसे मैं उछल पड़ी. वसीम ने मुझे कस कर पकड़ा हुआ था और वो ज़ोरदार झटके मारने लगा. वसीम के हर झटके पर मैं दर्द के मारे उछल पड़ती. मुझे ऐसा लग रहा था जेसे मेरी जान निकल जाय गी. अभी वसीम को मुझे चोदते हुए 5 मिनिट ही हुए होंगे के ट्रेन के कॉमपार्टमेंट का दरवाज़ा खुला और कोई अंदर आगेया. शायद वसीम दरवाज़ा अंदर से बंद करना भूल गया था. दरवाज़े खुलने की आवाज़ पर वसीम घबरा कर मुझ पर से उतर गया . आने वाला टिकेट चेकार था. टिकेट चेकर अंदर का मंज़र देख कर हेरान रह गया और बोला, ये क्या होरहा है? टिकेट चेकरर को देख कर मुझे अपने बचने की उमीद नज़र आई और मैं बुरी तरहा से तड़प कर कुछ कहने की कोशिश करने लगी. मुँह मे ब्रेज़ियर होने की वजा से सिर्फ़ ग्घूऊऊऊ ग्घूऊऊऊ की आवाज़ ही मेरे मुँह से निकल रही थी. मेरी हालत देख कर टिकेट चेकरर वसीम से बोला, आप इस मासूम का रेप कर रहे हैं मैं अभी जा कर पोलीस को खबर करता हूँ. टिकेट चेकरर की बात सुनकर वसीम बोला, पोलीस को खबर करने से पहले मेरी ऐक बात सुनते जाओ. वसीम की बात सुनकर टिकेट चेकरर सवालिया नज़रों से वसीम को देखने लगा. वसीम ने कहना शुरू किया, पोलीस को तुम बाद मे बुलाते रहना मगर पहले तुम मेरे लंड की तरफ देखो जो इस लड़की के खून से लाल हो रहा है. टिकेट चेकर की नज़रों के साथ साथ मेरी नज़रे भी वसीम के लंड पर गई. वसीम का पूरा लंड खून से लाल हो रहा था. वसीम ने फिर कहा, ये लड़की कुँवारी थी अभी अभी मैं ने इसकी चूत की सील तोड़ी है मगर इसकी गंद अभी तक कुँवारी है तुम चाहो तो इस लड़की की कुँवारी गंद मार सकते हो. देखो इस लड़की का जिस्म देखो कितना खूबसूरत और सेक्सी जिस्म है किया कोई इतना सेक्सी जिस्म ऐसे छोड़ सकता है? मेरे साथ साथ तुम्हे भी मोका मिल रहा है इस मोके से फ़ायदा उठाओ.
क्रमशः.................................
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