RE: Incest Sex Kahani प्यार का रिश्ता
प्यार का रिश्ता --6
मैने चुटकी लेते हुए कहा "अनु मुझे भी फिज़िकली तुम तय्यार करो ना प्ल्ज़्ज़.."
" अनु और मेरी बीबी दोनो ने मेरे को धौल जमाते हुए कहा हट बेशर्म कही के...."
पर मैं जानता था की इस बात पर अनु नीचे से गीली हो गई है इस बात का सुबूत यह था की उसने अपने पैर पर पैर चड़ा लिया था और सोफे की पुस्त जोरो से पकड़ के खड़ी थी... उसको शायद अब बाथरूम जाने की आवास्यकता महसूस हो रही थी... और बाथरूम के लिए उसे हॉल से अंदर जाना पड़ता... सबके सामने कामन बाथरूम मे वो जा नही सकती थी...
मेरे दिमाग़ मे आया की जैसे अनु से अंदर से बिस्किट्स मंगाए जाए इस बहाने वो बाथरूम भी हो आएगी..... और मैं छेड़ भी लूँगा...
मैने अनु से बिज़्किट्स लाने के लिए बोला जैसे ही अनु अंदर गयी... तो मैने कहा मैं नमकीन लेकर आता हू...
और फटाफट अनु के पीछे हो लिया और अनु के कान मैं फुसफुसकर कहा " क्यों अनु.... लीक हो गई... गीली हो गई..."
अनु मुस्कुराती हुई बाथरूम मे घुस गई सो मैने बाथरूम के दरवाजे पर कान सटा दिया अनु की कराहने की आवाज़ आ रही थी अंदर से मैं हाल मे आ गया और अनु का बॅग उठाकर अपने पास रख लिया .. मुझे मालूम था की वो आकर वेट पॅंटी रखने के लिए पर्स को खोजेगी...
फिर प्रोग्राम पर बात होने लगी सभी की सहमति से प्रोग्राम नेक्स्ट वीक फ्राइडे का सेट हुआ क्योंकि फ्राइडे की हॉलिडे थी और सभी की साथ-संडे को भी हॉलिडे होती है... सो वो भी कोई फिकर नही थी....
इतने मे अनु आ गयी अनु अब रेलेक्ष लग रही थी मुझे लग रहा था की उसकी पॅंटी वो अपने रुमाल मे लपेटे हुए है.... अनु ने कहा आशि मेरा पार्स कहा है... मैने कहा यह रहा क्या चाहिए ....
कुछ नही देना प्ल्ज़्ज़.... अरे यार तुम औरते भी अज़ीब होती हो... अपना पर्स बार बार क्यों इस्तेमाल करती हो.....
देखू मैं ज़रा इसमे ऐसा क्या है.... तो सभी लॅडीस मेरे पर चढ़ बैठी और मेरे से पर्स छुड़ा लिया और अनु को दे दिया... और मेरे को हिदायत दी जिस्मै शिवानी भी शामिल थी की किसी लॅडीस का पर्श नही देखते...
फिर प्लॅनिंग पर बात होने लगी... तो यह तय हुआ की जब तक फ्राइडे नही आ जाता शिवानी मेरे घरपर मेरी वाइफ के साथ रहेगी क्योंकि सबसे ज़्यादा अनुभवी वो ही थी.. और बच्चे साथ होने से कोई रिस्क भी नही था... और सारा प्रोग्राम शिवानी के घर पर होगा और उस्दीन सभी लोग वोही रुकेंगे और उस्दीन पहले मेरी और शिवानी की शादी होगी सिर्फ़ वर-माला और फिर सुहागरात.. ..
सुहाग-रात का कमरा सजाने के लिए मैने पायंट्स नोट करा दिए और डिशस भी....
बड़ी मुस्किल से वो 1 हफ़्ता गुज़रा और इस बीच मैने अपनी वाइफ से सिर्फ़ 1 बार सेक्स किया...
शुक्रवार के दिन सुभह से हम दोनो को हल्दी का उबटन ल्गया गया ...हम दोनो को तय्यार किया गया .. शादी वाले गीत गाये गये और फिर रात को वरमाला हुई शिवानी को वरमाला मे देखकर ऐसा लगा की जैसे कोई परी ज़मीन पर उतर आई हो.... फिर डिन्नर के बाद शिवानी को तय्यार कर सुहाग रात वाले कमरे मे मेरी वाइफ सूची और अनु ने पहुचेया...
हम जेंट्स लोग नीचे बैठे मज़ाक कर रहे थे... तभी मेरी वाइफ का मोबाइल बज़ा मैने उठाया .. उस तरफ से उसकी भाभी का फोन था.... मेरे से बात हुई सो मैने उनसे कहा आप भतीजे को भेज दीजिए मैं भेज देता हू......
इतने मे मैने अपनी वाइफ को आवाज़ लगाकर नीचे बुलाया... और उसे फोन के बारे मे बताया.... उसने भी बात करी अपनी भाबी से. और वो तय्यार हो गई.. उसके पिताजी की तबीयत खराब हो गई थी उसे बुला रहे थे...
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