RE: Incest Sex Kahani प्यार का रिश्ता
शिवानी ने मेरे गले मे बाहें डाली और मेरे से अपनी चूत चिपकाती हुई धीरे से बोली आज तो मन कर रहा है... की बस हम दोनो समा जाए..... और उसने मेरे होंठो को चूसना शुरू कर दिया मैं भी शिवानी का भरपूर साथ दे रहा था शिवानी अपनी जीभ मेरे मूह मे घुमा रही थी.... मैने शिवानी के मम्मो को बारी बारी से हाथ से मसलना शुरू कर दिया.. शिवानी सिसकारियाँ लेती हुई मेरे हाथों मे पिघलने लगी...... . मैने शिवानी का गाउन खोल दिया वो उसके बदन से सरक गया अब शिवानी मेरे सामने बिल्कुल बिर्थ सूयीट मे खड़ी थी..... शिवानी का बदन और भी कसाव वाला हो गया था और उसकी चूत पर बहुत ही हल्की हल्की सी झांते थी बहुत ही करीने से लुब्बाई मे दिल के शेप मे सजी हुई... शिवानी को लेकर मैं बेड रूम मे आ गया.....
शिवानी को बेड पर लिटाया और उसको सिर से पैर तक गीले किस करने लगा... जब मैं शिवानी के गर्दन और कान के पीछे या निपल्स या चूत पर किस करता तो वो मुझे जाकड़ लेती..... मैं अभी तक कपड़े पहने हुए था....
शिवानी के बूब्स पर मेरे काटने से लाल नीले निशान पड़ गये थे शिवानी का रंग बिल्कुल गोरा था... शिवानी के दोनो निपल्स लगभग 1 इंच के गुलाबी बिल्कुल छत की ओर सीधे तने हुए थे जैसे ही मैने शिवानी की चूत पर अपनी हथेली रखी तो शिवानी के मूह से सीत्कार निकल गई
" उम्म्म्म सीईईईईईई... हाईईईईई मनु,,,, प्लज़्ज़्ज़.. मत करो मैं पिघल रही हूँ...." मैं शिवानी की चूत जिससे उसकी जवानी का रस हल्का हल्का सा रिस रहा था धीरे धीरे मसल रहा था जब शिवानी का क्लाइटॉरिस छेड़ता तो वो तड़प उठती..... " उ माआ मनुव्व प्ल्ज़्ज़ मत करो मुझे करेंट लगता है और शर्म भी आ रही है.......मैं शिवानी का एक निपल मूह मैं भरकर चूस रहा था और दूसरे मम्मे के बिल्कुल किनारे किनारे अपनी उंगली फिरा रहा था और साथ ही साथ उसकी चूत की मस्लाई भी कर रहा था.....
शिवानी यह सब सहन नही कर पा रही थी....
''' उम्म्म मनु मुझे कुछ हो रहा है.... मुझे बाथरूम जाना है ...... मुझे जोरो से बाथरूम लगी है..." ऐसा शिवानी ने कहा मैने शिवानी को छोड़ दिया तो वो नंगी ही दौड़कर बाथरूम मे घुस गई मैं भी उसके पीछे घुस गया
'''प्ल्ज़्ज़ मनु तुम बाहर जाओ मैं अभी आती हू.... मुझे कर लेने दो ना... मुझे बहुत शर्म आ रही है... फिर मैं तुम्हारी हू...."
"मैं तुमको मूत-ते हुए देखना चाहता हू तुम मेरे सामने मूतो.." मैने शिवानी से कहा...
शिवानी उखड़ू बैठ गई थी और अपनी नग्नता छिपाने का असफल प्रयस्स कर रही थी उसने अपनी चूत को अपने हाथ से ढक लिया था और बूब्स को घुटनो से छिपा लिया था..... मैने वही खड़े क़हड़े अपने कपड़े उतारे मैं भी शिवानी के जैसा नंगा हो गया और शिवानी के सामने फर्श पर पैर फैलाकर नंगा बैठ गया ...
"छी.... मनु यह क्या कर रहे हू तुमको शर्म नही आती मेरे सामने तुम इस तरह से बैठे हो..."
"मुझे तुम्हारे उससे डर लग रहा है देखो कितना मोटा और लंबा है'
मनु प्ल्ज़ हट जाओ.... मुझे सू.. सू कर ले ने दो ना प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़.... .
' देखो शिवानी अब छिपाने से कोई फायडा नही हम पहले भी कई बार एक दूसरे के साथ इस अवस्था मे रह चुके है.... परमैं अब नही रह सकता......
और शिवानी को संभालने का मौका दिए बगैर मैने शिवानी के पैर अपने पैरों से फैला दिया और हाथ पकड़ कर अपने ऊपेर खींच लिया... शिवानी अनबॅलेन्स हो गई उसे मैने अपनी गोद मे खीच लिया और उसकी गांद मेरे गरम लंड के उपेर थी और मैं शिवानी के मम्मे चूस रहा था.. बड़ी ही बेरहमी से काट रहा था उनको....
शिवानी बोली अछा बाबा मैं हारी मैं करती हू .....
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