RE: Sex Chudai Kahani फस गयी रिंकी
अब आगे की कहानी रिंकी की ज़ुबानी-----
मैने गीता से दोस्ती शुरू कर दी, पहला हम दोनो दोस्त बने , मैं उसके साथ दोस्तो का सा बर्ताव करती , उसे खाने को सामान देती, अपने मेक अप का सामान भी उसे यूज़ करने देती. कुछ ही दीनो मैं हम पाक्के दोस्त की तरह हो गये, वो मुझे सारी बाते बताती कि किस तरह उसकी शादी हुई , उसका घर कैसा था.फिर मैने उससे पेर्सनल बाते भी करनी शुरू कर दी.
रिंकी- गीता, एक बात बता, क्या शादी से पहले तुम्हारा कोई बॉय फ्रेंड्स भी था.
गीता- अरे नही हमारे वहाँ यह सब नही चलता. जैसे ही लड़की की उमर होती है उसकी शादी कर देते हैं,
रिंकी- तो तुमने अपनी सुहाग रात से पहले कुछ नही किया था.
गीता- कुछ भी नही, मैं तो ज़्यादा जानती भी नहीं थी. पर शादी से एक हफ़्ता पहले मुझे मेरी बड़ी बेहन ने मर्द और औरत की खेल के बारे मे बताया था.उसने मुझे एक किताब भी दी जिसमे कुछ लोग गंदे काम कर रहे थे, गंदी गंदी कहानी भी लिखी थी.उसने ही मुहे उंगली करनी सिखाई. और कहा की जब तक शादी ना हो तब तक रोज कम से कम दो बार उंगली करना इससे तुम्हारी आग भड़क उठेगी और शादी के बाद ज़्यादा मज़ा आएगा.
रिंकी- मुझे भी तो बता की क्या होता है शादी की पहली रात , तेरे साथ क्या हुआ .
गीता- नही मुझे शरम आती है, अगर आप को देखना ही है तो मैं आप को वो किताब ला कर देखा सकती हूँ.
रिंकी- किताब का मैं क्या करूँगी जब तुम ही मुझे सब कुछ बता सकती हो. फिर हम दोनो तो दोस्त है,और दोस्तो मैं परदा नही होता.
गीता मान गयी और फिर उसने बताया की किस तरह गोरखा जब पहली बार मेरे पास आया तो नशे मे था, उससे कुछ भी नही हो रहा था. मैने ही उसका लंड पाजामे से बाहर निकाल कर देखा था.वो तो नशे मैं धुत्त पड़ा रहा. मैने किताब मैं देखा था की लड़किया लंड को चूस रही थी मैने भी किया तो वो तन गया. पर उसका लंड बोहत बड़ा नही है किताब मैं जो लोग थे उनके लंड तो बोहत मोटे और लंबे थे.
रिंकी – फिर तुमने क्या किया.
गीता – मैं अकेली क्या कर सकती थी. मैं उंगली कर के सो गयी.मुझे डर भी लग रहा था.
रिंकी - तो फिर तुम्हारी सील सुहग्रात को नही टूटी.
गीता – नही रिंकी अगली रात को वो कोई दवाई[ मेडिसिन ] खा कर आया. उसका लंड आते ही तना हुआ था. उस रात उसने मेरी सील तोड़ दी और मुझे कस कस कस चोदा.
रिंकी- क्या बोहत दर्द होता है चुदते वखत.
गीता – नही बस पहली बार जब सील टूट ती है तब कुछ दर्द हुआ था और कुछ खून भी निकला था. पर उसके बाद तो मज़ा ही मज़ा आता है. कोई 15 दिन तक उसने मेरी खूब चुदाइ की पर फिर वो वापस आ गया.
रिंकी- फिर अब तो खूद मज़ा करते होगे तुम दोनो.
गीता – हां भी और नही भी- हां चुदाइ तो हम करते है पर अबमेरी चूत खुल चुकी है , मैं कहती हूँ कि वह मुझे ज़्यादा देर तक चोदे , जैसे किताब मे लिखा है और दिखाया है उस सब तरह से करे.पर अब उसका जल्दी निकल जाता है. हाँ अगर वो गोली ले ले तो बोहत देर तक मज़ा देता है,
रिंकी- तब तो तुम बिना झड़े ही रह जाती होगी.
गीता – हां रिंकी पर इस मैं अब मैं कर ही क्या सकती हूँ. जब वो ड्यूटी पर चला जाता है तो मैं कभी उंगली से या कभी कभी मूली या खीरे से मैं अपनी चूत चोद लेती हूँ ,
रिंकी- क्या मूली और खीरे से मज़ा आता है.
गीता- हां बोहत मज़ा आता है, जब हाथ से मूली मेरी चूत मैं आगे पीछे होती है तो मैं फॉरन ही झाड़ जाती हूँ.
रिंकी- अगर तुम चाहो तो हम दोनो आपस मे मज़े कर सकते हैं.
गीता- हां पर अगर किसी को पता लग गया तो. मन तो मेरा बोहत करता है कि मैं वो सब करू जो किताब मैं दिखाया है, पर डर भी लगता है.
रिंकी – अरे हम दोनो किसी से नही कहेंगे , और घर मे मम्मी के अलावा कोई होता भी नही है.मम्मी भी दवाई [ मेडिने ] की वजह से सोती रहती हैं.
गीता – तो ठीक है, मैं कल आते हुए बाज़ार से सामान के साथ कुछ मूली भी ले आओंगी.
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