RE: Sex Chudai Kahani फस गयी रिंकी
मैने अपने कमर को आगे पीछे किया , यह बड़ा ही मुश्किल साबित हुआ, एक दर्द और स्वेतनीस की ल़हेर हम दोनो से गुज़री. फिर धीरे धीरे मैं आगे पीछे हो रहा था. मैं अपना लंड अंदर करता और फिर रुक जाता.कुछ सेकेंड्स के बाद फिर बाहर करता और रुक जाता. इस तारह कोई 2-3 मिनिट तक हम एक दूसरे को प्यार करते रहे.जब भी मैं ऐसा करता तो मेरा लंड उसके दाना को पूरी तरह दबाता हुआ जाता. जिससे रिंकी और भी ज़्यादा अपने पैरो को सिकोड़ने की कोशिस करती . हम दोनो को पसीना आ रहा था, हमारे सासे बढ़ी हुई थी. शरीर तप रहे थे. फिर मैने अपने अंदर ऑर्गॅज़म बॅंट्स हुआ महसूस किया , मैने जल्दी जल्दी आगे पीछे होना शुरू किया. रिंकी भी उतनी ही गर्म होती गयी, कोई 10 -15 मूव्मेंट्स के बाद मैने महसूस किया की अब मैं और नही कर सकता, मैने अपनी सारी ताक़त से उसे एक ज़ोर जा धक्का दिया , जिससे सारा बेड हिल गया. रिंकी ने अपनी आँखें बंद करली, उसके हाथ मेरे से चिपक गये,उसने मुझे रोक दिया और अपनी आखे बंद कर ली. रिंकी झाड़ चुकी थी.अगर मैं भी एक दो धक्के और मार पाता तो मेरी भी क्रीम निकल गयी होती पर रिंकी ने मुझे कस कर पकड़ रखा था.कोई एक मिनिट ऐसे ही रुकने के बाद वो थोड़ा रिलॅक्स हुई तो मैने फिर से कमर आगे पीछे किया. मैं भी अब झड़ना चाहता था इसलिए मैने अपनी स्पीड तेज कर दी 2-3 मिनिट के धक्को के बाद मैं फिर से नज़दीक आने लगा. मेरी स्पीड अपने आप स्लो हो गयी, मेरी नस्से[ नर्व्स] इतनी तन चुकी थी की हर मूव्मेंट मैं इतनी सारी फीलिंग आती थी की मैं चाह कर भी जल्दी झाड़ नही कर पा रहा था.मैने रिंकी की चूत मैं से लंड पीछे किया और फिर जितना आगे जा सकता था ले गया. पर मन यही कर रहा था क़ी मैं ना रुकू. अब मुझसे और सहन नही हुआ और मैं उसकी चूत की अंदर ही छूट गया. यह वो फीलिंग थी जो बयान नही की जा सकती , इस से पहले मुझे इस तरह का कोई एहसास नही हुआ था, कोई भी मूठ जो आज तक मैने मारी थी या ,रिंकी ने अपने हाथो से मारी थी इस एहसास के पास भी नई आ सकती. अपनी स्पीड बढ़ा दी, अब रिंकी की चूत से मैने अपना लंड निकाला और
मैं उसके बराबर मे आ कर लेट गया. रिंकी मेरे उपर आ गयी और मेरे होंठो को चूसने लगी. कोई 2 घंटे तक यह राम लीला चली. इस बार दीवाली पर मैने भी पटाखे चलाए पर वो कुछ अलग तरह के थे. इसमे आग तो थी पर आवाज़ नही. मज़ा तो बोहत था पर रोशनी नही…
कहने को तो यह हम दोनो का पहला तजुर्बा था, और इस लिए भी ख़ास और याद गर कहा जा सकता है. पर इसने मुझे जिंदगी का एक एहम सबक सिखाया. वो यह कि किसी भी लड़की के पास हम पर कुर्बान करने के लिए सेक्स के अलावा भी बोहत कुछ होता है --- उसका दिल.उसका मन , उसका प्यार..
दोस्तो पहला पार्ट यहीं ख़तम होता है फिर मिलेंगे दूसरे पार्ट के साथ तब तक के लिए विदा
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