RE: Sex Chudai Kahani फस गयी रिंकी
मैने उसकी टी-शर्ट उतार दी आज पहली बार मैं उसे पूरी तरेह देख सकता था. उसने वाइट कलर की एक ब्रा पहेन रखी थी . और उसमे से दो बड़े से आम झाँक रहे थे. मैने उन्हे ऊपर से सहलाया और फिर उसकी ब्रा का हुक खोल दिया. अब वो मेरे उपर से उतर कर नीचे आ गयी. मैने उसके बूब्स को चूसना शुरू कर दिया. एक हाथ से मैं उसकी चूत को सहला रहा था तो दूसरे से उसके बदन को छू रहा था.
जल्द ही वो गरम हो गयी, मैने उसको लोवर नीचे करने को कहा तो उसने कहा की क्या मैं अकेली ही कपड़े निकालुगी. तुम भी तो अपने कपड़े निकालो.
मैने कहा ठीक है और अपने टी –शर्ट निकाल दी.
मैने जो लोवर पहना था उसे भी निकाल दिया , अब मैं सिर्फ़ अंडरपॅंट्स मैं था जिसमे से मेरा खड़ा हुआ लंड दीख रहा था.मैने आगे बढ़ कर उसका लोवर भी खींच लिया.
इस पर वो थोड़ा शर्मा गयी और उसने अपनी टाँगे[ लेग्स] बंद कर के अपनी चूत को छिपाने की कोशिश की , वो एक मंदिर की मूरत लग रही थी मैं जैसे उसके अनुपम सौंदर्या खो गया उसके मुँह पर वो शरम की लाली सीने पर दो एवरेस्ट की चोटियाँ जिनसे अगर फिसल जाय तो सीधा खाई मैं जाकर ही गिरता और खाई यानी चूत जैसे एक पाव रोटी जिसे एक बार मैं ही मुँह मैं लेकर खा जाने को जी करे मैं उस सेक्स की देवी को देखता ही रह गया
मुझे ऐसे घूरते हुए देख कर उसने कहा- ऐसे क्या देख रहे हो.
मैने कहा- बस अब और नही इंतज़ार होता,
यह कह कर मैं उसके उपर आ गया और उसे किस करने लगा, मैं उसे हर जगह पर चूम रहा था, फेस नेक बूब्स अब्डोमन सब जगह, उसने भी मेरा लंड बाहर निकाल लिया था और उसे मसालने लगी.मैं मारे जोश के भर उठा. ऐसा लगा की कुछ करने से पहले ही मैं छूट जाउन्गा.. मैने उसके चुचो को एक एक करके खूब चूसा . जब मैं उसे चूस चूस कर गरम कर रहा था तो मेरा लॉडा अपने आप उसकी चूत पर जा टीका. उसके मूह से एक हाई सी निकली. यह पहली बार था जब हम दोनो के शरीरो का मिलन हुआ था, मैने उपर से ही उसकी चूत पर लंड रगड़ा, उसकी चूत पानी छोड़ने लगी उसकी चूतमैं अब बोहत पानी था जो की इस बात का सबूत था की वो अब चुदाई के लिए त्ययार है. मेरी और उसकी उततेज़ना अब बढ़ती जा रही थी , मैने अपने लंड को उसकी चूत के मूह और उसके दाने पर रख कर खूब रगड़ा. जल्द ही हम दोनो इतने गरम हो चुके थे कि चाह कर भी अब हम रुक नही सकते थे. मैं चाहता तो था की उसकी चुदाई करू पर मेरे पास कॉंडम नही था इसलिए मैने यही बेहतर समझा की अभी इस तूफान को टाल दिया जाए . जब मैं उसके क्लिट पर लंड रगड़ रहा था तो वो मुझ से चिपक ने लगी , उसने कहा की मैं आज फेर झड़ने वाली हूँ , मैने और ज़ोर लगा के रब किया, जल्द ही मैं भी चरम सीमा पर पहूच गया. हम दोनो का पानी एक साथ निकल गया, मैने अपनी सारी की सारी क्रीम उसकी चूत पर डाल दी. हम दोनो हैरान थे की बिना चुदाई के ही हम दोनो कैसे एक साथ झाड़ सकते हैं.कुछ टाइम ऐसे ही लेटे रहने के बाद हम दोनो ने कपड़े पहन लिए और वहीं एक दूसरे की बाँहो मैं लेट कर बाते करने लगे.
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