RE: Village Sex Kahani गाँव मे मस्ती
रघू ने मेरा लंड ऐसे चूसा जैसे कुलफी चूस रहा हो आँखें बंद करके उसने चटखारे ले लेकर मेरा वीर्य निगला जब आखरी बूँद मेरे लंड से निचुड गयी तो वह उठ बैठा मैं लस्त हो गया था बहुत मज़ा आया था
"मेरा लौडा देखेगा राजा" रघू ने बड़े लाड से पूछा मैं शरमा गया पर मूंडी हिलाकर हाँ कर दी रघू ने अपनी धोती एक तरफ से उठाई और अपना लौडा बाहर निकाल कर हाथ मे ले लिया "मुन्ना, मस्त मलाई थी तेरी अब रोज खिलाएगा ना? ले, मैं भी अब तुझे गाढी रबडी खिलाता हुँ, ऐसा स्वाद तुझे कभी नहीं मिला होगा तेरी अम्मा तो दीवानी है इसकी"
मैं उस हलब्बी लंड को देखकर काँप उठा मन मे भय और कामना की एक मिली जुली टीस उठने लगी कल माँ की चूत मे रघू का लंड अंदर बाहर होता मैंने देखा था पर आज पास से उसकी साइज़ देखी तो मानों लकवा मार गया बहुत अच्छा भी लगा गोरा गोरा लंड एकदमा मांसल और कड़ा था बड़ी बड़ी नसें उभरी हुई थीं सुपाडा नंगा था और उसकी गुलाबी चमडी तन कर रेशम की तरह पतली और चिकनी लग रही थी मुझे लगा था कि लंड की जड मे घनी काली झान्टे होंगीं पर उसका पेट एकदमा चिकना और सपाट था गोटियाँ भी चिकनी थीं
"अरे काटेगा नहीं, हाथ मे तो ले! ज़रा खेल उससे खुद के लौडे से खेलता है कि नहीं मुठ्ठ मारने के पहले?" रघू ने मुझे पुचकार कर कहा अब तक मैं अपना डर भूल कर तैश मे आ गया था मैंने धीरे से उस थिरकते लंड को हथेली मे पकड़ा और हिलाया फिर दूसरे हाथ की हथेली भी उसके डंडे के इर्द गिर्द जकड ली दोनों हाथों की मुठ्ठियो से भी वह आधा भी नहीं ढका था
"बाप रे रघू दादा, कितना मोटा और लंबा है? अम्मा और मंजू बाई कैसे लेती हैं इसे अपनी चूत मे? और झान्टे भी नहीं हैं" मेरे मुँह से निकल गया
"तूने देखा है क्या अपनी अम्मा को मुझसे चुदते?" रघू बोला मेरे चेहरे पर उमड आए शरम के भाव देखकर मेरे गाल दबाता हुआ बोला "अच्छा हुआ जो देख लिया मज़ा आया? मेरी अम्मा और तुम्हारी माँ, दोनों महा चुदैल रंडिया हैं मुन्ना अरे ऐसे लंड लेती हैं अपने भोसडो मे कि जैसे साली जनम जनम की प्यासी हों मैं तो घंटों चोदता हूँ दोनों छिनालों को साली मेरा ही क्या, घोड़े का भी लंड ले लें, इतनी गहरी चूत है उनकी"
मैं अब मस्ती मे रघू का लंड दबा और हिला रहा था "कितना प्यारा और चिकना लगता है तेरा लंड एकदमा सॉफ भी है! कितना लंबा है बता ना?" कहते हुए ना रहकर मैंने उसे चूम लिया फिर शरमा गया
रघू खुश हो गया "ये बात हुई मुन्ना, अरे तेरे लिए ये लंड कब से खड़ा है दस इंच का है पूरा नाप ले तेरी स्केल से" उसके कहने पर मैंने बस्ते से स्केल निकाली और नापा सच मे दस इंच लंबा और अढाई इंच मोटा था सुपाडा तो तीन इंच मोटा था!
रघू आगे बोला "मैं रोज शेव करता हूँ अम्मा को ऐसा चिकना बिना बाल का लंड बहुत अच्छा लगता है पर उसकी खुद की ये लंबी झान्टे हैं साली बदमाश है कहती है कि चूत चूसते समय झांटें मुँह मे जाएँ तो ज़्यादा मज़ा आता है पर मेरा लौडा चूसते हुए एक भी बाल मुँह मे जाए, उसे अच्छा नहीं लगता चल, तू अब नखरा ना कर तुझे मेरा लौडा पसंद आया ये मुझे मालूम है अब चूस डाल" कहते हुए उसने मुझे अपने पास खींचा और मेरा सिर अपनी गोद मे दबा दिया लंड मे से सौंधी सौंधी मद जैसी खुशबू आ रही थी
"मुँह खोल और ले सुपाडा मुँह मे लड्डू जैसे" उसके कहने पर मैंने उसका सुपाडा मुँह मे ले लिया और चूसने लगा मुझे पूरा मुँह खोलना पड़ा तब जाकर वह सुपाडा मुँह मे आया मुँह ऐसा भर गया था जैसे बड़ा मगज़ का लड्डू एक साथ मुँह मे भर लिया हो मेरा सारा डर गायब हो गया था बहुत मज़ा आ रहा था मैं उस नरम चमडी पर जीभ फेरते हुए मज़ा ले लेकर रघू का लौडा चूसने लगा
रघू मेरे बालों मे उंगलियाँ चलाते हुए बोला "हाय मुन्ना, मस्त चूसता है रे तू राजा बाद मे तुझे पूरा लौडा जड तक निगलाना सीखा दूँगा बहुत मज़ा आएगा तू मेरा लौडा लेना भी सीख लेना बहुत प्यार से दूँगा तुझे लौडा देने और लेने मे मुझे मज़ा आता है मेरी माँ तो रोज मेरा लेती है, आगे से भी और पीछे से भी मालकिन ने पिछले दरवाजे से नहीं लिया अब तक डरती है शायद तू ले ले एक बार तो मैं कहूँगा कि लो, आपके कमसिन छोकरे ने भी मेरा ले लिया, अब क्यों डरती हैं? या पहले वी तेरा छोटा लौडा ले लें, फिर मैं उन्हें प्यार से बड़ा दे दूँगा पिछवाड़े से"
मुझे लौडा देने की बात से मैं थोड़ा घबराया उसका इशारा मेरी गान्ड मे लंड देने का था यह मैं समझ गया पर लंड चूसने मे इतना मज़ा आ रहा था कि मैं चुपचाप चूसता रहा
आधे घंटे हमने खूब मज़ा किया बीच मे रघू ने मेरे मुँह से लंड निकाल लिया और मुझे गोद मे लेकर खूब चूमा मेरी जीभ चुसी और अपनी चुसवाई मेरा लंड भी फिर खड़ा हो गया था और रघू उसे प्यार से सहला सहला कर मस्त कर रहा था
"अपनी चिकनी गान्ड तो दिखा मुन्ना" कहकर रघू ने एकाएक मेरी पैंट उतार दी मैं घबरा गया मुझे लगा रहा था कि शायद वह वहीं मेरी गान्ड मारेगा मेरी कातर आँखों मे उतर आए डर को देखकर उसने मुझे समझाया "डर मत राजा ऐसे थोड़े मारूँगा तेरी जल्दी मे मज़े ले लेकर मारूँगा मख्खन भी लगाना पड़ेगा जिससे सट से घुस जाए तेरे चूतडो के बीच मेरी माँ के सामने मारूँगा वह रहेगी तो तुझे संभाल लेगी उसे बड़ी आस है अपनी मालकिन के छोरे की गान्ड अपने बेटे से चुदते देखने की अभी बस मुझे तेरी गान्ड देखनी है रे राजा"
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