RE: उदयपुर की सुहानी यादें
हम लोग अपने अपने ड्रिंक्स में चुसकी लगाते रहे और बातें करते रहे। हम लोग ऐसी बातें कर रहे थे कि जैसे हम लोगों की जान पहचान बहुत पूरानी हो। हीना ने मुझसे मेरी परसनल लाईफ के बारे में कुछ सवाल किये और अपनी ज़िंदगी की बहुत सारी बातें भी मुझे बतायीं! हीना तो यहाँ तक बोली कि उसका शौहर “साला गाँडू!” और सैक्स से ज्यादा लगाव नहीं रखता। मैं हीना की बातों को सुनकर बहुत ही हैरान हो गया। हीना ने मुझसे मेरी लव लाईफ के बारे में भी कुछ सवाल किये ।
मैं हीना से बोला, “मैं सैक्स और औरतों को बहुत चाहता हूँ और मैं सैक्स का पुजारी हूँ। मुझे बिस्तर पर औरतों के साथ तरह-तरह के एक्सपैरीमेंट करने में बहुत मज़ा आता है।”
मेरी बातों को सुन कर हीना कुछ देर तक चुप-चाप बैठी रही। ऐसा लग रहा था कि वो कुछ गहरी सोच में हो। हम लोगों ने एक-एक ग्लास और ब्लडी मैरी पिया और तभी एकाएक ज़ोरों की बारीश शूरू हो गयी। स्वीमिंग पूल के आसपास कोई सर छुपाने की जगह नहीं थी और इसलिये हम दोनों कमरे की तरफ़ भागे। कमरे तक पहुँचते-पहुँचते हीना बुरी तरह से भीग गयी और उसकी गोल-गोल चूचियाँ भीगे ब्लाऊज़ पर से साफ़-साफ़ दिखने लगी। मैं आँखें फाड़ फाड़ कर हीना की लाल रंग के ब्रा में कैद गोल गोल और तनी हुए चूचियाँ देख रहा था। मैं जितना हीना की चूचियों को देख रहा था वैसे-वैसे मेरा लंड खड़ा हो रहा था और मुझे ऐसा लग रहा था वो भी बाहर निकल कर हीना की सुंदरता को सलाम करना चाह रहा हो। जब हीना ने मेरी तरफ देखा और मेरी हालत को समझ गई तो वो खिलखिला कर हँस पड़ी।
हम लोग अपने अपने कमरे तक पहुँच गये। हीना और मेरा कमरा बिल्कुल अगल-बगल था। जब मैं अपने कमरे में घुस रहा था तो हीना मुझसे बोली, “कपड़े बदल कर मेरे कमरे में आ जाना।”
मैंने कहा, “ठीक है, मैं अभी कपड़े बदल कर आता हूँ। लेकिन हो सकता है आपके साथ अकेले कमरे में होने से मैं अपने आप को रोक नहीं पाऊँगा।”
तब हीना हँस कर बोली, “कोई बात नहीं। मैं भी तो देखूँ कि आप मेरे साथ अकेले कमरे में क्या-क्या कर सकते हैं?”
फिर मैं हँस कर अपने कमरे में चला गया और जब कपड़े बदल कर मैं हीना के कमरे में गया तो देखा हीना अपने कपड़े बदल चुकी है और वो अब पारदर्शी टाइप का गाऊन पहन कर बिस्तर पर बैठी हुई है। कहानी की नायिका हिना है!
हीना ने कुछ बढ़िया सैंट लगा रखी थी और उसकी खुशबू पूरे कमरे में फैल रही थी। मैं हीना के कमरे में जाकर एक लो चेयर पर बैठ गया। तब हीना अपनी जगह से उठ कर मेरे पास आयी और मेरे घुटनों पर बैठ गयी और अपनी बाँहें उठा कर मेरे गले में डाल दी और मुझसे बोलने लगी, “ओह मॉय डार्लिंग, यह तो बहुत ही अच्छा हुआ कि आज इस वक्त तुम मेरे साथ हो और हम दोनों जो दिल में आये कर सकते हैं। इस समय हमें कोई रोकने वाला नहीं है।”
इतना कह कर हीना ने मुझे चूम लिया। मैंने तब हीना को अपनी बाहों में भरते हुए उसको चूम लिया और धीरे से पूछा, “मेरे जानू हीना, हम लोग अभी क्या करने वाले हैं?”
हीना फिर से मुझको चूमते हुए मेरी आँखों में आँखें डाल कर बोली, “हमलोग अब कुछ शरारत करने वाले हैं। हम लोग अभी जो शरारत करेंगे उसमे तुम्हें और मुझे दोनों को बहुत मज़ा आयेगा।” इतना कहने के बाद हीना का चेहरा शरम से लाल हो गया। थोड़ी देर तक चुप रहने के बाद हीना फिर बोली, “मुझे आज बहुत शरारत करनी है।”
मुझे लग रहा था कि अकेले कमरे में मेरे साथ होने से और ऊपर से मौसम भी रंगीन होने की वजह से हीना का मिज़ाज़ भी कुछ ज्यादा ही रंगीन हो गया है। मैं अब इस अवसर को खोना नहीं चाहता था और मैं चाह रहा था कि मैं अब हीना को चुदाई का असली मज़ा क्या होता है, समझा दूँ। मैं अब हीना से बोला, “हीना डार्लिंग, लगता है कि अब हम लोगों को ज्यादा वक्त बर्बाद नहीं करना चाहिए। मैं अब तुम को तब तक नहीं छोड़ूँगा जब तक तुम मेरे लव-जूस का आखिरी कतरा निचोड़ ना लो। अब तुम्हें शरारती होने का पूरा मौक मिलेगा।” हीना मेरी बातों को सुन कर बेहद खुश हो गयी और मुझको अपनी बाहों में भर कर तीन-चार चूमे मेरे होठों पर दे दिये।
फिर हीना मेरे घुटने पर से उठ कर खड़ी हो गयी और अपने सर को नीचे करके मेरे बगल में खड़ी हो गयी, जैसे कि वो मुझे यह बताना चाहती हो कि अब वो मेरे हुक्म की गुलाम है और उसके साथ जो भी चाहूँ कर सकता हूँ। मैं भी तब हीना की देखा देखी अपनी सीट पर से उठ कर खड़ा हो गया और उसके सामने अपने जिस्म से अपना गाऊन उतार कर हीना के सामने बिल्कुल नंगा खड़ा हो गया। अब तक मेरा लंड आधा खड़ा हो गया था और धीरे-धीरे झूल रहा था। यह देख कर पहले तो शरमा कर हीना का चेहरा लाल हो गया और फिर वो ललचाई आँखों से मेरे खड़े लंड को देखने लगी। अब तक मेरा लंड हीना की आँखों के सामने धीरे-धीरे और खड़ा होकर काफी सख्त हो गया था।
मैंने अपना हाथ बढ़ा कर हीना की कमर में डाल दिया और उसे खींच कर कमरे में रखे हुए ड्रेसिंग टेबल के सामने ले जकर हीना से बोला, “देखो तो सही हम लोग कैसे लग रहे हैं।”
शीशे में मुझे नंगा और उसपे मेरा खड़ा हुआ लंड और अपने आप को पूरे कपड़े पहने देख कर हीना पहले बहुत शरमाई फिर हँस कर वो मुझे कस कर अपनी बाहों में भींच कर मुझे चूमने लगी। थोड़ी देर तक मुझे चूमने के बाद हीना फिर से ड्रेसिंग टेबल के शीशे में देखने लगी और मैं अपना हाथ बढ़ा कर उसकी चूचियों से खेलने लगा। वो भी अपने हाथों को बढ़ा कर मेरे लंड को पकड़ कर सहलाने लगी। तब मैं हीना को अपनी बाहों में भर कर उसके कान में बोला, “डार्लिंग अब मुझे तुम्हारे कपड़े उतारने हैं।” फिर उसके बाद मैंने हीना के गाऊन की कमर वाली डोरी को हल्के से खींच दिया। हीना मेरे काम में सहयोग कर रही थी लेकिन बहुत शरमा भी रही थी।
थोड़ी देर के बाद हीना मेरे सामने सिर्फ़ अपनी लाल रंग की ब्रा और लाल रंग की पैंटी और काले रंग के हाई हील्स के सैंडल पहने खड़ी थी। मैं अपनी आँखों के सामने एक हूर को देख रहा था। मैंने धीरे से हीना को घूमा दिया जिससे कि मुझे उसके साईड और आगे और पीछे का रूप दिख सके। हीना अपने होठों को अपने दाँतों से दबा कर मंद-मंद मुस्कुरा रही थी और मेरी तरफ़ बुझी हुई आँखों से देख रही थी। थोड़ी देर बाद मैंने हीना की ब्रा को खोलना शूरू कर दिया। पहले मैंने ब्रा के हुक को खोला और फिर सामने आकर हीना की ब्रा के अंदर कैद दोनों चूचियों को देखने लगा। फिर मैंने हीना की बाहों से ब्रा के दोनों स्ट्रैप्स को धीरे-धीरे उतार दिया और ब्रा हीना की बाहों से फिसल कर जमीन पर जा गिरी। अब हीना मेरे सामने सिर्फ़ एक लाल रंग की पैंटी और काले हाई हील के सैंडल पहन कर खड़ी थी। मैंने तब हीना को फिर से पकड़ कर ड्रेसिंग टेबल के सामने ले जा करके खड़ा कर दिया और बोला, “देखो अब कैसी लग रही हो।”
हीना मेरी तरफ शरमाती हुई हँस करके बोली, “बहुत ही शैतान हो।”
मैं अब हीना के पीछे खड़ा हुआ था और अपने हाथों से उसकी पतली कमर को पकड़ रखा था। मैं हीना की गर्दन और कंधों पर धीरे-धीरे चूम रहा था। हीना मेरे चूमने के साथ-साथ काँप रही थी। थोड़ी देर के बाद हीना मुझसे बोली, “मेरे जानू, मैं भी तुम्हारी तरह शरारती हो सकती हूँ।”
मैं हीना की बातों को सुन कर हँस पड़ा और फिर हीना के पीछे बैठ कर हीना की कमर चूमने लगा। थोड़ी देर के बाद मैं ड्रैसिंग टेबल के शीशे में देखते हुए एकाएक हीना की पैंटी खींच कर उसके सैंडलों के पास ले गया। हीना ने जैसे ही शीशे में अपने को नंगी देखा तो झट से अपने हाथों से अपनी चूत को ढक ली और बोली, “ओह! डार्लिंग क्या कर रहे हो? मुझे शरम आ रही है।”
मैं तब हीना के नंगे चूत्तड़ों पर अपने हाथों को फेरता हुआ हीना से बोला, “हीना डार्लिंग, तुम अपने पैरों को धीरे-धीरे एक के बाद एक करके ऊपर उठाओ।”
हीना ने मेरे बात मानते हुए अपने पैरों को धीरे-धीरे से ऊपर उठाया और मैंने उसकी पैंटी को पैरों से निकाल कर दूर पड़ी कुर्सी पर फेंक दिया। मैं फिर से अपनी जगह से उठ खड़ा हुआ और हीना के कंधों के ऊपर से देखते हुए मैंने हीना की दोनों कलाईयों को पकड़ कर उसके हाथों को उसकी चूत पर से हटाया और उन हाथों को पीछे खींच लिया। अब हीना की साफ चिकनी चूत शीशे से होते हुए मेरी आँखों के सामने थी। मुझे हीना की साफ चिकनी चूत बहुत ही प्यारी लग रही थी।
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