RE: Incest Stories in hindi रिश्तों मे कहानियाँ
माँ और कज़िन की एक साथ चुदाई
हैल्लो दोस्तों.. मुझे इस साईट पर कहानियाँ पढ़ना बहुत अच्छा लगता है और आज में आशा करता हूँ कि ये मेरी कहानी आप सभी को जरुर पसंद आएगी। दोस्तों मेरा नाम सुमित है और मेरी उम्र 23 साल है और मुझे सेक्स करना बहुत अच्छा लगता है। हम घर में चार लोग रहते है.. मेरे पापा, मम्मी, में और मेरी एक छोटी बहन और हमारे साथ मेरी कज़िन प्रिया भी रहती है। वो हमारे शहर में पढ़ने आई हुई है इसलिए वो हमारे ही साथ रहती है। मेरी कज़िन की उम्र 19 साल है.. वो बहुत सेक्सी है और उस पर कॉलोनी के सभी लड़के लाईन मारते है। उसका फिगर 32-26-35 है। मेरी माँ का नाम पूनम है और उसकी उम्र 39 साल है.. लेकिन वो चेहरे से ऐसी लगती है जैसे 28 तो 29 साल की एक लड़की हो। उनका फिगर शायद 35-28-37 होगा।
दोस्तों यह बात उन दिनों की है जब मेरे पापा किसी काम से एक महीने के लिए जयपुर गये हुए थे और वो काम के सिलसिले में ज़्यादातर घर से बाहर ही रहते थे और इसी बात का फ़ायदा उठाकर में अपनी कज़िन प्रिया को चोदा करता था। मेरी कज़िन जब से आई है तब से ही हम रोज सेक्स करते है। मेरे पापा कुछ दिनों के लिए बाहर गए हुए थे तो मेरी मम्मी बहुत अकेला महसूस करती थी। इसलिए वो प्रिया और मेरी छोटी बहन के पास ही सोने लगी। जिससे में प्रिया के साथ सेक्स नहीं कर पा रहा था। फिर अगले दिन सुबह मैंने प्रिया से पूछा कि क्या करें? इतना अच्छा मौका है कि मेरे पापा घर पर नहीं है और यह मौका हमें भविष्य में फिर से कभी नहीं मिलेगा। तो प्रिया मज़ाक में बोली कि आपकी मम्मी और बहन को भी साथ में मिला लो.. अपने साथ सेक्स करने के लिए और फिर पूरी फेमिली एक साथ हो जाएगी और हम साथ में सेक्स करेंगे। बस उसी दिन से मैंने अपनी मम्मी को दूसरी नज़र से देखना शुरू कर दिया था।
वो इतनी सेक्सी थी कि में उन्हें देखकर पागल हुआ जा रहा था। उनका कलर एकदम दूध जैसे सफेद था। वो सलवार कमीज़ पहनती थी और वो हमेशा कमीज़ बहुत टाईट पहनती थी। उनके बदन से उनके चिपके हुए कपड़े शामत ढाते थे और में उनको चोदने के लिया तरसा जा रहा था। फिर उसी दिन शाम को में अपनी कज़िन के पास गया और उसे मैंने अपने दिल का हाल बताया। उसने बड़ी शैतानी स्माईल दी और बोली कि अगर आपकी मम्मी हमारे साथ आ गयी तो कोई प्राब्लम भी नहीं होगी। हम दिन रात चुदाई करेंगे। तभी में बोला कि लेकिन कैसे बात करूं में? मम्मी तो बहुत सीधी साधी है?
तभी प्रिया बोली कि टेंशन मत लो.. वो सब आप मुझ पर छोड़ दो। चाहे वो कितनी ही सीधी साधी हो.. हम उसे बिगाड़ देंगे.. आप बस आपकी मम्मी को थोड़े वैसे वाले इशारे देना शुरू कर दो और बाकी सब मुझ पर छोड़ दो। फिर में मम्मी को उस दिन के बाद बाथरूम के दरवाज़े के ऊपर से नहाते हुए देखता था जिससे मेरी जान ही निकल जाती थी और कई बार तो मेरी पेंट में ही सारा माल निकल जाता था। उसके बाद में मम्मी के साथ ज़्यादा रहने लगा.. उनके साथ घंटो शॉपिंग के लिये जाता था। वहाँ पर मैंने उनसे कहा कि आप क्या यह पुराने फैशन के कपड़े पहनती हो और फिर वहाँ पर मैंने मम्मी को बहुत छोटे छोटे कपड़े दिलवाए और जब वो ट्राई करके देखती तो मेरा 7 इंच का लंड पेंट फाड़कर बाहर आने जैसा हो जाता। फिर बस अगले दिन प्रिया मम्मी के पास गयी और मुझसे बोली कि आप बाहर दरवाज़े पर छुपकर सुनो में अंदर क्या क्या गुल खिलाती हूँ। फिर में बाहर खड़ा होकर उनकी बातें सुनने लगा।
तभी प्रिया अंदर जाकर मम्मी से बोली कि इतने अकेले अकेले क्या बैठे हो?
मम्मी : क्या करूं कोई काम भी तो नहीं है तेरे फूफा जी (मेरे पापा) तो नहीं हैं टाईम पास नहीं होता।
प्रिया : ज़रा दोस्तों के साथ बाहर घूमा करो.. सब टाईम पास हो जाएगा।
मम्मी : मेरे तो कोई दोस्त भी नहीं है यहाँ पर।
प्रिया : क्या आपका एक भी दोस्त नहीं है? कॉलेज के टाईम का भी कोई दोस्त नहीं है?
मम्मी : तब की बात और थी.. तब तो मैंने बहुत मज़े किये है।
प्रिया : कैसे वाले मज़े? ह्म्म्म्म बॉयफ्रेंड के साथ?
मम्मी : शरमाते हुए.. चल हट बड़ी गंदी हो गयी है तू।
प्रिया : मुझसे क्या शरमाना.. आज से मुझे आपकी सहेली ही समझो और बताओ क्या बात है इतने उदास क्यों रहते हो?
मम्मी : कुछ नहीं है.. चल तू अपने कमरे में जा।
प्रिया : आपको एक फ्रेंड की ज़रूरत है.. अब मुझे अपना फ्रेंड मानो और सब सच सच बताओ।
मम्मी : चल ठीक है और वैसे भी बात करने से ही मान शांत होता है।
प्रिया : तो फिर बताओ क्या बात है?
मम्मी : कुछ नहीं बस बहुत अकेला महसूस करती हूँ और वो तो घर पर रहते नहीं है।
प्रिया : अच्छा तो.. हम आज से वही करेंगे जो आप उनके साथ करती थी।
मम्मी : लेकिन अब वो सब कैसे हो सकता है?
प्रिया : स्माइल करके बोली कि क्या मतलब?
मम्मी : चल अब ज़्यादा भोली ना बन
प्रिया : हँसते हुए समझ गयी लेकिन वो सब भी हो सकता है।
मम्मी : क्या?
प्रिया : चलो में मज़े करवाती हूँ।
तभी प्रिया मेरी मम्मी का हाथ पकड़ कर कंप्यूटर के पास ले गयी और वो पॉर्न साईट चला दी जिसमे सब कुछ साफ साफ दिखता है।
मम्मी : अपना हाथ आँखों पर रखते हुए क्या है यह बंद कर इसे अभी।
प्रिया : चलो छोड़ो ना यह सब भूल जाओ कि आप शादीशुदा हो और मज़े से देखो।
फिर प्रिया ने मेरी मम्मी के हाथ पकड़ कर हटा दिए और मम्मी बिल्कुल चुपचाप बैठकर देखने लगी वो अंदर ही अंदर गरम हो रही थी.. लेकिन बाहर दिखना नहीं चाह रही थी। फिर प्रिया ने मम्मी को दूसरी वेबसाइट खोलकर दिखाई तो मम्मी बोली कि हाए राम यह सब भी होता है। उसके बाद मम्मी और प्रिया और मेरी छोटी बहन सोने के लिये जाने लगी तो प्रिया ने मेरी छोटी बहन को मेरे कमरे में जाकर सोने को कहा में और मेरी बहन सो गई और मम्मी और प्रिया ने रात भर चुदाई की बातें की। आधी रात के बाद जब मेरी बहन सो गयी तब में उठकर मम्मी और प्रिया जहाँ पर सोई थी वहाँ पर चला गया।
प्रिया तो अभी जाग रही थी लेकिन मम्मी सो गयी थी। फिर प्रिया चुपके से बोली कि गांड गरम है लंड डाल दे। तभी मैंने जैसे तैसे हिम्मत जुटाई और में फिर मम्मी की साईड में जाकर लेट गया। मम्मी उल्टी होकर सोई हुई थी मैंने धीरे धीरे उसकी कमर के ऊपर हाथ रख दिया.. मम्मी ने पीछे से चैन वाली कमीज़ पहनी हुई थी। तभी मैंने धीरे धीरे उसकी चैन नीचे की और उसके बूब्स पर हाथ रख लिया। मुझे ऐसा लगा जैसे कि में जन्नत में हूँ और मेरा लंड बिल्कुल तन गया। इतने में प्रिया ने इशारा किया कि मम्मी अभी जागी हुई है मेरी हिम्मत और बड़ गयी क्योंकि वो जागी हुई है और कुछ नहीं बोल रही थी। मैंने चैन बिल्कुल नीचे तक खोल दी.. मम्मी ने फिर करवट ली और सीधे लेट गयी वो मुझे जैसे बता रही हो कि कमीज़ पूरी उतार लो। मैंने कमीज़ को पूरा उतार दिया अब वो सिर्फ़ ब्रा और सलवार में थी। तभी में धीरे से अपने होंठ मम्मी के होंठ के पास लाया और उसके होंठो के ऊपर अपने होंठ रख दिए और किस करने लगा। तभी थोड़ी देर बाद मम्मी की तरफ से जवाब आया और वो भी किस करने लगी। हमने 10 मिनट तक किस किया और फिर उसने रोक दिया और बोली कि यह ग़लत है.. में तुम्हारी माँ हूँ और तुम्हारी कज़िन बहन पास ही में लेटी हुई है। इतने में प्रिया खड़ी हुई और मुझे किस करने लगी मम्मी हैरान हो गयी और उसका मुहं खुला का खुला रह गया। फिर में बोला यह कज़िन नहीं है यह तो पिछले 6 महीने से मेरी बीवी है। मम्मी को में फिर से किस करने गया तो वो मंगलसूत्र पकड़ कर बोली कि में शादीशुदा हूँ। तभी मैंने मंगलसूत्र निकाला और प्रिया के गले में डाल दिया और बोला कि अब तुम कुछ नहीं हो बस में राजा और तुम मेरी रानियाँ और मम्मी को पकड़ कर किस करना चालू कर दिया मम्मी ने कुछ टाईम तो विरोध किया लेकिन फिर वो भी गरम हो गयी और वापस किस करने लगी।
तभी इतने में प्रिया ने मम्मी की सलवार उतार दी और खुद भी बिल्कुल नंगी हो गयी और मेरा लंड चूसने लगी। 15 मिनट यही चलता रहा.. फिर प्रिया ने मम्मी को कहा कि यह लो लंड को मुहं में लो लेकिन मम्मी मना करने लगी तो प्रिया ने मम्मी का मुहं पकड़ कर मेरे लंड पर रख दिया। मेरा लंड पागल सा हो गया ऐसा लगा जैसे आग के गोले में लंड दे दिया हो। इतने में प्रिया ने मम्मी की ब्रा और पेंटी भी निकाल दी मम्मी की चूत बिल्कुल शेव्ड थी। तभी प्रिया बोली कि बुआ जी बड़े सीधे साधे बनते हो यह गार्डन किस के लिए साफ कर रखा है? लेकिन मम्मी कुछ नहीं बोली बस पागलों की तरह लंड चूसती रही। फिर मैंने मम्मी को लेटा दिया और उसकी चूत चाटने लगा और प्रिया मेरा लंड चूसने लगी। फिर मम्मी सिसकियाँ लेने लगी और तभी मैंने मम्मी को सीधा लेटाया और मेरे लंड का टोपा उनकी चूत पर रख दिया। मम्मी मना करने लगी.. लेकिन तभी प्रिया ने मम्मी के दोनों पैर खोल दिए और उसका मुहं बंद करने के लिये उन्हें किस करने लगी।
तभी मैंने धीरे धीरे धक्के देकर अपना आधा लंड चूत के अंदर सरका दिया था और मम्मी ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ ले रही थी और बोल रही थी कि डाल दे सारा अंदर.. चोद दे आज अपनी माँ को। तभी मैंने एक ही झटके से पूरा लंड चूत के अंदर डाल दिया और जोर जोर से झटके देने लगा और प्रिया को किस करने लगा। थोड़े टाईम बाद मम्मी झड़ने लगी.. तभी मैंने लंड को उसकी चूत से बाहर निकालकर प्रिया की चूत पर सेट किया और चूत में डालकर प्रिया को चोदना शुरू किया। करीब दस मिनट चुदाई करने के बाद फिर हम तीनो एक साथ झड़ गये और सो गये। उस दिन के बाद से आज तक में दोनों को एक साथ चोद रहा हूँ ।
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