RE: xxx Kahani नौकरी हो तो ऐसी
कॉंट्रॅक्टर बाबू – चुप कर रंडी …. आवाज़ मत निकाल
ताइजी कुछ बोल नही पा रही थी…
कॉंट्रॅक्टर बाबू – मालूम है ना कौन है तू रंडी है तू …रंडी है रंडी…..
ये कह के उसने ताइजी को बिस्तर पर लिटा दिया और अपने कपड़े उतार दिए
कपड़े उतरते ही उसका वो बड़ा काला नाग दिखने लगा… ये मेरे नाग के जितना ही था
अब उन्होने ने ताइजी की सारी निकाल दी और उनका अंत्रावस्त्रा भी निकाल दिया….
अब ताइजी पूरी नंगी दीवान पे पड़ी … होश तो उनसे कोसो दूर जा चुका था
कॉंट्रॅक्टर बाबुने अपने नाग को पकड़ा और ताइजिको पलंग के ईक बाजू खिचा और झपाक करके अपने काले लंड को उसकी उस चिकनी बुर मे घुसा दिया
एक ही झटके मे पूरा लंड ताइजी की बुर के अंदर घुस गया… उसके मुँह से आअहह…. आअहह… की आवाज़ निकलने लगी … मिशनरी पोज़िशन मे कॉंट्रॅक्टर बाबू चोद रहे थे
उसकी गति अभी बढ़ गयी ..कमर ज़ोर ज़ोर से हिलने लगी ….. उन्होने दोनो आमोको अपने हाथो मे पकड़ लिया और ताइजी को पलंग से और बाहर खिचा और खड़े होके…. फिरसे उसकी बुर मे घुसाया.. और गति बढ़ा दी… गति बढ़ने से पचक पाचक आवाज़ आने लगी और पूरे कमरे मे घूमने लगी
ताइजी के मुँह से अब बड़ी ज़ोर्से आवाज़े निकलने लगी..उसने आमो को छोड़ के ताइजी के मुँह पे हाथ रखा और लंड को जोरोसे अंदर बाहर करने लगा…. उसका वो बड़ा लंड पूरा अंदर बाहर जा रहा था…. ताइजी के चूतर और दीवान ज़ोर के धक्को से बहुत ज़यादा हिल रहे थे ….
मुझे बस कॉंट्रॅक्टर बाबुकी कमर और नंगा च्यूट्र दिखाई दे रहा था….
उतने मे कॉंट्रॅक्टर बाबू चिल्लाया – वाह मेरी रंडी मेरी छिंनाल क्या चीज़ है तू वाह… और जोरोके धक्के मारने लगा
और उसके अगले पल वो ताइजी के उपर गिर पड़ा… उसने पूरा रस अंदर छोड़ दिया था और ताइजी की बुर पूरी खुली और सफेद सफेद रस से भर गयी… सफेद सफेद रस बाहर तक आ गया….
उधर कॉंट्रॅक्टर बाबुने अपने कपड़े पहने. ताइजी को 2-4 गालिया दी और उसी हालत मे छोड़ के कमरे से निकल गये
मेरा लंड पूरा तंबू बन गया था और इतना तन गया था कि क्या बोलू….. वैसे मेरे हाथ मे भी मौका था मैं भी इस बहती गंगा मे हाथ धो सकता था पर मैने परिस्तिथि का जायज़ा लेना चाहा… और वैसे ही पड़ा रहा….. ताइजी थोड़ी हिली और उसने अपने पैर पूरे खुले कर दिए इससे उनकी बुर और खुल गयी और वीर्य रस की गन्ध पूरे कमरे मे घूमने लगी…..
तभी दरवाजे पे आहट हुई मुझे पता था ज़रूर कोई ना कोई होगा…. जैसे ही वो अंदर आया मैने भाप लिया ये कोई दूसरा तीसरा कोई नही वकील बाबू है
वकील बाबू अंदर आके सीधे कपड़े उतारने लगे, कपड़े उतार के वो अपने लंड को हाथ मे लेके सहला के बड़ा करने लगे, दो मिनट मे उन्होने अपने नाग को बड़ा किया और सीधे ताइजी के आमो को चूसने लगे… दोनो आमो को हाथ मे पकड़ के ज़ोर्से रगड़ते थे, और मुँह मे भर के काट लेते, वकील बाबू की आँखे चमक रही थी उन्हे बड़ा मज़ा आ रहा था.....
ताइजी दारू की नशे मे कुछ तो बड़बड़ रही थी, उसपे वकील बाबू ने उसे रंडी…… कही की चुप रह साली कह के गाली दी. और अपनी दो उंगलिया ताइजी की बुर मे घुसा के हिलाने लगे, दोनो उंगलिया वीर्य से भर गयी जो कॉंट्रॅक्टर बाबू ने अपनी बहेन की चूत मे छोड़ा था, और आधा वीर्य बुर के आजूबाजू फैला हुआ था… वकील बाबू ने उंगलियाँ निकाल के ताइजी के मुँह मे घुसाई और “चाट साली चाट इसे रंडी….” कहके उसके मुँह मे उंगलिया घुसाने लगे…. सफेद रस से लथपथ उंगलिया ताइजी के कोमल होंठो पे नाच रही थी… ताइजी की कमर तक के बाल दीवान से नीचे तक आ चुके थे….
क्रमशः...................
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