RE: xxx Kahani नौकरी हो तो ऐसी
मैने 1 और ज़ोर का झटका लगाया और 3 इंच लंड अंदर घुसेड दिया. और सेठानी की आँखोसे आँसू निकल आए. "अरे अभी तो बाकी है ज़रा धीरज से काम लो " सेठानी बोली "इसे बाहर निकालो मुझे बहुत दर्द हो रहा है मैं कांप रही हू ….इतने बड़े लंड की आदत मुझे नही है" मैं बोला "तो आदत डाल लो अभी तो मैं तुम्हारे गाव मे रहने वाला हू रानी …और इस दरम्यान तू अगर ,मुझसे चुदवाने से इनकार करेगी तो सब गाव वालो को जाके बोल दूँगा …समझी …? अब चुपचाप पड़ी रहना नही तो बहुत ज़ोर्से धक्का मारूँगा…" वो फिर चुप होगयि और मैने और 1 ज़ोर से धक्का मारा तो उसकी ज़ोर्से चीख निकल पड़ी और वो नीचे फिसल गयी. मैने उसके मूह पे हाथ रखा था इसलिए आवाज़ बाहर नही गयी. परंतु फिसलने के कारण मैं भी उसके उपर फिसल गया और मेरा पूरा लंड जड़ तक उसके चूत मे घुस गया. अब वो ज़ोर से कराहने लगी और हाथ पाव हिलाने लगी. परंतु मेरे उपर जानवर सवार था मैने उसके उपर धक्के शुरू कर दिए. और सेठानी को नानी याद आ गयी…वो ज़ोर ज़ोर से पाव हिलाने लगी और मुझे बाजू धकेलेने की कोशिश करने लगी ….उसकी चूत, मूह, गाल सब लाल –लाल हो रहे थे.
चूत नरम और छोटी होने के कारण एकदम मेरे लंड को पूरी तरह चिपक गयी जैसे मानो जन्मोसे मेरा लंड उसका साथी हो….लंड अंदर जाके पूरा गीला हो गया था…और मैं मदहोश हो रहा था उसी क्षण मैने सेठानी को उपर उठाया लंड बाहर निकाला और ज़ोर का झटका मारा सेठानी फिरसे घुटने से फिसल गयी और मेरा लंड जड़ तक उसके पेट तक घुस गया. और वो रोने लग गयी और बोली "सस्सस्स….हिस्स्स…..इसे बाहर निकालो नहियीईईई तो मैं मररर्र्र्र्ररर जाउन्गि ईई….मुझे बहुत दर्द हो रहा आआआअ है …आआ ईईए ऐसे तो मेरी चूत से खुन्न्न्न..निकल जाएगा .…आ एयेए आआ…ईयीई"
अब मैने धक्को की रफ़्तार बढ़ा दी और थोड़ी ही देर मे सेठानी के पानी के साथ मेरा भी वीर्य निकल गया. मैने सेठानी की चूत से लंड निकाल के उस पर थूक कर सेठानी के मूह मे घुसेड़ने लगा. उससे मेरा लंड चॅट के पूरा साफ करवाया. और सेठानी को उसकी सारी वापस दे दी. सेठानी पूरी लाल नीली हो गयी थी. उठने के लिए भी उसे मेरे सहारे की ज़रूरत पड़ी. मैने उसे हाथ देकर उठाया और बोला "जल्दी से यहा से निकलो और तैयार होके बाहर आ जाओ..समझी …. सेठ जी को अगर शक आ गया तो मेरी नौकरी लगने से पहले ही छूट जाएगी" और मेरी रानी कहकर उसके मूह का 1 कस के चुम्मा ले लिया.
मैं बाहर आने के लिए बाथरूम का दरवाजा खोला, तो मैं दंग रह गया. सामने सेठानी की बहू खड़ी थी. मुझे देखते ही उसने 1 उंगली अपने दात तले दबा ली और हल्केसे मुस्कुराइ और बोली " आपने तो सासू मा की छुट्टी कर दी…" मैं और सेठानी दंग रह गये, मैं बोला "वो –वो…… " बहू बोली " ये वो छोड़िए, अब मैं सब जाके ससुर्जीको बोलने वाली हू …" और मुस्कुराने लगी. इधर मेरी और सेठानी की हालत पतली हो जा रही थी. बहू ने हमे बाथरूम के बाहर खड़े होके रगेहाथ पकड़ लिया था. मैं बोला "ग़लती हो गयी…." उधर सेठानी बोली "किसी को मत बताना बहू ….तुझे मेरी कसम"
दोस्तो क्या बहू ने अपने ससुर को हमारे बारे मे बताया या फिर वो भी अपनी चुदाई करवाने के लिए हमे झूठी धमकी दे रही थी
क्रमशः.........
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