RE: Hindi Porn Stories कंचन -बेटी बहन से बहू तक का सफ़र
गतान्क से आगे ......
“हाई राम आप तो सुचमुच बहुत गंदे हैं..इसस्स ..” अच्छी तरह चूत साफ करने के बाद पापा बोले,
“ हाई मेरी जान तुम्हारी चूत रस के सामने तो अमृत भी कुच्छ नहीं. आओ अब तुम्हें कुतिया बना कर चोदेन्गे.” मम्मी बिस्तेर पर कुतिया बन कर लेट गयी. उनकी छाति बिस्तेर पर और चूतर हवा में थे. इस मुद्रा में उनकी मोटी मोटी झंघों के बीच में से बालों भरी चूत सॉफ दिखाई दे रही थी. एक घंटे से चल रही चुदाई के कारण चूत बहुत ही फूली और सूजी हुई लग रही थी. चूत का छेद भी मुँह खोले हुए था. ये पापा के मोटे लॉड का कमाल था.
“ लो राजा मैं तो कुतिया बन गयी लेकिन कुतिया को तो कुत्ता ही चोद्ता है पर अभी तो इस कुतिया के ऊपर सांड चढ़ेगा और अपने घोड़े जैसे लंड से चोदेगा.” पापा मम्मी के चूतरो के पीछे बैठ कर उनके फैले हुए विशाल चूतरो और उनके बीच से झाँकति हुई फूली हुई चूत को निहारने लगे.
“ऐसे क्या देख रहे हैं मेरे राजा ?”
“ सच कविता तुम्हारे जैसे चूतेर तो इस दुनिया में किसी औरत के नहीं हैं. हमे तो इन्होने पागल कर दिया है.”
“सभी औरतों के ऐसे ही तो होते हैं.”
“तुम क्या जानो मेरी जान तुम्हारे चूतेर कितने जान लेवा हैं. सभी औरतों के तो ऐसे नहीं होते, हां अब तुम्हारी बिटिया के ज़रूर ऐसे होते जा रहे हैं.”
“हाई राम ! लगता है आप अपनी बेटी के चूतरो पे फिदा हो गये हैं.”
“अरे नहीं. फिर वही बात कर रही हो. देखो ना तुम्हारे इन चूतरो ने हमारे लॉड का क्या हाल कर रखा है.”
“तो ले लीजिए ना. किसने रोका है. आज हमे भी तो दिखाइए आपको ये कितने अच्छे लगते हैं.” मम्मी अपने विशाल चूतरो को और ज़्यादा उचकाती हुई बोली. अब तो चूतरो के बीच मम्मी की गांद का वो भूरे रंग का छेद भी नज़र आने लगा था. पापा ने मम्मी के विशाल चूतरो को फैला कर उनके बीच अपना मुँह दे दिया और कुत्ते की तरह उनकी चूत चाटने लगे. उनकी नाक मम्मी की गांद के छेद पे टिकी हुई थी. बीच बीच में मम्मी के चूतरो को और ज़्यादा फैला कर उनकी गांद के छेद को भी चाटते. मम्मी के मुँह से अया. ऊवू…..इसस्सस्स. की आवाज़ें आने लगीं. थोरी देर चूत और गांद चाटने के बाद पापा उठे और अपने लंड का सुपरा मम्मी की चूत के खुले हुए मुँह पर रख कर धक्का लगा दिया. चूत बहुत गीली थी और घंटे भर की चुदाई से चौड़ी हो गयी थी इसलिए एक ही धक्के में पूरा 9 इंच का लॉडा मम्मी की चूत में समा गया.
“ आाआईयईईईईईई…….इसस्स्स्स्स्स्सस्स……. ओईईई माआआअ……आआअहह.”
पापा मम्मी की चूचिओ को पकड़ कर अब पूरा लंड अंडर बाहर कर रहे थे. पापा के बारे बारे बॉल्स आगे पीछे होने के कारण पेंडुलम की तरह झूल रहे थे. फ़च फ़च….फ़च….फ़च का संगीत फिर शुरू हो गया था.
“ कविता चुदवाते हुए जितनी आवाज़ तुम करती हो उतनी ही आवाज़ तुम्हारी ये प्यारी चूत भी करती है.”
“ क्या करूँ, सब आपके मूसल का कमाल है. एक दिन तो कंचन ने भी ये आवाज़ें सुन ली थी. मैने उसे बता दिया कि मेरे पेट में दर्द रहता है.”
पापा हस्ते हुए बोले
“ कितनी नादान है हमारी बिटिया. लेकिन तुम्हारी ये चूत जो फ़च फ़च कर रही है इसके बारे में क्या कहा?”
“ हटिए भी, इसकी आवाज़ थोड़ी बाहर जाती है.”
पापा पूरा लंड बाहर निकाल कर जड़ तक पेल रहे थे. मम्मी भी चूतर पीछे की ओर उचका उचका कर चुदवा रही थी. फिर पापा ने पास में पड़ी वॅसलीन की बॉटल खोली, ढेर सारा वॅसलीन अपनी उंगली पे लगाया और मम्मी की गांद के छेद में लगाने लगे.
“आआहह……क्या इरादा है मेरे राजा?” मम्मी गांद उचकाती हुई बोली.“ कविता मेरी जान कयि दिनों से तुम्हारी खूबसूरत गांद नहीं ली. आज मेरा लॉडा तुम्हारी गांद में जाने को उतावला हो रहा है. आज तो अपनी गांद भी देती जाओ.”
“ले लीजिए ना, मैने कब रोका है. आपकी ही चीज़ है. मैं तो आपको इतना तृप्त कर देना चाहती हूँ कि आपको 15 दिन तक मेरी ज़रूरत महसूस ना हो “ अब पापा ने अपना लंड मम्मी की चूत से बाहर निकाल लिया और ढेर सारा वॅसलीन अपने लंड पर भी लगा लिया. नीलम कंचन की चूत में उंगली डालते हुए बोली,
“ देख कंचन, उस दिन वो लड़का तेरी गांद मारने की बात कर रहा था तो तू नाराज़ हो रही थी, अब देख तेरे पापा का मूसल कैसे तेरी मम्मी की गांद में जाता है. अच्छी तरह देख ले क्योंकि तेरा पति भी इसी तरह तेरी गांद मारेगा.” उधेर पापा ने लंड का सुपरा मम्मी की गांद के छेद पर टीका कर दबाव डालना शुरू कर दिया था. धीरे धीरे लंड का मोटा सुपरा मम्मी की गांद के टाइट छेद को फैला के अंडर सरक गया. पापा ने थोड़ा और दबाव डाला और करीब 1 इंच लंड मम्मी की गांद में घुस गया.
“ आआआहह….ऊऊऊघ…..क्या मोटा लंड है आपका.” पापा ने आधा इंच लंड बाहर खींच कर इस बार एक ज़ोर का धक्का मारा. 6 इंच लंड अंडर जा घुसा
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