RE: Chudai Kahani मधु अंड नेहा
मधु अंड नेहा पार्ट--3
गतान्क से आगे
मैने धीरे धीरे ही उसको चोदना जारी रखी. थोड़ी देर बाद जब वो शांत हो गयी तो मैने एक धक्का और लगा दिया. मेरा पूरा का पूरा लंड उसकी चूत में घुस गया. पूरा लंड घुसा देने के बाद भी मैने अपनी स्पीड नहीं बढ़ाई और धीरे धीरे ही उसे चोद्ता रहा. 5 मीं और चुदवाने के बाद नेहा फिर से झाड़ गयी लेकिन मैं उसे धीरे धीरे ही चोद्ता रहा. थोड़ी देर बाद जब उसे मज़ा आने लगा तो उसने अपना चूतड़ आगे पिछे करते हुए मेरा साथ देना शुरू कर दिया. मैने फिर भी अपनी स्पीड नहीं बढ़ाई और उसे धीरे धीरे ही चोद्ता रहा. वो बहुत ज़्यादा जोश में आ चुकी थी और बोली राजू ज़ोर से चोदो, धीरे धीरे चुदवाने में मज़ा नहीं आ रहा है. मैने कहा तुमने ही तो धीरे धीरे चोदने को कहा था. वो बोली तब ज़्यादा दर्द हो रहा था. मैने कहा अब दर्द नहीं हो रहा है. वो बोली दर्द तो अभी भी हो रहा है लेकिन मज़ा बहुत आ रहा है. वो जोश से पागल सी हुई जा रही थी. मैने कहा मैं तो इसी तरह धीरे धीरे ही चोदुन्गा. वो बोली मुझे तड़पाओ मत, खूब ज़ोर ज़ोर से चोदो. मैने बहुत ही तेज़ी के साथ उसकी चुदाई शुरू कर दी. वो करते हुए खूब मज़ा से चुद्वति रही. 10 मिनट की चुदाई के बाद वो फिर से झाड़ गयी. मैने पूचछा अब कैसा लग रहा है. वो बोली अब तो इतना मज़ा आ रहा है कि मैं बता नहीं सकती. तुम ऐसे ही खूब ज़ोर ज़ोर से मुझे चोद्ते रहो. वो एक दम मस्त हो चुकी थी. मैं भी बहुत तेज़ी के साथ उसकी चुदाई करता रहा और वो अपना चूतड़ आगे पिछे करते हुए मुझसे चुद्वति रही. 10-15 मिनट तक और चुदवाने के बाद वो फिर से झाड़ गयी और मैं भी उसके साथ ही साथ झाड़ गया. लंड का सारा पानी उसकी चूत में निकाल देने के बाद जब मैने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाला तो 'पक' की आवाज़ हुई जैसे किसी ने सोडे की बोतल का ढक्कन खोल दिया हो. लगभग 1 घंटे तक हम दोनो आराम करते रहे. मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा था. मैने उसे अपनी तरफ खीच लिया तो वो मुझसे चिपक गयी. मैं उसके होठों को चूमने लगा और वो भी कुच्छ देर बाद मेरे होठों को चूमने लगी. मेरा लंड अब एक दम टाइट हो चुका था. मैं उठ कर उसकी टाँगों के बीच आ गया और अपना लंड उसकी चूत के बीच रख दिया. फिर मैने अपना लंड एक झटके से पूरा का पूरा उसकी चूत में डालने की कोशिश की लेकिन मेरा पूरा लंड उसकी चूत के अंदर नही गया. उसकी चूत अभी भी टाइट थी. मैने 2-3 जोरदार धक्के लगाए तो मेरा पूरा का पूरा लंड उसकी
चूत में घुस गया. फिर मैने बहुत ही तेज़ी के साथ उसकी चुदाई शुरू कर दी. थोड़ी देर बाद वो शांत हो गयी और उसे मज़ा आने लगा. कुच्छ देर बाद वो अपना चूतड़ भी उठाने लगी. 10 मिनट की चुदाई के बाद वो झाड़ गयी. मैं एक दम आँधी की तरह उसे चोद्ता रहा. वो अपना चूतड़ उठा उठा कर मेरा साथ देने लगी. लगभग 35 मिनट तक चोदने के बाद मैं उसकी चूत में ही झाड़ गया. वो भी इस बार की चुदाई के दौरान 2 बार झाड़ चुकी थी. उसके बाद मैं उसके बगल में लेट गया. सुबह होने वाली थी और हम दोनो बुरी तरह थक चुके थे और सो गये. सुबह के 8 बजे नेहा ने मुझे जगाया. वो फ्रेश होने जाना चाहती थी लेकिन खड़ी नहीं हो पा रही थी. मैने उसे सहारा दे कर खड़ा कर दिया तो वो बहुत ही धीमी चाल से लहराती हुई फ्रेश होने चली गयी. उसके वापस आने के बाद मैं भी फ्रेश होने चला गया. वापस आने के बाद मैने नेहा से कहा चलो अब हम साथ साथ नहा लेते हैं. हम दोनो बाथरूम में नहाने चले गये. हम दोनो ने एक दूसरे के बदन पर खूब साबुन लगाया. नेहा ने मेरे लंड पर भी साबुन लगाया तो मेरा लंड खड़ा हो गया. लंड के खड़ा हो जाने के बाद मैने बाथरूम में ही उसे डॉगी स्टाइल में कर दिया. मैने उसके गांद के छेद पर अपने लंड का सूपड़ा रखा तो वो बोली ये क्या कर रहे हो. मैने कहा मुझे इसका मज़ा भी लेना है. जब तक वो कुच्छ बोल पाती मैने एक धक्का लगा दिया.
वो बहुत ज़ोर से चीखी. साबुन लगा होने की वजह से एक ही धक्के मारा लंड उसकी गांद में 4" तक घुस गया. मैने उसकी गांद मारनी शुरू कर दी. थोड़ी देर बाद जैसे ही शांत हुई तो मैने एक धक्का और लगा दिया. वो बहुत ज़ोर से चीखी और मेरा लंड उसकी गांद में 2" और घुस गया. मैने फिर बहुत तेज़ी के साथ उसकी गांद मारनी शुरू कर दी. थोड़ी देर बाद जब वो फिर से शांत हो गयी तो मैने बिना रुके बहुत ही जोरदार 4-5 धक्के लगा दिए और मेरा लंड पूरा का पूरा उसकी गांद में घुस गया. वो ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी लेकिन मैं रुका नहीं. मैने बहुत ही तेज़ी के साथ उसकी गांद मारनी शुरू कर दी. 20-25 मिनट तक उसकी गांद मारने के बाद मैं उसकी गांद में ही झाड़ गया. उसके बाद हम नहा कर बाहर आ गये. नाश्ता कर लेने के बाद मैने फिर से नेहा की चुदाई शुरू कर दी. इस बार मैं थोड़ी देर तक उसकी चूत की चुदाई करता फिर उसकी गांद मारने लगता. इस तरह बारी बारी से मैने उसकी गांद और चूत दोनो की चुदाई की. 20 मिनट बाद मैं उसकी गांद में झाड़ गया. उस दिन रात के 9 बजे तक मैने नेहा को 5 बार चोदा और 2 बार उसकी गांद मारी. हम दोनो थक गये थे इस लिए पूरी रात सोते रहे. तीसरे दिन सुबह से ही मैने फिर से नेहा की गांद और चूत की चुदाई शुरू कर दी. उस दिन मैने रात के 10 बजे तक नेहा की 5 बार गांद मारी और केवल 2 ही बार उसकी चूत को चोदा. उसकी चूत और गांद का मूह एक दम खुल चुका था और मेरे लंड के साइज़ का हो चुका था. अब उसे बिल्कुल भी दर्द नहीं होता था और उसे खूब मज़ा आता था. अब वो आराम से चलने फिरने भी लगी थी. मैने नेहा से उसकी मम्मी को चोदने के बारे में बताया तो उसे विश्वास नही हो रहा था. मैने उस से कहा पहले तुम्हारी मम्मी ज़्यादा खुश नहीं रहती थी लेकिन अगर तुमने ध्यान दिया होगा तो वो इधर 2 महीने से वो बहुत ज़्यादा खुश रहती हैं. उसने थोड़ी देर तक सोचने के बाद कहा हां तुम ठीक ही कह रहे हो. पहले मम्मी बात बात पर गुस्सा हो जाती थी लेकिन इधर 2 महीने से वो बिल्कुल भी गुस्सा नहीं करती. नेहा के मम्मी पापा 10 दिन बाद वापस आ गये. उनके वापस आने तक मैने नेहा के चूत की 45 बार चुदाई की और 22 बार उसकी गांद मारी. अब मधु काम करने आने लगी. उसने मुझसे चुदवाना शुरू कर दिया. 2 दिन बाद भैया और भाभी भी आ गये. भाभी ने मुझसे पूचछा कैसी रही नेहा की चुदाई. मैने कहा बहुत अच्छि. मुझे पहली पहली बार कुँवारी चूत और गांद का मज़ा मिला है. भाभी ने कहा क्या कह रहे हो. मैने कहा मैं ठीक कह रहा हूँ. मैने नेहा की गांद भी मारी है. गांद मारने में भी
बहुत मज़ा आया. भाभी ने एक दिन मधु को नेहा के बारे में सारी बात बता दी. पहले तो मधु नाराज़ हुई लेकिन बाद में भाभी के समझाने पर वो मान गयी. कुच्छ दिन बाद नेहा भी मधु के साथ आई. दोपहर में जब मधु किचन में खाना बना रही थी तो मैने अपने बेडरूम में नेहा को चोदना शुरू कर दिया क्यों की मधु को खाना बनाने में 1 घंटे लगते थे. अभी मुझे नेहा की चुदाई करते हुए 15 मिनट भी नहीं बीते थे कि मधु आ गयी. मैने उसे देख लिया लेकिन नेहा नहीं देख पाई. मैं नेहा की चुदाई रोक कर हटने ही वाला था कि मधु मुस्कुराते हुए वापस चली गयी. मधु के वापस जाते ही मैने फिर से नेहा की चुदाई शुरू कर दी और बहुत ही तेज़ी के साथ उसे चोदने लगा. लगभग 30-35 मीनेट चोदने के बाद मैं झाड़ गया. इस दौरान नेहा भी 3 बार झाड़ चुकी थी. एक दिन मधु ने भाभी से कहा की नेहा अभी जवान है और मैं चाहती हूँ की वो चुदवाने का खूब मज़ा ले ले. पता नहीं उसके पति का लंड कैसा हो और वो उसे ठीक से चोद पाए या नहीं. कल से मेरी जगह पर नेहा काम करने आएगी. भाभी ने कहा क्या अब तुझे राजू से चुदवा कर मज़ा नहीं लेना चाहती. वो बोली चाहिए क्यों नहीं. भाभी ने कहा तो तू ऐसा कर तू सुबह कम करने आ जाना और दोपहर के बाद नेहा को भेज देना. इस से तुम दोनो को चुदवाने का मज़ा मिल जाया करेगा. वो बोली ठीक है. अब मधु सुबह काम करने आने लगी. जब वो बजे घर चली जाती तो नेहा आ जाती. मैं उन दोनो की चुदाई करता रहा. नेहा अभी नहीं जानती थी कि भाभी उसकी चुदाई के बारे में जानती है. जब मैं नेहा को चोद रहा होता तो उस समय भाभी जान बूझ कर मेरे रूम में नहीं आती थी और ना ही नेहा को किसी काम से बुलाती थी. एक दिन जब मैं नेहा को चोद रहा था तो भाभी मेरे रूम में आई. भाभी को देख कर नेहा घबडा गयी तो मैने कहा तुम घबराओ मत, भाभी को सब मालूम है. तुम आराम से चुदाओ. भाभी नेहा के पास बैठ गयी तो मैने भाभी को दिखाने के लिए नेहा को बहुत ही बुरी तरह से चोदना शुरू कर दिया.
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