RE: Hindi Porn Stories नीता की खुजली
नीता के गांद के छेद को देख कर उसकी आग और बढ़ गई. उसने छेद मे उंगली डाल
दी. नीता को तो ऐसे ही मज़ा आता था. कुच्छ ना बोली. मन ही मन खुश हुई
रमेश के इस नये अंदाज़ से.
अचानक रमेश ने अपना लंड बाहर निकाल लिया. ?क्या हुआ?? कहते हुए नीता ने
शीशे मे उसे देखा. ?यहाँ डाल रहा हूँ.? कहते हुए रमेश मुस्कुरा दिया.
नीता ने एक शरारती मुस्कान दी और बोली ?मैं तो पूरी आपकी हूँ. जो करना है
करो??.
रमेश ने कोशिश की पर डाल ना पाया. नीता समझ गई. उसने सामने रखी वॅसलीन की
शीशी उठाई और मूड कर उसके लंड पे प्यार से लगाने लगी. ?अब मेरे छेद मे भी
लगा दो और घुसा दो.? मुस्कुराते हुए नीता उल्टी हो गई.
रमेश ने उसके च्छेद के आसपास और तोड़ा अंदर लगाया और अपना लंड डाल दिया.
किसी तरह वो अंदर घुस गया और रमेश का लंड उसके छ्होटे छेद के दबाव से और
कड़क और उत्तेजित हो गया.
फिर रमेश ने उसकी जो गांद मारी नीता बहाल हो गई. पहली बार किसी लंड को
गांद मे डलवाया था. अब उसे समझ आया उंगली मे और लंड मे क्या फरक है?
उधर कमला की चूत प्यासी रह गई थी. उसने अपने कपड़े उतारे और नंगी हो कर
बिस्तर पर लेट गई और उंगली डाल कर खुद को शांत किया.
दोपहर को आराम करने के बाद नीता पड़ोस मे अपनी सहेली से मिलने चली गई.
रमेश दरवाज़ा बंद करके सीधा कमला के कमरे मे घुसा.
कमला बेडशीट ओढ़ कर लेटी हुई थी. ?मुझे पता था आप सीधा यहाँ आएँगे? कहते
हुए कमला मुस्कुराइ. ?क्यों ऐसा क्यूँ लगा आप को?? कहते हुए रमेश ने अपने
कपड़े उतार दिए और उसके पास बिस्तर पे बैठ गया. चदडार जिस तरह कमला के
शरीर से चिपकी हुई थी रमेश को डाउट आया कि कमला नीचे नंगी है. उसका लंड
ये सोच कर ही डोलने लगा.
आप भी जानते हैं और मैं भी. आप तो मेरे जमाई हैं वरना अंदर भी नही आने
देती.? कहते हुए कमला मुस्कुराइ. रमेश धीरे से उसके पास लेट गया. ?कितना
अंदर नही आने देती?? कहते हुए अपने दाहिने पंजे से उसके गाल सहलाने लगा
और राइट हाथ से अपनी अंडरवेर उतार कर फेंक दी.
?पूरा? और ऐसे ही वो मुस्कुराती रही. रमेश का हाथ अब उसकी गर्दन से होता
हुआ उसके वक्ष पे आ गया. वो समझ गया उसकी सास नंगी है. उसने उसका निपल
पकड़ लिया और दबा दिया. तभी कमला का ध्यान गया की रमेश पूरा नंगा हो
चुक्का था.
?उ? ऐसे मत दबाओ. ये कोई काटने की चीज़ नही है और आप तो पूरे नंगे हो
गये?. ये सुनते ही रमेश बोला?पता है ये चूसने की चीज़ है? और उसका पूरा
मम्मा पकड़ कर सहलाने लगा. ?सब जानते हो फिर ऐसी हरकत क्यों करते हो??
कमला उसके पंजों के दबाव के मज़े लेने लगी थी.
आप रोक देती हो हर बार? कहते हुए रमेश ने एक टाँग उसकी टाँग पे रख दी और
उसके होठों को चूमने लगा. ?क्या करूँ, हमारा रिश्ता ही कुच्छ ऐसा है?
कहते हुए कमला
ने उसे चूमना शुरू कर दिया. दोनो एक दूसरे के होंठ गरम करते रहे. दोनो
नंगे थे पर चादर बीच मे थी. रमेश उपर नंगा दिख रहा था और कमला का शरीर
ढका हुआ था.
कमला ज़्यादा गरम थी इस वक़्त. उसने रमेश को धकेला और उसके उपर लेट गई.
अब भी चादर बीच मे थी पर कमला नंगी दिख रही थी और रमेश का शरीर चादर के
नीचे आ गया था.
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