RE: Hindi Porn Stories नीता की खुजली
बहुत देर अंदर थी तू?. ?नही पापा, थोड़ी देर सिर्फ़? कहते हुए उसने अपनी
टाँग फैला दी ताकि ससुर उसकी फूली हुई चूत को ठीक से दबा सके. ससुर उसकी
चूत को अपने पंजों मे पकड़ कर मसल्ने लगे.
?कितने तरीके से उसने तुझे ठोका?? कहते हुए ससुर ने उसकी चूत को मसलना जारी रखा.
?आप को तो सब पता है.? नीता ने बिना हीले कहा. ससुर ने अब अपना डाइरेक्षन
बदला और दूसरे हाथ के पंजों मे उसकी चूत ले ली. दूसरे हाथ उसके शरीर के
नीचे डालते हुए उसका एक मम्मा पकड़ लिया.
?सिर्फ़ यहीं पे डाला या इधर भी?? कहते हुए ससुर ने उसकी गांद के छेद मे
उंगली डाल दी. ?अनन्न.. नही इधर नही? कहते हुए उसने अपनी गांद हिलाई.
?थोड़ा उपर हो, नाडा खोलने दे? कहते हुए ससुर ने हाथ उसके पेट के नीचे
रखा. ?एलास्टिक है? कहते हुए नीता थोड़ी उपर उठी और ससुर ने उसकी पनटी
समेत उसकी सलवार घुटनों तक उतार दी.
बोल ना कैसे पेला तुझको?? ये कहते हुए ससुर ने उसकी चूत पकड़ ली और उसे
थोड़ा उपर उठाया. नीता ने अपने घुटनों को थोडा मोड़ा और उपर उठ गयी. ससुर
उसके पीछे आ गये और उसकी गांद को चूमने लगे.
?बहुत अच्छी तरह से चोद्ते हैं नितिन्जि? कहते हुए नीता ने अपनी गांद
थोड़ी और उठाई ताकि उसके ससुर उसकी चूत की खुश्बू ले सकें. ससुर भी समझ
गये और उसकी चूत को चूसने और चाटने लगे.
?उसने तुझे घोड़ी बना कर चोदा था?? ससुर ने पुछा. ?हर तरह से चोदा था, जो
आप और लता करते हैं.? कहते हुए नीता ने अपनी गांद उनके मुँह पे दबाई.
?सच बता उसका लंड चूसने मे ज़्यादा मज़ा आया या चूत चुसवाने मे? ससुर ने
एक उंगली करीब एक इंच उसकी गांद मे धीरे धीरे डाल दी. ?दोनो मे मज़ा आता
है. चुसवाने मे ज़्यादा? नीता बोली.
नीता अब तक अपना चेहरा अपने हाथों मे च्छुपाए हुए थी. ससुर की गीली जीभ
चूत पर लगते ही उसकी गर्मी बढ़ गयी. ?यहाँ भी चॅटो ना..? कहते हुए उसका
एक हाथ अपनी गांद पर चला गया. ससुर तो सब कुच्छ करने को तय्यार थे अपनी
बहू की चूत मे अपना लॉडा पेलने के लिए. वो मज़े ले लेकर उसकी चूत और गांद
के छेद को गीला करने लगे. नीता भी अपनी गांद आगे पीछे करने लगी उनकी जीभ
पाने के लिए.
अब ससुर ने अपना एक हाथ उसके बूबे पर दे दिया और मसल्ने लगे. फिर जब उनकी
बर्दाश्त से बाहर हो गया तो उन्होने अपना पाजामा उतारा और उसकी चूत पे
अपना लंड टीका दिया. धीरे धीरे उसकी चूत मे अपना लंड पेलने लगे.
नीता भी
उस लंड का आनंद लेने लगी जिस का इंतजार कई दिनो से उसको था.
पापा ! ज़ोर से करो ना !? नीता चुलबुलाई?.
ससुर ने उसकी कमर कस के पकड़ ली ओर अपनी रफ़्तार बढ़ाई. काफ़ी देर मज़े
लेने के बाद और दो बार पानी निकालने के बाद नीता तक गई. ससुर तो अभी भी
ज़ोर मे थे. नीता नीचे हो गई और उनका लंड बाहर आ गया. ससुर से रहा नही
गया. उन्होने उसको टेढ़ा किया और उसकी एक टाँग अपने कंधे पे रख दी और
अपना लंड अंदर पेल दिया. नीता उनकी काम क्रिया से खुशी से फूल गई. वो
अपनी थकान भूल कर मज़े लेकर धक्के का जवाब देने लेगी.
ससुर ने एक उंगली उसकी गांद के छेद मे डाल दी और लंड के बहाव के साथ
उंगली अंदर बाहर करने लगे.?पापा ! उंगली पूरी अंदर डालो? कहते हुए नीता
ने ससुर को उकसाया. ससुर अब उंगली से उसकी गांद सेक रहे थे और लंड से
उसकी चूत.....नीता अपने माममे सहलाते हुए उनके हर धक्के का जवाब देती गई.
तभी कोई आवाज़ आई. ससुर ओर नीता कुछ सेकेंड के लिए रुक गये. पर जब कोई और
आवाज़ ना आई तो ससुर और नीता ने अपनी काम क्रिया चालू रखी. जैसे ही ससुर
झाड़ गये और नीता पर लुढ़क गये नीता बिस्तर से उतर गई. अपने कपड़े पहेन
कर उसने ससुर के लंड को प्यार से पाजामे मे डाला और नटखट मुस्कान देती
हुई बोली ?आपका ये सबसे प्यारा है.?. ससुर अपने लंड की तारीफ सुन कर खुशी
से फूल गया ?ये? मतलब?? उन्होने जान बूझ कर पुछा. नीता तो बेशर्मी की सब
हद पार कर चुकी थी, बोली ?आपका लॉडा अपने बेटों के लंड पे काफ़ी भारी
है.? ये सुन कर ससुर खुश हो गये और अपने कमरे मे जा कर फिर एक बार मूठ
मारी.
जब आवाज़ आई थी तब नितिन घर मे आया था. किसिको बाहर ना देख कर वो अपने
कमरे मे चला गया था. नीता जब बाहर आई और नितिन का कमरा खुला देखा तो झट
अंदर चली गई. नितिन को देखते ही उसका हाथ अपनी जांघों पर चला गया और
चेहरे पर नटखट मुस्कान आ गई.
?आओ भाभी !? कहते हुए नितिन ने उसे बिस्तर पर लिटा दिया. वो दो दिनो मे
समझ गया था नीता को क्या चाहिए था. बिना कोई और बात किए उसने नीता की
सलवार खींच ली और उसकी चिकनी गुलाबी चूत मे मुँह डाल दिया.
नीता तब तक मज़े लेती रही जब तक उसे याद नही आया कि रमेश के आने का वक़्त
हो गया है. वो उठ कर खड़ी हो गयी और नितिन से लिपट गई. ?तुम जैसा किसिका
नही? कहते हुए उसने नितिन का लंड अपने पंजों मे दबोचा और चली गई. नितिन
खुशी से झूम उठा. लेकिन उसे आज ही वापस जाना था. अगली बार के सपने देखते
हुए वो लौट गया.
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