RE: Hindi Porn Stories नीता की खुजली
ससुर समझ तो गये थे पर जल्दबाज़ी नही करना चाहते थे. अब उन्होने उसके
कूल्हे दबाते दबाते उसकी गांद के छेद मे उंगली रगड़ना शुरू कर दिया. नीता
गरम हो जाती पर शरमाने की आक्टिंग करते हुए उनके हाथ को हटा देती?.
एक दिन मौका देख कर ससुर उसके पीछे किचन मे चले गये. उसकी कमर मे हाथ डाल
कर बातें करने लगे. नीता इंतजार करने लगी कब उनका हाथ उपर जाकर उसके
मम्मे पकड़ेगा. पर ससुर ने हाथ उपर की बदले नीचे कर लिया और उसकी गांद
सहलाने लगे. जब नीता कुच्छ ना बोली तो उन्होने उसकी गांद की दर्रार मे एक
उंगली डाल दी. नीता ने आदत के मुताबिक उनका हाथ हटाना चाहा पर आज ससुर का
लंड पूरी गर्मी मे था. उन्होने उसके आगे आकर दूसरे हाथ से उसका हाथ पकड़
लिया.
धीरे से मुस्कुराते हुए उन्होने उसका हाथ दबाया और अपना शरीर उसके शरीर
से चिपका दिया. ?ऐसे मत किया कर? कहते हुए उन्होने अपनी उंगली उसकी गांद
की दरार मे और अच्छी तरह फिट कर दी और घिसने लगे. नीता अपने शरीर की
गर्मी से बहाल थी. कुच्छ ना बोली और चुपचाप खड़ी एंजाय करने लगी. ससुर ने
उसके गाल पे किस किया और उसे दबोच लिया. उनका टाइट लॉडा उसकी चूत से टकरा
गया. वो बिना सोचे थोड़ी उँची हुई और उनके लंड से अपनी चूत को भिड़ा
दिया.इतने मे आवाज़ आई और दोनो अलग हो गये. लेकिन लता की समझ मे आ गया कि
कुच्छ हो रहा था. वो स्माइल करते हुए ससुर को आँख मार कर चली गई.अब ससुर ने पक्का इरादा कर लिया था नीता को चोदने का.
लेकिन भगवान को ये मंजूर नही था.
उसी रात रमेश का छ्होटा भाई नितिन आ गया. ऑफीस के काम के सिलसिले मे वो
आया था और चार दिन रुकने वाला था. खाना खाने के बाद जब हाथ धोने गया तब
उसने नोटीस किया किस तरह उसके पिता ने नीता की गांद पर चालाकी से हाथ
फेरा था. वैसे तो वो नीता की सेक्सी बॉडी पे पहले से ही फिदा था और ये
देख कर तो उसका लंड तन तना गया.
अगले दिन सुबह बोला ?भाभी मुझे अपनी वाइफ रीना के लिए शॉपिंग करनी है. आप
साथ चलो.? नीता की चूत आज ससुर के लंड के लिए बेताब थी पर ना करना
मुश्किल हो गया जब रमेश ने भी उससे जाने को कहा.
शॉपिंग करते हुए नितिन ने अपना हाथ साफ करना शुरू कर दिया. नीता के
कुल्हों पर और कभी कमर पे हाथ रख देता. नीता तो वैसे ही तड़प रही थी
सेक्स के लिए और नितिन का हाथ उसे और गरम करने लगा.
ऑटो मे आते वक़्त नितिन ने सामान एक तरफ रख दिया और नीता के साथ चिपक कर
बैठ गया. नीता कुच्छ ना बोली. फिर क्या था, नितिन ने उसके कंधे पर हाथ रख
दिया और बातें करने लगा? आप खुश तो हो ना हमारे घर मे??. ?हां खुश तो
हूँ. तकलीफ़ किस बात की? सभी अच्छे हैं.? नीता बोली और एक प्यारी सी
मुस्कान दे दी. ?भैया कैसे हैं?? नितिन ने पुछा. ?वो भी अच्छे हैं. सीधे
साधे हैं. आपकी तरह शैतान नही हैं? नीता मुस्कुराते हुए बोली.
झट से नितिन ने अपना हाथ नीचे किया और उसकी बाँह और उरोजो के बीच डाल कर
उसे अपनी ओर दबोच लिया ?मैं शैतान हूँ?? . नीता को उसके शरीर की गर्मी ने
निढाल कर दिया. ?ऐसे क्या कर रहे हो, ड्राइवर देख रहा है.? वो धीरे से
फुसफुसा कर बोली. ?उसे थोड़े ही पता है कि हम हज़्बेंड वाइफ नही हैं.? ये
कहते हुए नितिन ने दूसरे हाथ से उसका एक बूब पकड़ लिया और उसके होठों पे
लंबी किस दे दी.
नीता का हाथ अपने आप उसके लंड पे चला गया. ?रमेश के साथ मज़ा नही आता लगता
है?? नितिन ने उसकी चूत को सहलाते हुए पूछा. ?मज़ा तो आता है पर हमारी
सेक्स लाइफ मे वेराइटी नही है.? शरमाते हुए नीता बोली और उसका लंड दबा
दिया.
?आज रात को एक बजे के करीब मेरे कमरे मे आना? नितिन ऑटो से उतरते हुए
बोला. नीता ने गर्देन हिला के हां कर दी पर बोली ?देखती हूँ, डर लगता
है???
खाना खाने के बाद सब बैठ कर बातें करने लगे. नितिन और नीता एक दूसरे को
आँखों ही आँखों मे इशारे करते रहे. ससुर को महसूस हुआ कुच्छ गड़बड़ है पर
क्या करता?
रात डेढ़ बजे तक जब नीता नही आई तो नितिन बेताब हो गया. वो दबे पाँव नीता
के कमरे के पास गया. जैसे ही दरवाजा धकेला नीता सामने खड़ी थी. दोनो
चुपचाप नितिन के कमरे की ओर चले गये.
अंदर आते ही दरवाज़ा बूँद करके एक दूसरे से लिपट गये. जब शोला आग मे बदल
गया तो नितिन ने अपना पाजामा उतार दिया और अपना लंड नीता के हाथ मे दे
दिया. नीता उत्तेजना से काँप रही थी. नितिन समझ गया कि वो समझ नही पा रही
क्या करे.
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