RE: Kamukta Kahani मैं और मेरी बहू
सन्नी फिर अपनी मा के पीछे आ गया और अपना लंड उसकी गंद पर घिसने लगा. उसने धीरे धीरे अपना लंड बबीता की गंद मे घुसाया तो उसे रवि के लंड का एहसास होने लगा जो चमड़ी की दूसरी ओर से उसकी मा की चूत मार रहा था. अब तीनो ताल से ताल मिलकर बबिता को चोदने लगे.
रश्मि और मेने उसे दोहरे मुँह वाले डिल्डो के दोनो सिरों को अपनी चूत मे लिया और एक दूसरे को चोदने लगे. हम सब चुदाई मे इतना खोए हुए थे कि हमने दरवाज़ा खुलने की ना तो आवाज़ सुनी और ना ही प्रशांत के कमरे के अंदर आने की.
"ये क्या हो रहा है यहाँ पर, क्या मेरे पीछे से तुम सब चुदाई करते रहते हो. लगता है कि तुम सब मेरे जाने के बाद सामूहिक चुदाई करते रहते हो," प्रशांत चिल्लाते हुए बोला.
"अपना मुँह बंद रखो, जल्दी से कपड़े उतारो और हमारे साथ शामिल हो जाओ," रश्मि प्रशांत से बोली.
प्रशांत पहले तो अचंभित सा खड़ा रहा फिर उसने अपने कपड़े उतारे चारों तरफ देखने लगा कि शुरुआत कहाँ से करे. उसका लंड खड़ा नही था इसलिए राज ने उसे अपने पास बुलाया, "प्रशांत तुम अपना लंड बीबिता के मुँह मे दे दो जिसे ये चूस कर खड़ा कर देगी."
प्रशांत ने अपना लंड बीबिता के आगे किया जिसे वो अपने मुँह मे ले चूसने लगी. रवि और सन्नी उसकी गंद और चूत की चुदाई किए जा रहे थे.
प्रशांत को विश्वास नही हो रहा था कि उसका बेटा अपनी ही मा की गंद मार रहा है. वो तो और भी चौंक पड़ा जब राज ने अपना लंड सन्नी की गंद मे घुसा उसकी गंद मारने लगा.
थोड़ी ही देर मे प्रशांत का लंड तन कर खड़ा हो गया. प्रशांत अपनी पसंदीदा जगह पर आ गया, यानी रश्मि की गंद के पीछे. हम दोनो ने अपनी अपनी चूत से डिल्डो निकाला और रश्मि घूटने को बल घोड़ी बन गयी. प्रशांत ने देर किए बिना अपना लंड रश्मि की गंद मे पेल दिया.
मैं अपनी बेहन बबिता के सामने इस तरह से खड़ी हो गयी की मेरी चूत ठीक उसके मुँह के सामने थी. बबिता ना अपने हाथों से मेरी चूत को फैलाया और मेरी चूत मे अपनी जीब घुसा चाटने लगी. कमरे मे मादक सिसकारियाँ गूँज रही थी. चुदाई चारों तरफ अपनी चरम सीमा पर थी.
सब मिलकर इतनी ज़ोर से चुदाई कर रहे थे कि करीब करीब सब साथ मे ही झड़ने लगे. सन्नी नेज़ोर से चिल्लाते हुए अपना वीर्य अपनी मा की गंद मे छोड़ दिया, वहीं रवि ने बबिता की चूत मे और मेने उसके मुँह मे पानी छोड़ दिया.
प्रशांत अभी झाड़ा नही था, वो उसकी गंद मे धक्के लगा रहा था और साथ ही डिल्डो से उसकी चूत भी चोद रहा था. थोड़ी देर मे दोनो झाड़ कर लुढ़क गये.
करीब आधे घंटे तक कोई कुछ नही बोला. प्रशांत ने फिर जानना चाहा कि उसके ऑफीस जाने के बाद हम सब क्या किया करते थे. मेने उसे बताया कि किस तरह उसका बेटा गन्दू बन गया था और हम सब ने मिलकर उसे औरतों मे दिलचस्पी लेना सिखाया. हम लोग दो घंटे तक बातें करते रहे, फिर सभी ने स्नान किया और खाने की तय्यारी करने लगे.
खाने के बाद प्रशांत ने बताया कि सुबह वो वहाँ से रवाना हो रहा है. आज की रात उसकी यहाँ पर आखरी रात है. प्रशांत आज आखरी रात को दिल खोल कर रश्मि की गंद मारना चाहता था, बबिता ने अपने पति की इस बात पर कोई ऐतराज़ नही किया. उसे भी रवि और राज के साथ चुदाई का आखरी मौका मिल गया. सन्नी मेरे साथ सोया.
शनिवार की सुबह नाश्ते करने के बाद हम सब ने गले लग कर प्रशांत बबिता और सन्नी को अलविदा किया. मेने बबिता से कहा कि उनका हर वक़्त यहाँ पर स्वागत है, वो जब चाहें यहाँ आ सकते है.
बबिता और प्रशांत के जाने के बाद हम सब आगे की तय्यारी करने लगे.
समाप्त
दा एंड
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