RE: Kamukta Kahani मैं और मेरी बहू
बाकी का पूरा दिन हम सब मज़े करते रहे. हँसना, चुटकुले सुनना, खाना खाना और सबसे अहम बात चुदाई करना. आख़िर रात के खाने के बाद फिर सोने का समय आ गया. हर बार की तरह प्रशांत ने रश्मि के साथ सोना पसंद किया. बबिता ने कोई ऐतराज़ नही किया क्यों कि आज की रात वो सोना चाहती थी.
शुक्रवार : प्रशांत का परिवार के साथ शामिल होना
दूसरे दिन प्रशांत के अलावा सब सुबह देर तक सोते रहे. प्रशांत जल्दी ही उठ गया था और नहा धो कर अपने ऑफीस काम पर चला गया. हर कोई किसी के उठने के इंतेज़ार मे बिस्तर मे पड़ा रहा. आख़िर जब सब कोई नीचे किचन मे पहुँचे तो दोपहर के खाने का समय हो चुका था. सभी ने सिर्फ़ चाइ कॉफी पी.
खाने के लिए हम सब घर के बाहर निकले जिससे थोड़ी सैर भी हो जाए. करीब के ही रेस्टोरेंट मे हमने खाना खाया और जब घर की ओर बढ़ रहे थे तो हल्की बारिश शुरू हो गयी थी. घर पहुँचते पहुँचते हम सब पूरी तरह भीग चुके थे.
हम सभी ने कपड़े बदले और हॉल मे आकर गेम खेलने लगे. गेम खेलते खेलते फिर सब वहीं आकर टिक गये. चुदाई पर.
"असली खेल तो अब शुरू होगा." कहकर रश्मि ने अपने कपड़े उतार दिए.
राज और रवि ने भी रश्मि को देख अपने कपड़े उतारे, "सन्नी तुम किसका इंतेज़ार कर रहे हो, देखते नही औरतें अपने कपड़े उतार चुकी है." रवि ने कहा.
सन्नी ने शरमाते हुए अपने कपड़े उतारे. उसका लंड पहले से ही तन कर खड़ा था. मेने बबिता की ओर देखा, तो वो भी मुस्कुरा कर अपने कपड़े उतारने लगी.
सभी कोई काफ़ी उत्तेजित हो चुके थे, और जोड़े बनने मे ज़्यादा वक़्त नही लगा. रश्मि ने सन्नी को ज़मीन पर लिटा दिया और उस पर चढ़ उसके लंड को अपनी चूत मे ले लिया.
राज मेरी बेहन बबिता पर चढ़ गया, और रवि ने मेरी चूत को अपने लंड से भर दिया. हालाँकि में रवि से कई बार चुदवा चुकी थी फिर भी हर बार मुझे ऐसा लगता था कि उसका मूसल लंड मेरी चूत को चीर देगा.
"हाआँ सुन्न्ञणनी चूओड़ो मुज्ज़झे, ऑश मेरि चूओत को फाड़ दो अपनी पहली चूऊत की चाआटनी बना दो आअज," रश्मि सन्नी को ज़ोर के धक्के मारने के लिए उकसा रही थी, "हाआँ यही धक्के मारो ऑश माआ ऑश."
रश्मि इतनी उत्तेजित थी की उसका चूत ने जल्दी ही पानी छोड़ दिया, और सबसे खास बात ये थी उसकी चूत सन्नी के लंड के लिए पहली चूत थी. रश्मि उछल उछल कर सन्नी के लंड पर धक्के मारती रही और फिर से झाड़ गयी.
बबिता भी झड़ने की कगार पर थी, राज कस कस कर धक्के मार उसकी चूत को चोद रहा था. जैसे ही उसकी चूत ने पानी छोड़ा उसका शरीर उत्तेजना मे काँप उठा.
वहीं रवि बड़े प्यार से और धीरे धक्के मार कर मुझे चोद रहा था. उसके मोटे और विशाल लंड के धक्के मुझे इतना सुख दे रहे थे कि मुझे नही पता मेरी चूत ने कितनी बार पानी छोड़ा.
"हाआँ छोड़ दो तुम्हारा पानी मेरी चूओत मे ऑश अपनी पहली चूत को भर दो अपने वीर्य से ऑश हाआअँ," रश्मि चिल्ला रही थी.
"हे भगवान आज मेने कर दिया, आज मेने एक चूत चोदि है, रश्मि मेने तुम्हारी चूत मे अपना पानी छोड़ा, ओह रश्मि तुम कितनी अच्छी हो?" सन्नी खुशी मे उछलते हुए बोल रहा था.
रश्मि ने सन्नी को अपनी बाहों मे इस तरह भर लिया कि वो उसका प्रेमी हो, और आज पहली बार शारारिक सुख का आनंद लिया हो. रश्मि ने उसके होठों को चूमा और उसे बधाई दी.
बबीता तो झाड़ चुकी थी पर राज अभी झाड़ा नही था, इसलिए उसने अपना लंड बबिता की चूत से निकाला और सन्नी और रश्मि के पास जाकर खड़ा हो गया.
"तुम मे से कोई मेरे लंड को चूसना चाहेगा?"
रश्मि ने आगे बढ़ कर अपना मुँह खोला और राज के लंड को पाने मुँह मे ले लिया. थोड़ी देर चूसने के बाद उसने राज के लंड को सन्नी के सामने कर दिया. सन्नी भी राज के लंड को अपने मुँह मे ले चूसने लगा. बारी बारी से राज के लंड को वो दोनो चूस्ते रहे. थोड़ी देर मे राज ने अपने वीर्य की पहली पिचकारी सन्नी की मुँह मे फिर दूसरी रश्मि के मुँह मे छोड़ दी.
"ऐसी चुदाई देख कर तो मेरा लंड फिर से खड़ा हो रहा है." रवि अपने लंड को सहलाते हुए बोला.
"हां खुजली तो मेरी चूत मे भी हो रही है." बबिता उसके लंड को पकड़ मसल्ते हुए बोली.
"सन्नी एक बात याद रखना चाहे जितनी चूत चोदने को मिले पर लंड का स्वाद चखना मत छोड़ना." राज ने सन्नी से कहा.
"नही मे नही छोड़ूँगा, फिर भी तुम सबका धन्यवाद कि तुमने मुझे चुदाई का सही अर्थ समझा दिया." सन्नी ने जवाब दिया.
रश्मि उप्पर गयी और अपने साथ वो लंबा वाला डिल्डो ले कर आ गयी. मुझे पता नही था कि रश्मि के दिमाग़ मे क्या चल रहा है, हम सब उसके बोलने का इंतेज़ार कर रहे थे.
"बबिता मुझे लगता है कि अब तुम्हारी तीहरी चुदाई होनी चाहिए, तीनो लड़के तुम्हे मिलकर चोदेन्गे. मेने और प्रीति तो ये मज़ा कई बार ले चुके है, हम चाहते है कि तुम भी ये मज़ा लो." रश्मि ने कहा.
"हां ज़रूर" मेने तुरंत कहा, "जब तक बबीता मेरे पास रह रही है, में चाहती हूँ कि वो हर तरह की चुदाई का आनंद ले."
मेरा इतना कहना था कि रवि बिस्तर पर चित लेट गया और उसका खड़ा लंड हवा मे उठा हुआ था. बबिता उत्तेजना मे उसपर चढ़ गयी और उसके खड़े लंड को अपनी चूत पर लगा नीचे बैठने लगी. जब रवि का पूरा लंड उसकी चूत मे घुस चूका तो वो अपनी चूत को थोड़ा हिला उसके लंड को महसूस करने लगी.
राज बबिता के मुँह के सामने आ गया और अपने लंड को उसके होठों से भिड़ा दिया. बबिता ने अपना मुँह खोला और उसके लंड को चूसने लगी. रश्मि ने बबिता की गंद पर थोड़ी क्रीम लगा कर उसे चिकना कर दिया. सन्नी का लंड अभी तक खड़ा था नही था इसलिए राज उसके लंड को चूस कर खड़ा करने लगा.
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