RE: Kamukta Kahani मैं और मेरी बहू
रवि ने कंचन को अपनी गोद मे उठाया और बिस्तर पे लेजाकार लिटा दिया. हम सब ने बिस्तर के चारों और एक घेरा सा बना लिया और कंचन और रवि की चुदाई देखने लगे. हम देखना चाहते थे कि रवि का मूसल जैसा लंड कंचन की नाज़ुक और मुलायम और छोटी चूत मे कैसे घुसता है
रवि कंचन की टाँगो के बीच आ गया और अपने लंड को उसकी चूत पर रगड़ने लगा. वो अपने लंड से छूटे पानी से उसकी चूत को चारों और से गीला कर रहा था. कंचन की चूत हल्की रोशनी मे पानी से गीली हुई एक दम जगमगा रही थी.
रवि के लंड की रागड़ाई से कंचन भी गरमा गयी, उसने अपनी उंगलियों से अपनी चूत का मुँह फैलाया, "रवि अब डाल दो मेरी चूत मे पर ज़रा धीरे धीरे डालना प्लीज़."
रवि ने अपने लंड का सूपदे उसकी चूत पर लगाया और अंदर घुसा दिया. फिर थोड़ा सा बाहर खींच हल्का धक्का लगाया तो उसका आधा इंच लंड अंदर घुस गया. यही क्रिया दोहराते हुए उनसे अपना लंड आख़िर पूरा उसकी चूत मे घुसा दिया.
रवि ने अपने शरीर का वजन कंचन के शरीर पर नही डाला था. वो चाहता था कि कंचन उसके लंड की आदि हो जाए तो ज़ोर के धक्के लगाए. रवि के लंड ने कंचन की चूत को अंदर से इतना चौड़ा कर दिया था कि एक बार तो कंचन का शरीर कांप उठा. रवि अब धीरे धीरे उसकी चूत मे लंड अंदर बाहर कर रहा था. हम सब बड़ी गौर से इन दोनो की चुदाई देख रहे थे.
थोड़ी ही देर मे कंचन को भी मज़ा आने लगा, वो जोरों से सिसकने लगी, "ओह हााआअँ रवीिइ तुम्हारा लुंद्ड़द्ड मे सहियीई कांमाअल का है. देखूूओ कैसे मेरी चूऊओट की धज्जियाँ उड़ा रहा है. हाआँ चूऊड़ो मुझे और जूऊरों से हाां चूवड़ते जाओ मेरे रजाअ."
रवि ने अब अपने धक्को की रफ़्तार बढ़ा दी. वो ज़ोर ज़ोर की ठप लगा कंचन को चोद रहा था. कंचन भी अपने कूल्हे उछाल उसका साथ दे रही थी. दोनो की चुदाई इतनी भयंकर थी कि पता नही कंचन कितनी बार झड़ी होगी. थोड़ी ही देर मे रवि ने अपना वीर्य उसकी चूत मे छोड़ दिया.
थोड़ी ही देर मे रवि थक कर कंचन के शरीर पर गिर पड़ा और और करवट बदलते हुए कंचन को अपने उपर कर लिया. उसका लंड अब भी उसकी चूत मे घुसा हुआ था. जब उसका लंड मुरझाया तो अपने आप ही उसकी चूत से बाहर निकल गया. कंचन जब उसके शरीर से उठने की कोशिश की तो रवि का वीर्य उसकी चूत से टॅप टॅप गिरने लगा ऐसा लगा की कंचन ही झाड़ रही है.
"हे भगवान इसका लंड है या मूसल, मेरी चूत का तो बजा बजा दिया इसने." कंचन उसके बगल मे गिरते हुए बोली.
हम सब रवि और कंचन की चुदाई देख इतना गरमा गये की सब अपने साथ के साथ चुदाई मे व्यस्त हो गये. बॉब्बी मुझे कुतिया बना पीछे से चोदना चाहता जिसका मेने कोई विरोध नही किया और उसने पीछे अपना लंड मेरी चूत मे डाल दिया.
राज प्रिया, राजेश और रश्मि ज़मीन पर जम गये. राज अपना लंड प्रिया की चुचियों मे फँसा उसकी चुचियों को चोदना चाहता था.
"अगर तुम मेरी चुचियों मे अपना लंड फँसा चोदोगे तो मेरी चूत की प्यास कौन बुझाएगा?" प्रिया ने राज से पूछा.
"उसकी तुम चिंता मत करो, में तुम्हारी चूत का ख़याल रखूँगी." रश्मि ने कहा.
"किसी हाल मे भी नही." प्रिया ने कहा.
"क्यों नही, आज तक किसी ने मुझसे शिकायत नही की है. तुम कंचन से पूछ सकती हो कि जब मेने उसकी चूत चूसी थी तो उसे मज़ा आया था कि नही" रश्मि ने कहा.
प्रिया ने कंचन की तरफ देखा तो पाया कि वो हां मे अपनी गर्दन हिला रही थी.
"वो क्या है ना रश्मि, मेने आज तक किसी औरत के साथ सेक्स नही किया है इसलिए मना कर रही थी." प्रिया ने कहा.
"तुम ज़्यादा मत सोचो अपनी चुचियाँ मेरे पति के हवाले कर दो और चूत मेरे. फिर देखो तुम्हे दोहरा माज़ा आता है की नही." रश्मि उसकी चुचियों पर हाथ फेरते हुए बोली.
प्रिया पीठ के बल बिस्तर पर लेट गयी और राज प्रिया के पेट पर बैठ गया. फिर उसने अपना लंड उसकी चुचियों के बीच डाल दिया और उसकी चुचियों को अपने लंड के गिर्द दबा दिया.
रश्मि प्रिया की टाँगो के बीच घुटनो के बाल बैठ गयी और उसकी चूत से खेलने लगी.
राजेश रश्मि के पीछे आ गया और उसके कुल्हों पर हाथ फिराने लगा, "अपने किस छेद मे लंड लेना पसंद करोगी रश्मि?" राजेश ने पूछा.
"पहले अपना लंड मेरी चूत मे डालकर चोदो. जब तुम्हारा लंड पूरी तरह गीला हो जाए तो उसे मेरी गंद मे डाल देना." रश्मि ने उसे बताया.
राज अब कंचन की चुचियों को चोद रहा था और रश्मि उसकी चूत को चूस रही थी. राजेश रश्मि के कूल्हे मसल्ते हुए उसकी चूत मे अपना लंड अंदर बाहर कर रहा था.
रश्मि की चूत शायद पहले से ही काफ़ी गीली हो चुकी थी इसलिए राजेश ने कब अपना लंड उसकी चूत से निकाल उसकी गंद मे डाल दिया था किसी को पता ही नही चला.
"रश्मि डार्लिंग, तुम्हारी गांद बड़ी शानदार है, अगर तुम अपनी गंद मेरे लंड को इसी तरह भींचती रही तो में अपने आपको ज़्यादा देर तक नही रोक सकूँगा." राजेश ज़ोर के धक्के लगाते हुए बोला.
पर राजेश को समझ मे आ गया कि हालत उसके वश मे नही बल्कि पूरी तरह से रश्मि के वश मे थे. वो अपने गंद की मांसपेशियों से उसके लंड को जकड़े हुए थी और वही प्रिया का शरीर रश्मि की जीभ के इशारों पर मचल रहा था.
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