RE: Kamukta Kahani मैं और मेरी बहू
हम सब ने ड्रिंक्स बनाई और सुसताने लगे, साथ ही हम कुछ नाश्ता भी कर रहे थे. करीब घंटा भर सुसताने के बाद अनिता मुझे से बोली, "क्यों ना हमे तुम्हारे परिवार की सामूहिक चुदाई देखने को मिल जाए."
"हां सही आइडिया है." रीता चूहांक उठी, "प्रीति तुम पीठ के बल लेट जाओ, और रश्मि तुम प्रीति के मुँह पर बैठ कर अपनी चूत इसे चूसने की लिए दो. राज तुम अपनी मा की चूत मे अपना लंड डालोगे और रवि तुम्हारा मन करे उस छेद का तुम इस्तेमाल कर सकते हो."
जैसा रीता ने कहा मैं अपनी पीठ के बल लेट गयी, फिर रश्मि मेरे मुँह पर बैठ गयी जिससे मैं अपनी बहू की चूत चूस सकूँ. मेरा बेटे राज ने अपना लंड मेरी चूत मे घुसा दिया. जब से हमारा रिश्ता कायम हुआ था आज पहली बार मेरा बेटा मेरी चूत चोद रहा था. रवि ने अपना लंड रश्मि के मुँह के सामने कर दिया, जिसने बड़े आराम से मुँह मे भर लिया.
"ओह अनिता कितना सुखद नज़ारा है एक परिवार की आपस मे चुदाई का." रीता खुश होते हुए बोली.
हम चारों इतनी जोरों से चुदाई कर रहे थे कि किसी को याद नही की किसका कितनी बार पानी छूटा. हम इतना थक चुके थे कि एक दूसरे के बगल मे निढाल से गिर पड़े.
हम चारों ने दोनो लड़कियाँ से विदा ली और अपने कमरे मे जाने लगे. तभी मेने देखा कि रीता रवि के कान मे कुछ कह रही है. रवि ने अपनी गर्दन हां मे हिलाई और उसकी कुल्हों को ठप थपाने लगा. हम अपने कमरे मे आकर बिस्तर की ओर बढ़ गये. मैं रवि को अपनी बाहों मे ले सो गयी और नई शादी हुई राज और रश्मि अपने बिस्तर पर सो गये.
टू बी कंटिन्यूड……………….
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