RE: Kamukta Kahani मैं और मेरी बहू
गतान्क से आगे......
जब हम लोग थोड़ा आराम करने के बाद उठे तो सबने थोड़ा चाइ नाश्ता किया. नाश्ता करने के बाद रवि ने कहा, "चलो थोड़ा घूम आते हैं जिससे हम इस महॉल से वाकिफ़ हो जाएँगे."
जिस होटेल में हम रुके थे वहाँ हर प्रकार सुख सुविधा थी. टेन्निस कोर्ट बना हुआ था, जिम था, सन बाथ, और ढेर सारी दुकाने शॉपिंग के लिए. जो कुछ भी किसी को चाहिए वहाँ उपलब्ध था. एक बार था जो 24 घंटे खुला रहता था.
घूमते घूमते हम होटेल के स्विम्मिंग पूल के पास आ गये. वहाँ काफ़ी भीड़ थी और कई लोग पूल मे तेर रहे थे. राज और रश्मि भी अपने कपड़े उतार पानी मे उत्तर गये. रवि ने मेरी तरफ देखा तो मेने भी अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिए. में भी अपनी ब्रा और पॅंटी पहने पानी मे कूद पड़ी.
रवि बार की तरफ चला गया. जब वो हम सभी के लिए ड्रिंक्स लेकर लौटा तो मेने देखा कि औरतों की नज़र उसकी लंड वाले हिस्से पर टिकी हुई थी. उसका लंड खड़ा था और उसकी शॉर्ट्स पर से उसकी मोटाई झलक रही थी.
थोड़ी देर स्नान करने के बाद हम सब अपने पेंटहाउस मे आ गये. कपड़े बदलने के बाद हम सब रात के कहने के लिए तय्यार थे.
होटेल के रेस्टोरेंट मे हम सभी ने खाना खाया. खाना काफ़ी स्वादिष्ट था. खाना खाने के बाद हम लाउंजस मे बैठे कॉफी पी रहे थे. आख़िर हम सब कमरे मे लौट आए और सोने की तय्यारी करने लगे.
मैं और रवि एक बिस्तर पर थे और राज और रश्मि एक बिस्तर पर. उस रात रवि ने मुझे कई बार कस कर चोदा और मेरी चूत को अपने वीर्य से भर दिया. राज ने भी रश्मि की जम कर चुदाई की. जब वो तक कर सो गया तो रश्मि हमारे साथ हमारे बिस्तर पर आ गयी और मेरे उपर लेट अपनी चूत मेरे मुँह मे दे दी. हम 69 अवस्था मे एक दूसरे की चूत चूस रहे थे. तभी रवि ने अपना लंड मेरी गांद मे डाल कर धक्के लगाने लगा. तभी राज भी उठ गया और उसने अपना लंड रश्मि की गंद मे डाल दिया. आख़िर हम सब तक कर सो गये.
हनिमून का पहला दिन
मुझे पहली बार पता चला कि जब किसी मर्द लंड पेशाब से भरा हो तो वो चुदाई कैसे करता है. रवि का लंड खूटे की तरह तना था और वो मेरी चूत मे घुसकर कस के धक्के मार रहा था. मैं उसके धक्कों को सहन नही कर पा रही थी, मेने उसे रुकने को कहा. रवि ने अपना लंड बाहर निकाला और बाथरूम मे पिशाब करने चला गया.
जब वो बाथरूम से बाहर आया तो उसने अपना लंड मेरे मुँह के सामने कर दिया, "प्रीति इसे चूसो ना देखो कितना भूका है ये."
मेने उसका लंड अपने मुँह मे ले लिया और ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी रवि ने अपना हाथ मेरे सिर पर रख दिया और अपने लंड को अंदर तक घुसा दिया. अब वो मेरे मुँह मे धक्के लगा रहा था, "ओह हाआाआअँ चूऊसो ईसीई ओह आआआ ओह प्रीति कितना अच्छा लंड चूसती हो तुम ओह मेरा छूटाआआ." कहकर उसने अपने वीर्य की पिचकारी मेरे मुँह मे छोड़ दी. मैं उसका सारा वीर्य पी गयी.
फिर हम सब स्नान करने के बाद नीचे रेस्टोरेंट मे नाश्ता करने चले गये. नाश्ते के बाद हमने साइटसीयिंग का प्रोग्राम बनाया हुआ था. पूरे दिन मनाली की सैर करने के बाद हम जब शाम को होटेल पहुँचे. घूमते घूमते हमारी दोस्ती कई लोगो से हो गयी थी.
हमारी दोस्ती दो ऐसी लड़कियों से हुई जो घूमने आई हुई थी. उनकी हरकतों को देख कर में समझ गयी वो लेज़्बीयन है. उनका नाम रीता और अनीता था. हमारी जान पहचान एक जोड़े विनोद और शीला से हुई जो हनिमून मनाने आए थे.
जब इन चारों को मालूम हुआ कि हम चारों एक ही कमरे में रहकर साथ साथ चुदाई करते है तो उन्हे विश्वास नही हुआ. हम सब लोगों ने मिलकर रात का खाना साथ साथ खाया. जब रात हुई तो रवि ने पूछा, "रात का क्या प्रोग्राम है."
पता नही मेरी बहू रश्मि के मन में क्या था, "राज आज में और प्रीति रीता और नीता के साथ उनके कमरे में सोएंगे."
राज कोई जवाब देता उससे पहले रवि ने कहा, "हमे कोई आपत्ति नही है, हम भी शायद आज की रात विनोद और शीला के साथ गुजरेंगे."
शायद रवि की विनोद और शीला से कुछ बात हो चुकी थी. उन्होने मेरी और रश्मि की तरफ देखा और मुस्कुराते हुए अपना हाथ हिला दिया.
जब सब लोग तक गये थे तो एक बार की लिए सब अपने अपने कमरे में चले गये कपड़े बदलने के लिए.
जब में अपने कमरे में रश्मि के साथ पहुँची तो उसने अपने कपड़े उतार दिए. फिर रश्मि ने एक छोटी सी शॉर्ट और टीशर्ट पहन ली बिना ब्रा और अंडरवेर के, "क्या इतना ही पहनोगी रात को उन लड़कियों की पार्टी मे जाने के लिए." मेने हंसते हुए पूछा.
"एक बार उनके कमरे में पहुँचेंगे तो शायद ये भी बदन पर नही रहेंगे, हम वहाँ चुदाई के लिए जा रहे है ना कि रात का खाना खाने के लिए." रश्मि अपनी चुचियों को मसल्ते हुए बोली.
मेने रश्मि की तरह शॉर्ट्स और टीशर्ट पहन ली. मुझे अस्चर्य हो रहा था कि मैं रश्मि के साथ जाने को कैसे तय्यार हो गयी. आज तक मेने रश्मि के सिवा किसी और औरत के साथ सेक्स का मज़ा नही लिया था. पर आने वाली रात के बारे में सोच कर ही मेरे शरीर मे सुरसुरी दौड़ रही थी.
"तुम दोनो ने क्या प्रोग्राम बनाया है." रश्मि ने राज और रवि से पूछा.
"हम दोनो विनोद और शीला के रूम मे जा रहे है. शीला ने कभी तीन मर्दों से एक साथ नही चुडवाया है और वो इसका मज़ा लेना चाहती है." राज ने हंसते हुए कहा.
"म्म्म्ममम अछा है मज़े करो." रश्मि ने कहा.
हम चारों अपने रूम से निकले और अपने अपने स्थान की ओर बढ़ गये.
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