RE: Kamukta Kahani मैं और मेरी बहू
"आज में तुम्हारी गांद की धज्जियाँ उड़ा दूँगा," रवि और तेज़ी से गांद मारते हुए बोला.
"हाआआं फ़ाआआद दो मेर्रर्र्ररी घाआआआआआआण्ड को." राज उसका साथ देते हुए बोला.
रवि का लंड तेज़ी से अंदर बाहर हो रहा था. उसके चेहरे के खींचाव को देख कर लग रहा था कि वो दुबारा छूटने वाला है. रवि और ज़ोर ज़ोर से लंड पेल रहा था. दोनो की साँसे फूली हुई थी.
"ये मेराआआ छूटा" कहकर रवि ने वीर्य राज की गांद में उंड़ेल दिया.
"ःआआआआआआआआण मुझे महसूस हो ऱाःआआआआआआआ है, छोद्दद्ड दो सारा पानी मेरी गाआआंद में छोड़ दो." राज हानफते हुए बोल रहा था.
इनकी चुदाई देख में दंग रह गयी थी. मैं सोच रही थी क्या रश्मि को ये सब मालूम है? रश्मि भी तो रवि से चुदवाती है, तो ज़रूर मालूम होगा. में चुपचाप अपने कमरे में आ गयी. मेरी चूत भी इनकी चुदाई देख गीली हो गयी थी. मेरा खुद का मन चुदवाने को कर रहा था.
शाम को में शॉपिंग के लिए घर से निकली, मेरे ख़यालों में अभी भी राज और रवि का नज़ारा घूम रहा था. मेने सोच लिया था कि में उनपर ज़्यादा नज़र रखूँगी, शायद रश्मि की चुदाई देखने का मौका मिल जाए.
दो दिन बाद में काम पर से घर लौटी तो मुझे राज के कमरे से आवाज़ें सुनाई दे रही थी. मेने धीरे से खिड़की से झाँका तो देखा बिस्तर पर रवि, राज और रश्मि के बीच में बैठा हुआ था. तीनो नंगे थे और उनके कपड़े कमरे में चारों तरफ बिखरे पड़े थे. रश्मि घुटनो के बल होकर रवि का लंड चूस रही थी.
"अब मेरी बारी है." कहकर राज ने रश्मि से रवि का लंड लिया और चूसने लगा.
रश्मि बिस्तर के नीचे उतर राज के लंड को अपने मूह में ले चूसने लगी.
में असचर्या चकित थी कि मेरा बेटा और उसकी होने वाली बीवी दोनो ही लॉडा चूस रहे थे.
राज और रश्मि दोनो लंड को तब तक चूस्ते रहे जब तक रवि और राज के लंड ने पानी नही छोड़ दिया. रवि ने अपने वीर्य से राज का मूह भर दिया और राज ने अपने वीर्य की पिचकारी रश्मि के मूह मे छोड़ दी.
रवि ने फिर रश्मि को बिस्तर के किनारे पर बिठा उसकी टाँगे फैला दी. उसने दोनो टाँगे को और फैला अपनी जीव रश्मि की चूत पर रख उसे चाटने लगा. रवि अब ज़ोर ज़ोर से उसकी चूत को चूस रहा था, वो अपनी जीव उसकी चूत के अंदर डाल चोद रहा था. थोड़ी देर में ही रश्मि के मूह से मादक सिसकारियाँ फुट रही थी.
"हाआआं चााआआतो और्र्र्ररर ज़ोर से चूवसो हाआआऐं यहीयईिन." रश्मि का शरीर अकड़ने लगा, वो अपनी गर्दन उन्माद में इधर उधर कर रही थी.
लगता था कि रवि इस खेल का पुराना खिलाड़ी था उसे अच्छी तरह मालूम था उसे क्या करना है, वो ज़ोर से अपनी जीव रस्मी की चूत में घुसा अपने होठों से पूरी चूत को मूह में ले लेता. वो ज़ोर ज़ोर से तब तक रश्मि की चूत चाट रहा था जब तक रश्मि की चूत ने पानीनही छोड़ दिया और वो थक कर उसे रुकने को कहने लगी,
"प्लीज़ रुक जाओ बसस्स्स्सस्स और नही में और सहन नही कर सकती."
में अगले चार घंटे तक इस चुदाई का नज़ारा देखती रही. चारों आसान बदल बदल कर चुदाई कर रहे थे, जैसे पूरी कामसुत्रा का अनुभव करना चाहते हो. में खुद गिनती भूल गयी कि कौन कितनी बार झाड़ा.
थोड़ी देर सुसताने के बाद रवि का लंड फिर तन कर खड़ा हो गया था, रश्मि भी उसका लंड अपनी चूत में लेना चाहती थी. रवि बिस्तर पर लेट गया और रश्मि उसपर चढ़ उसके लंड को चूत के छेद पर लगा खुद उसके लंड पर बैठ गयी.
रवि का पूरा लंड रश्मि की चूत में घुस चुक्का था. उसने रवि के लंड को खुद की चूत में जगह बनाने का समय दिया और फिर खुद धक्के लगाने लगी. उसके कुल्हों को पकड़ रवि भी नीचे से धक्के लगा रहा था. रश्मि के मूह से सिसकारियाँ फुट रही थी,
"ःआआआआआआआआआआण ओह य्ाआआआआआ आईसस्स्स्स्सीईई ही."
इतने में राज रश्मि के पीछे आ गया और उसे थोड़ा नीचे झुका उसकी गांद को सहलाने लगा. उसने अपनी दो उंगली उसकी गांद में घुसा दी, "ऊऊऊऊऊऊऊऊ माआआआ," रश्मि दर्द से कराही.
राज ने थोड़ी वॅसलीन ले अपने लंड और उसकी गांद पे लगा दिया, और फिर अपना 6' लंड उसकी गांद मे पेल दिया. अब रवि रश्मि को नीचे से चोद रहा था और राज पीछे से. मेने आज तक दो लंड एक साथ नही लिए थे, ये सीन देख के मेरी चूत में पानी आ गया.
टू बी कंटिन्यूड…………
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