RE: XXX Stories बीवी ने मेरा काम बनवा ही दिया
नहा धो कर सब नाश्ता कर चुके थे.सुषमा मेरे साथ ही बैठी थी.अचानक रूम की खिड़की के पर्दे को हटा कर मेरी बीवी ने मुझे उधर देखने का इशारा किया.मेने झाँक कर देखा तो आँखे वहीं जम गयी.मेरी बेहन उधर पड़े बेड के नीचे कोई चीज़ उठाने के लिए घुटनो के बल झुकी हुई थी .उसकी तोड़ी बेड के नीचे लगभग फ़राश पर टिकी थी जबकि उसके चौड़े भारी नितंभ उपर उठे हुवे थे.उसका स्कर्ट कमर तक उलट गया था जिस से उसके माखन जैसे चूतदों पर से मेरी नज़र नहीं हट रही थी.काली चड्धि उसकी जवानी को संभाल नही पा रही थी जिस से उसकी गदराई गोरी योनि चड्धि के दोनो तरफ से चाँद की तरह झाँक रही थी.अपनी बेहन के जिस्म को देखते ही मेरा लंड फिर से तन गया और मेरी बीवी के पेट पर चुभने लगा.” अभी से लंड खड़ा होने लगा अपनी बेहन की जवानी को देख कर के सुधीर राजा ?” मेरी बीवी ने मेरे खड़े लंड का कारण ठीक तरह से अंदाज़ा लगाते हुए मुझे ताना मारा और फिर मुस्कुरा कर बोली के जा चाट ले रस भरी जवानी को नही तो कोई और खा जाएगा इस गुलकंद को.मैं नही चाहती के हमारे घर का ये नायाब ख़ज़ाना कोई पराया लूटे.”कह कर मेरे लंड को अपने होंठों से चूमने लगी.
मेरी पत्नी असल में ही एक चल्लू औरत है जो मेरे मन के अंदर का हाल जान लेती है.थोड़ी देर मे नहा धोकर ताजे फूल की तरह महकती हुई काजल भी हमारे कमरे मे जैसे ही दाखिल हुई मेरी बीवी के मूह से लॉरा प्लॉप की आवाज़ के साथ बाहर निकल गया.काजल की नज़रें कुच्छ सेकेंड्स के लिए खड़े लॉर पे टिक सी गयी फिर सॉरी बोल कर वापिस जाने लगी टॉ मेने बीवी को डांटा कि डोर तो लॉक कर लिया होता.मेरी बीवी ने लंड को धकते हुए काजल को सॉरी बोला और कहने लगी अजाओ वो मेने धक दिया है.काजल शरमाती हुई अंदर आगाई और कहने लगी कि भाभी आज तो सारा दिन बोर हो जाएँगे क्या करें? सुषमा बोली कि अलमारी से ताश निकाल ले.काजल ताश लेकर हमारे साथ बेड पे बैठ गयी.
उसने हल्का सा मेक अप किया हुआ था.उसके काले बॉब्कट बालों और चाँद से मुखड़े से भीनी-2 खुश्बू मेरे नथुनो मे समा गयी.मेरी बीवी ने कहा कि बेट लगा कर तीन पत्ती खेलते हैं ताकि खेल मे रूचि बनी रहे.काजल बोली कि बेट मे मेरे पास देने के लिए तो पैसे नही हैं.सुषमा बोली कि ननद रानी जो तुम दे सकती हो वही चीज़ माँगी जाएगी.जो हारेगा उसको बाकी दोनो का हुकुम मान ना पड़ेगा.सुषमा ने कार्ड्स बाँटे.पहली गेम काजल जीत गयी.काजल ने फॉरन सुषमा को हुकुम दिया “भाभी डॅन्स करके दिखाओ”.मेरी बीवी ने दो-चार ठुमके लगाए और बैठ गयी.दूसरी बाज़ी सुषमा जीत गयी तो फॉरन उसने मुझे ऑर्डर दिया के काजल की स्कर्ट और टॉप उतारो.मैं हिचकिचाया और काजल भी शरम से सिमटी तो सुषमा ने कहा”ऑर्डर ईज़ ऑर्डर कोई रियायत नही”.
काजल मेरी तरफ सरकते हुए बोली कि कोई बात नही भैया, उतार दो,मेरा भी नो. आएगा.अब काजल ब्रा और चड्धि मे थी.अगली गेम मेी जीत गया.मेने काजल को हुकुम दिया कि सुषमा के बदन से चड्धि के अलावा सारे कपड़े उतार दो. अगले गेम मे सुषमा जीती तो उसने बदले की भावना से मुझे काजल का चुम्मा लेने को कहा.मेने काजल की ओर देखा तो उसका चेहरा शरम से लाल हो गया और नज़रें झुक गयी.मेरी बीवी ने काजल को भी हुकुम दिया कि चुम्मा दो काजल ने अपना सर मेरे कंधे पे टीका दिया.मेने काजल के सुंदर मुखड़े को उपर उठा कर गाल का चुम्मा लिया और जोश मे दाँत गढ़ा दिए.काजल गाल छुड़ाने की कोशिश करती हुई बोली “दाँत नही भैया, अब छोड़ो मुझे” तो सुषमा बोल उठी “आज कुच्छ मीठा हो जाए, होठों का चुंबन लो”.
काजल लाल हुए गीले गाल को पोंच्छने लगी जिस पे दाँतों के निशान सॉफ दिख रहे थे.बीवी का हुकुम मानते हुए मेने काजल का सलोना मुखड़ा दोनो हाथों मे लेकर रसीले होंठो को चूसने लगा तो मादक सिसकी के साथ काजल के नथुने फूल गये, साँसे उखाड़ गयी.मेरा भी लॉडा खड़ा हो गया.सुषमा की मोजूदगी का अहसास होते ही काजल ने मुझे परे धकेलते हुए कहा “अब छोड़ भी दो भैया”. हमारे अलग होते ही सुषमा ने कहा ” ननद रानी कार्ड बाँटो, तुम्हारी बारी है “.काजल ने कार्ड बाँटे , इस बार मैं जीत गया.मेने काजल को थोड़ी देर बाहर जाने को कहा.उसके बाहर जाते ही मेने तने हुए लॉड पे से लूँगी हटा दी और सुषमा को लॉडा चूसने का ऑर्डर दे दिया. मेरी बीवी एक मंजी हुई एक्सपर्ट की तरह लंड को चाटने और चूसने लगी.इतने मे मुझे एक परच्छाई का अहसास हुआ.मेने कनखियों से देखा , ओह गॉड ! काजल खिड़की से लंड चुसाइ को इतना मगन हो कर देख रही थी कि उसको ये भी पता नही चला कि मेने उसे देख लिया है .
सुषमा लंड को मूह से बाहर निकाल कर बोली “काजल को बाहर क्यों भेज दिया, वो भी लंड चूसना सीख लेती , शादी के बाद काम आता”.मेने उसका कान खींच कर कहा “तुम नही सुधरगी”.मेने लंड को धक कर काजल को आवाज़ दी.काजल आगाई .मेने कार्ड्स बाँटे, सुषमा जीत गयी तो उसने काजल को ऑर्डर दिया “चलो अपने भैया से लिपट कर किस करो”.काजल शरमाई और बोली कि मेरी उधार लिख लो.खेलते-2 काजल की तरफ मेरे 21 चुंबन उधार हो गये.सुषमा बोली “ननद रानी अगले सनडे तक रोज 3 बार स्मूच करोगी तो तेरे भैया का कर्ज़ चुकता होगा”.रात को डिन्नर के बाद सुषमा और काजल किचन मे बर्तन सेट कर रही थी.उनका हँसी मज़ाक सुन कर मेने खिड़की से कान लगा दी.सुषमा कह रही थी ” हाँ तो ननद रानी भैया का किस कैसा लगा , मज़ा आया कि नही ? काजल बोली ” आप बताओ ना, मेरे भैया के लंड का स्वाद कैसा लगा ? मैं खिड़की से सब देख रही थी”.
सुषमा ने कहा कि मुझे तो लंड चूसने मे बड़ा मज़ा आता है, कहो तो तुम्हे भी स्वाद चखवा दू ? काजल शर्मा कर बोली “भाभी आहिस्ता बोलो, भैया सुनेगे तो क्या सोचेंगे.”सुषमा ने काजल से कहा कि अगर तुम्हारा जी करता हो तो मैं तुम्हे लंड का स्वाद चखा सकती हूँ.”मगर किसके लंड का?” “तुम्हारे भैया के लंड का, और किसका.मैं किसी बाहर के लड़के से ख़ानदान की इज़्ज़त को धब्बा नही लगाने दूँगी.मेरे पास एक ऐसा आइडिया है के तुम्हारे भैया को भी इस बात का पता नही चलेगा कि तुमने उनका लंड चूसा है, बस तुम ये बतलाओ कि लंड चूसने को दिल करता है या नही”.
क्रमशः...................
|