RE: Nangi Sex Kahani रिश्ते अनजाने
बड़ी मुश्किल से उसने मुझे अपने आप से अलग किया और कहा "तो अब क्या कर रही हूँ" और पलटकर उसने अपना मुँह तकिये के नीचे छुपा लिया , उसके ऐसा करने से उसके कूल्हे उभर आए , मैने उसके कूल्हे पर प्यार से हाथ फेरते कहा
"शिखा जानेमन तुम्हारे कूल्हे कितने उठावदार हैं" मैने उसकी तारीफ करते कहा 'ऐसा लगता है जैसे नदी के किनारे सफेद रेत के टीले बने हों" मैने उसके कुल्हों पर हाथ फेरते कहा
"और करो , गुदगुदी होती है" उसने अपना सिर तकिये के नीचे दबाए कहा
"क्या मुलायम गांद है तुम्हारी शिखा" मैने कहा और वह हंस दी , मैने कुछ सोचा और उसको पूछा
"वैसे शिखा?"
"हां?" उसने कहा
"तुम जब अपने बालों की चोटी बनाती हो तो वो तुम्हारे कुल्हों के नीचे तक पंहूचती होगी ना?" मैने उसकी गांद की दरार में उंगली डालते हुए पूछा
"हां , मेरे बाल बहुत लंबे हैं , हर हफ्ते शिककाई से इन्हे धोती हूँ और महँगा वाला आमला तेल लगती हूँ" उसने गर्व से कहा
"वाकई , तुम्हारे बाल बहुत अच्छे हैं" कहते हुए मैने उसके बाल हाथों में ले कर सूँघे
"अमन?" उसने पूछा
"हाँ?"
"तुम भी अपनी झाट् में तेल लगाओ न"
"क्यों?" मैने हैरत से पूछा
"मुझे तुम्हारी झाट के मोटे बाल बहुत पसंद हैं " उसने कहा और मेरी झाट के बाल पकड़ कर जोरों से खींचे
मेरी दर्द से कराह निकल पड़ी
"अमन" उसने पूछा
'हां" मैने कहा
"तुम्हे मेरे लंबे बाल इतने अच्छे लगते हैं" उसने अपने बालों को हाथों में ले कर कहा
"हां बहुत" मैने उसको दोबारा चूम लिया
"मेरी सासू माँ को भी मेरे बाल बहुत पसंद थे?" उसने दूर कहीं देखते कहा
"अब तुम्हारी सास कहाँ टपक पड़ी बीच में?" मैने झुनझूला कर कहा
"मेरी सास ने ही मुझे राजन के लिए पसंद किया था" उसने जवाब देते कहा "और उन्होने ही मुझे बालों की ग्रोथ के लिए आमला तेल लगाने को कहा था "
"अगर तुम्हारी सास तुम्हे मुझ से चुद्ते हुए देख ले तो?" मैने उसको छेड़ते हुए पूछा
"तो वो हार्ट अटॅक से ही उपर पंहुच जाएगी" कहते कहते हुए हंस पड़ी
"वाउ , मेरा तो मान करता है की तुम्हारी कुल्हों पर लटकती चोटी की गाँठ में अपना लंड डाल दूं , और तुम्हे तुम्हारी सासू माँ के सामने पटक पटक कर तुम्हारे साथ सेक्स करूँ" मैने उसको अपनी बाहों में जाकड़ लिया और अपना लॉडा उसकी गॅंड की दरार में फँसा लिया
वह ज़ोर ज़ोर से हँसने लगी "ओह अमन तुम तो मुझे हंसा हंसा कर ही मार डालोगे"
यह सुन कर मैने उसकी गेंड में उंगली घुमाना शुरू कर दी
"छी छी कितने गंदे हो तुम" उसने मेरा हाथ पकड़ते कहा
"तुम से थोडा कम" मैने उसको चिढ़ाते हुए कहा
"मैं तुमसे ज़यादा गंदी हूँ वो कैसे?" उसने आँखें चौड़ी करते कहा
"गैर मर्द से जो चुद्ति हो" मैने कहा
"तुम भी तो दूसरों की बीवियों को चोद्ते हो" उसने मुझे उंगली दिखाते कहा
"मैं तो कुँवारा हूँ , कुंवारे लड़कों को यह सब करने की छूट रहती है" कहते हुए मैने उसके दोनो पैर उपर उठा दिए
"कुँवारी तो मेरी गेंड भी है" उसने कहा
"तो चोद दूं इसे?" मैने पूछा
वह कुछ ना बोली , वापस अपने चेहरे पर तकिया रख लिया और हँसने लगी
"वॅसलीन है?" उसने चुप्पी तोड़ते हुए कहा
"नही अमृतंज़न है , चलेगा तुमको ?"
"ना बाबा ना" उसने जीभ दाँत तले दबाते कहा "मेरी पोन्द जल जाएगी"
"क्यों गांद भी मरवानी है और जलवानी नही है?" मैने कहा "मेरा लॉडा भी तो जलेगा?"
'नहीं मेरी गीली गॅंड उसको जलने नही देगी" उसने कहा
"नहीं" मैने कहा
"हां मेरी गांद अगर मारनी है तो मेरी यही शर्त है" वह तुनक कर बोली "वॅसलीन ले आओ और मेरी पोन्द जी भर कर मार लो"
मैने ड्रावर खोला और हंस दिया .
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