RE: Antarvasna मैं तेरा आशिक़
मैं तेरा आशिक़--17
गतान्क से आगे………………………..
शॅक्स ने झटके बढ़ा दिए और उसके पसीने से भरे जिस्म को चूमना शुरू किया उसने जांघें अपने हाथ से दबाई और अब उसके दोनो अंडे लड़की की गांद से मिल रहे थे शक्स ने चूत में लंड को ज़ोर ज़ोर से अंदर दबाना जारी रखा और जोश में आकर उसके निपल्स को दबाता सुई को बेदर्दी से घुसाने की वजह से खून निकल जाता और लड़की तड़पने लगती खैर ऐसे ही ये खेल 12 मिनिट तक चला और उसने आख़िर में लंड को ज़ोर ज़ोर से रगड़ना शुरू किया और तभी वो ज़ोर से अकड़ा और उसकी चूत में झड़ने लगा उसने अपना सारा पानी चूत में ही उडेल डाला लड़की अब दर्द और सेक्स की वजह से बेहोश हो गयी थी शक्स ने मुस्कुराते हुए लंड को बाहर निकाला फॅक खून के साथ पानी भी निकलने लगा उसके लंड पर खून ही खून लगा हुआ था उसने नंगे ही अपने खड़े लंड को पोछा और हिलते हुए उसने अब अपना काम शुरू किया उसने प्लास लिया और उसके अंगूठे को पकरदा लड़की की आँखें धीरे धीरे खुलने लगी और अब उसकी आँखें बिल्कुल फट चुकी थी शक्स ने उसके अंघूते पर से उसका नाख़ून उखाड़ डाला प्लास से उसने ज़ोर लगाते हुए नाख़ून को आख़िर खैच ही डाला लड़की तड़पने लगी और अपने शरीर को छुड़ाने की कोशिश करने लगी अपने आपको बिस्तर पर सर दे मारती वो पागलो की तरह तड़प रही थी शक्स ने नाख़ून फैंक दिया उसके अंगूठे पर अब खून आ रहा था वो आगे बढ़ा और प्लास से उसके पाओ की उंगली पर प्लास को टाइट किया और अब लड़की पूर तरीके से समझ चुकी थी कि वो क्या चाहता है शक्स ने उसके पाओ को चूमा और फिर मुस्कुराते हुए उसने उंगली को झट से उसके पाओ से उखाड़ फैंका मुँह में चड्डी होने के बावजूद वो अब ख़ौफफफनाक चिल्ला रहीं थी उसकी आँखें बाहर निकल आई,,,,,ह्म्म्म्ममम बस बस हो गया…उसने उसे उंगली दिखाते हुए कहा और उसे फैंक दिया उसने उसके पाओ को देखा जहाँ उंगली की बजाए अब खून ही निकल रहा था उसने झट से ज़मीन पर बैठकर उस खून को चखा और फिर दोबारा
उसने वो ब्लेड उठाया और उसकी चूत को गहराई से देखने लगा जिसपर अब खून सूख चुका था और उसका पानी भी लड़की पसीने पसीने हो रहीं थी शॅक्स ने वो उस्तरा लिया और उसके दाने को दबोचने लगा लड़की चिल्ला चिल्ला कर अब काँप रहीं थी मुँह में चड्डी होने के बावजूद वो बहुत बेदर्दी से चिल्ला रहीं थी उसकी आँखें बड़ी होकर शक्स को घूर रहीं थी उसकाशरीर अब काँप रहा था शॅक्स ने उस्तरा लिया और उसके दाने को एक झटके में काट के उखाड़ डाला खचाआक्कक ज़ोर की आवाज़ के साथ ही लड़की अब पागलो की तरह उछलने लगी उसके हाथ पाओ के दबने से खून आने लगा था वो बहुत देर तक वैसे ही छटपटाती रहीं और उसके मुँह से ओउू अओऊउगगघह की आवाज़े निकल जाती उसकी चूत को बेदर्दी से उस्तरे से उसने काट डाला खचक क़हचाक उसकी चूत पूरी तरीके से खून से सरोबार थी अब वो बिल्कुल बेहोश हो चुकी थी उसने झट से लड़की के गालो पर हाथ फेरा और फिर उसके मुँह से चड्डी निकाल ली ना जाने उसने कितनी बार अपने होंठो को चबा लिया था उसके होंठो से खून निकल रहा था और उसका शरीर अब काँप रहा था यक़ीनन अब वो बचने के कगार में नही थी पर अब शक्स ने आगे बढ़कर वो छुरा उठा लिया और उसके जिस्म पर फेरने लगा लड़की की आँख खुलते ही वो दोबारा दर्द से तड़पने लगी शक्स ने उसकी जाँघ को पकड़ा और और उसने ज़ोर से छुरे को दबाते हुए उसकी रांघ को चौड़ा किया और कककच्छाककककककक छुरा उसके पेट को फाड़ता हुआ उसकी जाँघ को जिस्म से अलग कर गया अओर लड़की एकदम ज़ोर से चिल्लाई और फिर फिर अकड़ते हुए मर गयी उसकी आख़िरी चीख बेहद खौफनाक थी शक्स ने उसकी दूसरी जाँघ को वैसे काट डाला खून तो मानो उस रूम में कयि जगह टपक रहा था कमरा खून से भर गया और बाद उसने उसकी निपल्स को भी काट फैंका उसके जिस्म के हर एक अंग को काट डाला और बाद में उसके सर को भी एक झटके में काट डाला शक्स ने करीब 46 मिनिट में ही सारे शरीर को काट डाला था उसने चैन को हाथ पाओ जो कट चुके थे ऊनसे अलग किया और उसे एक काले पॉलयथीन में डाल दिया उसने उस बिस्तर पर लगी चादर को उठाया और उसे बाल्टी में डाल दिया उसके चेहरे पर कोई ख़ौफ़ नही था वो एक सनकी था वो गुनगुनाता हुआ कमरे के खून को सॉफ करने लगा और उसने सारा खून वहाँ से सॉफ कर लिया और झट से पोलिथीन को कार में लादकर कार में बैठा
सुबह 4 बजे जंगल से सटे हाइवे पर वो शक्स गुज़र रहा था जब उसकी नज़र एक शक्स पर पड़ी सूरज उस ठंडे इलाक़े में जल्दी नही निकलता था और शाम जैसी धुंधली रोशनी में कुछ सॉफ सॉफ नज़र भी नही आ रहा था कुछ देर तक वो शॅक्स उस काले पोलिथीन को जलाने लगा वो बंदा खड़े खड़े वो सब देख रहा था खैर कुछ देर बाद उस जगह से जले हुए माँस जैसी गंदी बदबू आने लगी और उस शक्स ने अपने चेहरे पर एक रुमाल ढक लिया और वो वही ठहरा रहा उसे ये ख़ौफ़ भी था कि अगर वो पास गया था तो शायद वो शक्स उसे भी मार डाले
कुछ देर तक आग जलती रहीं और उसके कम होते ही उस शक्स ने उसपे एक बार नज़र दौड़ाई और चुपचाप इधर उधर घूरते हुए अपनी कार में बैठा और कार को तेज़ रफ़्तार से वहाँ से निकाल ले गया वो बंदा वही पैड के पीछे छुपा रहा और फिर धीरे धीरे इधर उधर देखते हुए उस जगह की तरह आया जहाँ उस पोलिथीन को जलाया था वो बंदा आगे बढ़ ही रहा था कि उसकी बदबू को अब वो सह नही पाया और उसने रुमाल को कस्के अपने चेहरे पर बाँधा और उस काले पोलिथीन को देखने लगा जो अब बिल्कुल जल चुका था लेकिन जब उसकी नज़र उस जले हुए पोलिथीन के दूसरी तरफ पड़ी तो वो वही ठिठक गया उसकी आँखें बाहर आ गयी और वो वहाँ से भाग निकला उसने दोबारा पीछे मूड के भी नही देखा और जल्द ही वो शहेर की ओर भागने लगा
सुबह के 10 बज रहे थे और वहाँ कुछ भीड़ थी और न्यूज़ वाले भी आए हुए थे ए सी पी करण सिंग उस पोलिथीन में भरे ऊन कंकालो को देख रहा था उसने अपने रब्बर के दस्ताने पहने और एक हड्डी को हाथ मे लिया जो बिल्कुल काली पड़ चुकी थी और पूरी तरह से उसमें एक अज़ीब सी बदबू आ रहीं थी ए सी पी कारण सिंग ऊन हड्डियो को घूर रहा था तभी आस पास के कॉन्स्टेबल उसकी फोटो ले रहे थे ए सी पी कारण सिंग झट से उठा और पास में खड़े उस बंदे से पूछने लगा
ह्म्म्म तुम सुबह के 4 बजे यहाँ क्या कर रहे थे?...कारण ने आवाज़ को भारी बनाते हुए कहा
साह...साहेब मैं तो यहाँ से गुजर रहा था कि ये लाश देखी मैं दूसरे शहेर से आ रहा था मेरी कार खराब हो गयी थी मैं जंगल में पानी लेने गया था और जब पास आया तो एक काले रंग की कार से एक आदमी निकला और उसने इन पोलिथीन को जलाया पहले मैने सोचा कुछ और है पर जब देखा तो ये कंकाल थी मुझे बहुत अज़ीब लग रहा है साहेब ....शक्स डरते हुए बोलने लगा
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