RE: Antarvasna मैं तेरा आशिक़
डॉली सीधे पीछे की ओर भागती है राज उसके पीछे भागता है डॉली उधर से भागते हुए स्टील प्लांट में घुस जाती डॉली का नंगा जिस्म किसी को नज़र नही आया क्यूंकी वहाँ उस वक़्त कोई था ही नही डॉली भागते हुए उपर चढ़ जाती है राज भी भागते हुए अपने फटे कपड़ो को अपने जिस्म से अलग कर फैंक देता है और वो भी सीडिया चढ़ने लगता है आआआआहह डॉली डॉली सीडिया चढ़ते हुए जैसे भागकर सीधे नीचे देखती है वहाँ लावें जैसा फूट रहा रहा होता है डॉली पीछे मुड़ती है…..राज पीछे खड़ा होकर उसे देखता है..क्या हुआ जानेमन डर गयी क्या मुझसे मैने ही उन दोनो को मारा पता है सबकी जड़ तुम हो अब देखो ना तुम्हारे प्यार के चक्कर में मेरी आँख छीन ली तुम ने ज़ालिम
डॉली – पता है मैने एक कहवात सुनी है
आए ज़ालिम-ए-वफ़ा कभी इतना प्यार ना कर
आए ज़ालिम ए वफ़ा कभी इतना इंतेज़ार ना कर
दिल को चोट ना पहुचाने की भूल मत कर
आआआआआअहह……डॉली चीखते हुए उस हुक को राज के उपर फैंकती है वो घूमता हुआ वापिस डॉली के पास आता है डॉली झुक जाती है वो लटकता हुक वापिस इधर उधर घूमने लगता है ………..हाहहहाहा अच्छी शायरी मारी तुमने पर तुम्हारे जिगर में वो जज़्बा नही जो मुझे तुम्हे मारने से ना मिले……….डॉली तू भूल गया ज़ालिम कि इश्क़ फ़ना होता है और भगवान भी एक ना एक दिन तुझ जैसे दीवाने का फ़ैसला भी करता है…ओह अच्छा वो कैसे………डॉली एक झटके से मुस्कुराती है और वो हुक जो ना जाने कैसे निकलते हुए उसके सीने में घुस जाती है.खाकच………..आआआआआहह….राज की चीखों से भरते हुए उसके मुँह से खून निकलता है और वो वापिस घिसते हुए हुक में अटक कर लटक जाता है
राज डॉली कोदेखता है आआअहह आअहह आहह हाहहाहा मेरी जान मुझे तुझपे फक्र है अपनी ज़िंदगी से ज़्यादा तेरे हाथो से,,,,,,आहह मुझे मौत भी कबूल है आअहह आहह मेरी जान मुझे माफ़ कर….देना…….आआअहह ह्म्म्म्मम प्यार माँगा है तुम्हीससीई ययययी आआहह ना इनकार करो आआआहह आआआआहह पास बैठो आआअहह ज़रा इकरार करूऊऊऊऊ…………..आहह……राज की आँखे बंद हो जाती है और उसका जिस्म हुक से निकलते हुए सीधे रान्ग में गिर जाता है लावें में उसका जिस्म और हड्डी सब गल जाते है और डॉली वही बैठकर रोने लग जाती है
कुछ देर बाद डॉली वहाँ से वापिस बाहर निकल जाती है ठंड के कोहरे में वो अकेली होती है और तभी आज उसे ये आहेसास होता है कि आज वो अकेली है तो आज वो खुश है राज की मौत के बाद आज वो अब जाके एक बार मुस्कुराती है और वापिस रोते हुए पैदल चलने लगती है
डॉली का डर उसे फिरसे सताने लगता है और वो अब सहमी सहमी रहने लगती है डॉक्टर से उसका इलाज़ होता है साइकाटिस्ट उसे वापिस उसके माहौल में ढालने की कोशिश करते है पर लगता था कि मुस्कुराहट उसके चेहरे से गायब थी अब उसके चेहरे पर सिर्फ़ ख़ौफ़ और डर था दिन बीतने लगे और डॉली भी हालत के साथ झुझने लगी लोग उसे जानते थे जो भी उसके साथ हुआ उस नज़र से सब उसे देखते है जिसे देख डॉली को एक शरम महसूस होती लेकिन मा के कहने पर उसने हिम्मत जुटाई और वापिस अपनी ज़िंदगी को संभालना शुरू कर लिया डॉली की ज़िंदगी वापिस नॉर्मल होने लगी
उधर राज के सुराग में जुटते कॉम्सनर ने केस को राज की मौत होने के साथ ही क्लोज़ कर लिया और अब डॉली भी अपनी ज़िंदगी जीने लगी लेकिन दुख और दर्द के साथ उसे कार पिक कर लेती और एक छोटे बच्चे की तरह स्कूल से घर आ जाने वाली वो लड़की वो बन चुकी थी अब ऑफीस में भी उसे सब उस खा जाने वाली नज़रो से नही देखते थे सबको यकीन हो चला था कि डॉली अब टूट चुकी है हर कोई उसे हसाने की कोशिश करता था पर हसाने के बजाए उसे राज की हस्सी सुनाई देती थी
उधर कॉम्सनर के कॅबिन वो ऑफीसर घुसा उसने एक टाइट वर्दी पहेन रखी थी और सर पर टोपी लगा रखा था उसने रूम में एंटर करते ही एक सल्यूट ठोका….हेलो सर ए सी पी कारण सिंग ऑन ड्यूटी सर….कॉम्सनर के होंठो पर मुस्कुराहट छा गयी और उसने ए सी पी को देखकर मुस्कुराया….वेल डन माइ बॉय तुम कब आए…बस सर कुछ देर पहले…कारण चेर पर बैठता हुआ कहता है
कॉँमसीओनेर – ह्म्म्म देखके खुशी हुई कारण सिंग अब आप काम पर लग जाइए
सर आप टेन्षन में लग रहे है…..कारण ने कॉम्सनर को देखते हुए कहा
हां बेटा मेरी तक़लीफ़ सिर्फ़ डॉली शर्मा के लिए है पोलीस पर काला धब्बा बना डाला है उस कुत्ते ने जिसने उसके साथ बेदर्दी से टॉर्चर करा……कॉम्सनर ने सिगार के धुए को छल्ला बनाते हुए कहा
सर कौन डॉली शर्मा??.......कारण ने आँखो को गंभीर करते हुए कहा
ओह वेल फर्गेट इट अभी हमारे पास एक केस आया हुआ है तुम यहाँ नये आए हो इसलिए तुम्हारे साथ दो कॉन्स्टेबल और भेज रहा हू तुम वहाँ जाओ और यू शुड नाउ ऑन युवरसेल्फ
ओके सर….कारण सल्यूट करता हुआ उनके चेंबर से निकल जाता है
आआआआः आआआआआअहह आआआआआहह संबडी हेल्प समबड़ी प्लीज़ हेल्प आआआहह….वो लड़की चीखती और चिल्लाति है पर उसकी आवाज़ कोई नही सुनता वो एक क़मरे में बंद है और उसके हाथ पाओ बिस्तर के इरद गिर्द छाड़ों से लगे हुए है वो अपने हाथ पाओ मारने की कोशिश करती है पर चैन की ताक़त के आगे वो हार मान लेती है उसके हाथ पाओ में चैन की वजह से खून के लाल निशान पड़ जाते है और उसके आँखो से पानी काजल के साथ उतरता हुआ उसके गाल से बह निकलता है वो काली पैंटी में होती है और उसकी चुचि बिल्कुल खुली हुई है डर उसके चेहरे पर सॉफ नज़र आ रहा है और बार बार मदद की गुहार लगा रहीं है एक धीमी येल्लो लाइट लॅंप की रोशनी से आ रहीं है जिसमे मंज़र और भी खौफनाक नज़र आ रहा है
क्रमशः…………………………….
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