RE: Antarvasna मैं तेरा आशिक़
मैं तेरा आशिक़--8
गतान्क से आगे………………………..
राज ने पूरी टोकरी सुभास के शरीर पर फैंक दिया उससे निकलता हुआ एक एक साँप बाहर निकला ख़ौफ़ और डर सॉफ सुभास के चेहरे पर था पर वो कुछ बोल नही पा रहा था राज ने डॉली को अपने बाजुओ में जकड़ा और वहाँ से निकल गया डॉली सुभास की तरफ देखती हुए चिल्ला रही थी राज ने लाइट्स ऑफ कर दी और गेट बंद कर दिया सुभास चीखनें की कोशिश कर रहा था तभी एक साँप ने पास आकर अपने दाँत को निकाला और सीधे उसके शरीर पे गढ़ा दिए
सुभास – आआआआआआआअहह
एक ज़ोरदार चीख एक साथ सुभास की काफ़ी चीखें गूँज़ी एक ने उसके लंड पर दाँत गढ़ा दिये और सब उसके शरीर में काटने लगे कुछ चीखों के बाद सुभास काफ़ी देर तक वैसे चिल्लाता रहा डॉली को बाहर लाकर राज ने उसे अपनी पोलीस कार में बैठा दिया और पीछे मुड़कर सुभास की चीखे उस लकड़ी के घर से आ रही थी चीखों को सुनने वाला कोई नही था डॉली चिल्ला रही थी वो डर से उसका कलेजा काँप रहा था
राज ने कार स्टार्ट की और वहाँ से डॉली को ले गया
राज ने किशोर दा का गाना फिर से लगाया और उसको गुनगुनाते हुए जंगल के रास्तो में चल पड़ा डॉली उसे बेहद गौर से देख रही थी उसकी ये हैवानियत को देखकर डॉली जान चुकी थी कि वो काफ़ी ख़तरनाक है वो फिर से रोने लगी अपने मुँह पर हाथ रखकर राज ने कहा ओह हो मैने अपना शर्ट तो लाया ही नही शायद उस घर में छूट गया अब वो जगह सेफ नही है काफ़ी साँप है वहाँ पर छोड़ो जाने दो सबसे बड़ी बात तो ये है कि तुम मेरे पास हो मैने तुमको पा लिया हमेशा के लिए
डॉली पागलो की तरह हिल रही थी उसने जवाब दिया मुझे मारना मत मैं तुमसे डर गयी हू
राज ने पीछे मुड़कर कहा डर गयी क्यू अरे मैं तो ऐसे ही मज़ाक कर रहा था पर तुम्हारी अभी सज़ा कहाँ मांफ हुई है आओ सुबह होने में कुछ ही घंटे बचे है चलो घर चलके तुमसे प्यार करना है मैं काफ़ी थक गया हू ठंड काफ़ी है
डॉली – आख़िर तुम कैसे इंसान हो तुम्हे उसकी चीखे नही सुनाई दी कोई ऐसा इंसान कैसे हो सकता है जिसे पल भर का भी डर ना लगे
राज – क्यूंकी डर मैने काफ़ी पीछे छोड़ दिया है और आज तुम मेरे करीब हो यही मेरी सबसे बड़ी बात है
राज ने घर लाकर डॉली को बेड पे पटक दिया
डॉली – नही नही तुमने मुझे मना किया था कि तुम मुझे नुकसान नही पहुचाओगे
राज – कब कहा था मैने अरे कहा तो था पर प्यार में कोई नुकसान नही पहुचता तुम मेरी हो मुझे प्यार करो और आज तुम्हे मैं बताउन्गा कि तुम्हारा जिस्म सिर्फ़ और सिर्फ़ मेरा ही है समझी तुम सिर्फ़ मेरी हाहहहहा ह्म्म्म्मम प्यार माँगा है तुम्हिसे ना इनकार करो ओह ह्म्म्म्मममममम ह्म्म्म्ममममम म्म्म्मममह ह्म्म्म्मममममम
राज झट से डॉली के उपर चढ़ा और उसका वो नाइट्गाउन फाड़ डाला उसकी कछी को एक झट से खरॉच कर फैंक डाला और उसपर चढ़ कर अपने डंडे को उसकी चूत के बालो में फिराने लगा और चूत में डालने लगा डॉली ने कस्के बेड को अपने नाखुनो से दबा लिया डॉली रो रही थी मिन्नते करने का राज पे कोई फरक नही पड़ सकता था
राज ने सीधे लंड को अंदर घुस्साया और उसपर चढ़कर उसके होंठो को अपने होंठो से चूसने लगा डॉली की चीखीं निकल गयी और बाहर तक चीखे उसकी पहुचि डॉली को अब राज अपने लंड से तेज़ी से चोदने लगा था फछ फछ की आवाज़ें राज को पागल कर रही थी उसने अपनी उंगली अंदर डाली और दो बूँद पानी को निकाला जो लार बन कर अब भी डॉली की चूत से चिपकी हुई थी राज ने उसे बड़े प्यार से पी लिया एक एक बूँद चूस लिया था उसने तभी डॉली को उसने हर तरफ काटा उसको अपनी बाहो में जाकड़ कर नीचे से उसके कुल्हो में ज़ोरदार तीन चार झटके मारे उसकी दर्द से चीखें निकल रही थी पर शायद राज की आँखो में उसकी चीखो के लिए कोई दया नही थी
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