Hindi Sex Stories By raj sharma
07-19-2017, 10:46 AM,
RE: Hindi Sex Stories By raj sharma
दो कामुक सहेलियाँ-4


गतान्क से आगे………………

शिल्पा तेज़ी से घर की तरफ चल पड़ी. आसमान मे काले बदल आ चुके थे. किसी भी वक्त बारिश आ सकती थी. अभी वो घर से कुच्छ दूर थी कि बारिश ने आ घेरा और वो भीगने लगी, उसके कपड़े जिस्म से चिपक गये. वो तेज़ी से घर पहुँची. सोच रही थी कि नीता वहाँ होगी या नहीं. घर पर सिर्फ़ विनोद भैया थे. वो बाथरूम मे नहा रहे थे और बाथरूम मे पानी गिरने की आवाज़ आ रही थी. शिल्पा अपने रूम मे गयी और अपने गीले कपड़े उतारने लगी. उसने सलवार और फिर कमीज़ उतारी और टवल से अपने जिस्म को सुखाने लगी, उसके बालों से पानी टपक रहा था और वो उस वक्त ब्रा और पैंटी मे खड़ी थी जब बाथरूम का दरवाज़ा खुला और विनोद कमर पर टवल लपेटे बाहर निकला. शिल्पा की मांसल चुचि ब्रा ढकने मे कामयाब नहीं हो रही थी. उसकी टाइट पैंटी के बाहर शिल्पा के गोरे चुतड भीग कर चमक रहे थे.

भाई और बेहन की नज़रें मिली. नीता को चोद्ने के बाद विनोद का लंड शांत नहीं हुआ. उसके लंड की आग और भड़की हुई थी. अपनी सग़ी बेहन के लगभग नंगे जिस्म को देख कर विनोद के शरीर मे एक करेंट सा लगा. एक बार तो शिल्पा ने आँखें झुका ली. लेकिन उसको सॉफ दिखाई दिया कि विनोदा भैया के कमर पर लिपटे टवल मे कुच्छ हरकत हुई. जो नाग देवता दोपहर को नीता की बिल मे घुसे थे, फिर से सिर उठा रहे थे. झेम्प्ते हुए शिल्पा बोली,” भैया क्या देख रहे हो, मुझे शरम आ रही है. आप ने मुझे पहले कभी देखा नहीं है क्या?” विनोद भी झेंप गया और कमरे से बाहर चला गया.

अपने कमरे मे जा कर भी उसके मन से अपनी बेहन का भीगा बदन नहीं हट रहा था. शिल्पा का दूधिया बदन उसकी वासना को भड़का रहा था.विनोद की अंतरात्मा ने उसको कोसा,” साले विनोद, बेह्न्चोद, अपनी सग़ी बेहन की सहेली को चोद चुके हो और अब अपनी ही बेहन को वासना भरी नज़र से देख रहे हो! शरम आनी चाहिए तुझे! कई सोचती होगी शिल्पा?” विनोद ने लाख चाहा लेकिन शिल्पा के नंगे जिस्म की तस्वीर उसकी आँखों से नहीं हट रही थी. उसने रात के लिए निक्केर और टीशर्ट पहन ली और कमरे से बाहर निकला. तभी आकाश मे बिजली चमकी और बदल गरजे. उसी वक्त विनोद के मन मे शैतानी योजना ने जनम लिया.

शिल्पा का रूम बंद था. विनोद ने कीहोल से झाँका. शिल्पा कमरे के बीच बिल्कुल नंगी खड़ी हुई बिस्तर की तरफ झुकी हुई थी और उसकी मस्त गांद दरवाजे की तरफ थी. शिल्पा चादर पर हाथ फेर रही थी. उसके मस्त चुतडो के बीच उसकी गांद का छेद दिख रहा था. विनोद का लंड एक बार फिर मस्ती से खड़ा हो गया. तभी शिल्पा अलमारी की तरफ बढ़ी और एक पारदर्शी कुरती और ढीला सा पाजामा पहनने लगी. विनोद का दिल धक धक करने लगा जब उसने अपनी बेहन की फूली हुई चूत देखी. विनोद झट से दरवाज़े से हट गया और फ्रिड्ज से ठंडे कोक की बॉटल निकाल कर डाइनिंग रूम मे चला गया.

शैतानी प्लान जो उसके मन मे चल रहा था वो ये था कि कोक की बोत्तल मे उसने वोडका मिक्स कर डाली और दो ग्लास भर लिए. वो बिना अपनी बेहन को बताए वोड्का उसको पिला देगा. कोक की वजह से मीठा होने से शिल्पा को कुच्छ फरक नहीं पता चले गा और वोड्का के असर से शिल्पा पर मस्ती चढ़ जाएगी. इतनी सेक्सी बेहन को चोदे बिना आज की रात नहीं कटेगी. आज शैतानी भाई किसी भी कीमत पर अपनी बेहन को नहीं चोदेगा. आज की रात भाई बेहन के मिलन की रात होगी जिसको देख कर शैतान भी खुश हो जाएगा. बस अगर विनोद को नहीं पता था तो ये कि उसकी बेहन भी अपने भैया से चुदवाने की प्लान बना रही थी.

बारिश तेज़ हो चुकी थी. “भैया, देखो ना बारिश कितनी तेज़ है? मुझे तो डर लग रहा है. उफ्फ मुझे तो प्यास लगी हुई है” शिल्पा ने अंदर आते हुए कहा. “मैने तेरे लिए ये ड्रिंक बनाई है, शिल्पा” विनोद ने कहा और तभी उसकी नज़र अपनी बेहन के सीने पर चली गयी. शिल्पा के वक्ष-स्थल का उठान देख कर विनोद की साँस ऊपर की ऊपर रह गयी. शिल्पा की चुचि बहुत मस्त थी और चुचक बहुत नोकिले थे.” आओ बहना, मेरे पास बैठ जाओ” विनोद ने सोफे पर इशारा करते हुए कहा. शिल्पा चुतडो मटकती हुई भैया की बगल मे बैठ गयी.

“विनोद भैया, आज नीता आई थी क्या? उसकी मम्मी की तबीयत ठीक नहीं है शायद” शिल्पा ने ग्लास से घूँट भर कर पूछा. कोक के स्वाद मे कुच्छ कड़वापन था. वो समझ गयी कि कुच्छ गड़बड़ है. कहीं ऐसा तो नहीं की भैया मुझे पटाने की कोशिश मे हैं? चलो देखते हैं.” नीता, नहीं तो. तुझे नहीं मिली?” शिल्पा अपने भाई के झूठ से खुश हुई. यही झूठ आज उसको अपने भाई के लंड से चुदवाने मे हेल्प करेगा. एक ही घूँट मे उसने ग्लास खाली कर दिया और तभी उसके सिर मे कुच्छ होने लगा.” भैया मुझ से झूठ क्यो बोल रहे हो? मेरे बिस्तर पर मेरी सहेली को हम बिस्तर बनाया है आपने, मुझे पता है, मैने आपको देखा है अपनी इन आँखों से. बोलो सच है या नहीं?” शिल्पा ने अपना हाथ अपने भाई की नंगी जांघों पर रख कर पुछा.

विनोद ने अपना हाथ अपनी बेहन की मस्त चुचि पर रखा और बोला” शिल्पा, अगर सब देख ही चुकी हो तो पूछ क्यो रही हो? नीता मुझ से चुदने को मचल रही थी और मैं भी तो जवान मर्द हूँ. जवानी मे मर्द का लंड कुच्छ नहीं देखता, शिल्पा” कहते ही उसने अपनी बेहन की भारी भारी चुचि को मसल दिया,” औरत बेशक मर्द की बेहन की सहेली हो या उसकी बेहन ही क्यो ना हो” शिल्पा के मुँह से एक कामुक सिसकारी निकल गयी और उसका हाथ भी अपने आप विनोद के उठाते हुए लंड पर चला गया.” तो फिर बेहन को इतनी देर से क्यो नहीं चोदा, भैया? आपको अपनी बेहन की जवानी पर तरस क्यो नहीं आया? उस छिनाल नीता को मेरे ही बिस्तर पर क्यो चोदा आपने? भैया बताओ ना? तुम जानते हो कि आपके लंड पर मेरा अधिकार है, फिर नीता को क्यो चोदा आपने?”

विनोद को ये उम्मीद ना थी कि उसकी बेहन खुद ही चुदवाने के लिए तैयार हो जाएगी. वो सम्भल कर बोला,” इसी लिए तो मैं उसे तेरे बिस्तर पर ले कर गया था क्यो कि मैं अपनी बेहन को चोद्ना चाहता था, शिल्पा, मुझे डर था कि तू नाराज़ ना हो जाए. खैर अब मुझे पता चल गया है कि मेरी बेहन भी मेरे लंड से प्यार करती है तो तुझे ही चोदुन्गा, और किसी को नहीं” विनोद अपनी बेहन को चूमने लगा, उसकी चुचि को मसल्ने लगा और वासना भरी हरकत करने लगा. शराब और वासना का संगम अब शिल्पा के बदन मे आग लगा रहा था. उसने अपने भैया की निक्केर की ज़िप खोल डाली और लंड बाहर निकाल लिया.

“भैया, मुझे प्यार करते रहो….मेरी चूत को वैसे ही चोद्ना जैसे मेरी सहेली को चोदा था….इस बरसात की रात को कभी ना भुला देने वाली रात बना दो मेरे भाई…अपनी बेहन को चोद कर उसको अपना लो भैया!” शिल्पा बोल रही थी और विनोद अपनी किस्मत पर खुश हो रहा था. उसने एक ही झटके मे उसकी कुरती उतार डाली और शिल्पा की गोरी चुचि नंगी हो गयी. उसकी बेहन तो नीता से भी अधिक सेक्सी थी. आज तो उसकी लॉटरी निकल पड़ी थी, पहले नीता और अब उसकी सेक्सी बेहन शिल्पा चुदने के लिए मिन्नत कर रही थी. विनोद के हाथ अब शिल्पा का पाजामा खोलने लगे. वाह! शिल्पा ने नीचे पैंटी भी नहीं पहनी थी. शेव की हुई फूली हुई चूत देख कर विनोद मस्ती मे भर गया. उसका लंड निक्केर से बाहर आने के लिए तड़प रहा था.

“मेरी प्यारी बहना, अपने भाई का हथियार तो बाहर निकालो! मेरा लंड तेरे कोमल हाथों का स्पर्श महसूस करना चाहता है, मेरी निक्केर खोल कर मेरा लंड अपने हाथ मे ले लो मेरी बहना!” विनोद अब खुले शब्दों मे बोल रहा था और दोनो भाई बेहन लाज शरम छोड़ कर सेक्स की दुनिया मे उतर चुके थे. शिल्पा ने हाथ बढ़ा कर अपने भैया की निक्केर नीचे सरका डाली और भैया के काले लंड को हाथ मे ले कर उसको आगे पीच्छे करने लगी. उसके भैया का लंड सुरेश के लंड से काफ़ी मोटा और लंबा था. लंड एक गरम लोहे की रोड की तरह आकड़ा हुआ था और उसको स्पर्श करते ही शिल्पा उत्तेजना से काँप उठी.

शिल्पा की उंगलियाँ भैया के सुपाडे को स्पर्श करने लगी और उसने महसूस किया कि कुच्छ लंड रस का पानी उसके हाथ मे लग चुका था. एक हाथ से भैया के अंडकोष स्पर्श करते हुए शिल्पा ने अपने होंठ भैया के मस्त लंड पर रख दिए. विनोद ने अपने हाथ अपनी बहन के सिर के पीछे रखते हुए उसके बाल खोल दिए और अपनी कमर उचका कर मुँह चोदन करने लगा. शिल्पा की कोमल उंगलियाँ उसके अंडकोष से खेल रही थी और उसका रेशमी मुँह उसके लंड को चूसने लगा. शिल्पा ने ऐसा स्वाद कभी ना चखा था. वो उत्तेजित होती हुई अधिक से अधिक लंड को मूह मे लेने लगी और फिर सूपड़ा उसके कंठ से टकराने लगा. जब वो लंड को मुँह से बाहर निकलती तो “पच” की आवाज़ कमरे मे गूँज जाती.

विनोद का लंड अब मस्त से उच्छल रहा था लेकिन वो भी अपनी बेहन के ख़ज़ाने को स्पर्श करना चाहता था, चूमना चाहता था. विनोद ने शिल्पा की चुचि को मसल्ते हुए कहा” मेरी प्यारी बहना, अब मुझे भी अपनी चूत पर हाथ लगाने का मौका दो, इसका स्वाद चखने दो, चलो हम बिस्तर पर चलते हैं जहाँ हम जिस्मानी मिलन मे बँध जाएँ और हम भाई बेहन मे कोई फासला ना रहे” शिल्पा ने अपनी भैया का लंड चूसना बंद कर दिया और अपनी गुलाबी आँखों से अपने भैया को प्यार से निहारती हुई मुस्कुरा कर बोली,”भैया जब तुमको सब कुच्छ सौंपने का फ़ैसला कर लिया है तो मुझे जहाँ चाहो ले चलो. अब से तेरी बहना सिर्फ़ तेरी है. जो चाहो कर लो और जो चाहो करवा लो अपनी बेहन से”

नग्न अवस्था मे दोनो भाई और बेहन बिस्तर की तरफ बढ़ गये. विनोद पीछे था और अपनी बेहन की मस्त गांद को ठुमक ठुमक करते हुए देख कर मस्ती से भर गया.”एक दिन शिल्पा की गांद ज़रूर चोदुन्गा” उसने मन ही मन अपने आप से कहा. पलंग पर जा कर शिल्पा बैठ गयी और विनोद उसके साथ चिपक कर उसको चूमने लगा. विनोद को अपनी बेहन के होंठों से अपने लंड का स्वाद आ रहा था. भाई ने बहना को बिस्तर पर लिटाया और उसकी टाँगों को फैलाते हुए अपनी सग़ी बेहन की चूत पर अपने होंठ जमा दिए.

शिल्पा की चूत मक्खन जैसी मुलायम थी लेकिन उसमे से एक आग की गरमी निकल रही थी. विनोद के तपते होंठ अपनी बेहन की की चूत के आस पास घूमने लगे और उसकी ज़ुबान चूत के होंठों को चूमने लगी. भाई की गरम साँसें बेहन की चूत को भड़का रही थी और प्यासी चूत ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया.” ओह..भैयाआ…तुम ने कैसी आग लगा दी है मेरे जिस्म मे…मेरी चूत फड़ फाडा रही है…ऊओह मेरे भाई…सम्भालो मुझे….मेरी आग शांत कर दो मेरे भैया…मैं मर जाऊगी मेरे भैया…आअहह….भगवाआअँ…मत तड्पाओ भैयाआआ!!!” विनोद अपनी ज़ुबान को शिल्पा की चूत मे घुस चुका था और शिल्पा अपने चुतडो ऊपर उठा रही थी ता कि अपने भाई की ज़ुबान को आसानी से अपनी चूत मे समा ले.

क्रमशः……………………….
Reply


Messages In This Thread
Hindi Sex Stories By raj sharma - by sexstories - 07-17-2017, 12:39 PM
RE: Hindi Sex Stories By raj sharma - by sexstories - 07-19-2017, 10:46 AM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,523,301 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 546,872 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,241,370 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 938,411 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,666,736 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,092,108 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,969,824 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,117,677 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,055,672 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 287,022 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 12 Guest(s)