RE: Desi Chudai Kahani बुझाए ना बुझे ये प्यास
इस तरह यश के देखने से महक फिर गरमा गयी.... जब उसका पति
का ध्यान कहीं और होता तो जाब बुझ कर महक यश एक सामने झुकती
जिससे उसे उसकी चुचियों के बीच की दरार का नज़ारा मिल जाता.
महक की चूत मे खलबली मचने लगी.. वहीं यश भी उत्तेजित हो
रहा था.. वो बार बार अपने लंड को पॅंट के उपर से ठीक करता....
महक को यश के साथ खेलने मे मज़ा आने लगा.. तभी उसके पति ने
कहा की वो टाय्लेट हो कर आता है.
जब अजय ने बेडरूम मे जाकर दरवाज़ा बंद कर लिया तो महक ने यश
के साथ और खेलने का मन मना लिया.. उसने अचानक उससे कहा, "तुम्हे
मेरी चुचियाँ अछी लग रही है ना?"
यश तो चौंक पड़ा उसे उमीद नही थी की उसके सीनियर की बीवी उससे
ऐसा पूछेगी.. "क्या कहा आपने
"और क्या जब से तुम आए हो मेरी चुचियों को ही घूर रहे हो."
महक ने कहा.
यश समझ गया की उसकी चोरी पकड़ी गयी है, "माफ़ करना मुझे
म्र्स सहगल.... आप अजय सर से कुछ मत कहिएगा.. मुझे इस नौकरी
की सख़्त ज़रूरत है."
महक को लगा की एक बकरा उसके हाथ लग गया है.. उसकी चूत सिर्फ़
ख्याल से गीली होने लगी... वो इस लड़के को बहका अपने काबू मे
करना चाहती थी.. उसने अपने ब्लाउस के उपरी दो बटन खोल दिए...
अब यश को उसकी आधी नंगी चुचियोआ दीखाई देने लगी.
"अब अछी तरह दीख रही है ना.. पसंद है?" महक ने पूछा.
यश हैरत भरी नज़रों से उसकी ब्रा मे क़ैद उसकी चुछिईईओं को
देखने लगा... चुचियों के बीच की घाटी सॉफ दीख रही थी साथ
ही उसके निपल का उभार भी नज़र आ रहा था... "हां बहोत अछी
है." उसने जवाब दिया.
"और तुम्हे पता है की मेने स्कर्ट के नीचे पनटी भी नही पहन
रखी है.. " कहकर महक ने अपने शरीर को इस तरह झटका दिया की
उसकी दोनो चुचियाँ हिल पड़ी.
महक की इन हरकतों से यश का लंड इस कदर खड़ा हो गया की उसे
हाथ नीचे ले जाकर उसे पॅंट मे ठीक करना पड़ा.
"मुझे टेबल पर खाना लगाना है." महक अपने ब्लाउस के बटन बंद
कर वहाँ से चली गयी.
अजय सहगल जब वापस हॉल मे आया तब भी यश अपने लंड को पॅंट के
उपर से ठीक कर रहा था.. अजय को देखते ही उसने अपना हाथ अपनी
पॅंट से हटा लिया.... तभी महक ने उन्हे आवाज़ देकर खाने के लिए
बुलाया.
यश वहाँ से हाथ धोने के बहाने बाथरूम मे गया और अपने लंड को
पॅंट के अंदर अछी तरह कर वापस आ गया. जब वो वापस आया तो
उसका लंड थोड़ा ढीला पड़ गया लेकिन थी फिर भी उसका उभार महक
की नज़रों से छुपा नही रह सका.
डांनिंग टेबल पर यश ठीक महक के सामने वाली कुर्सी पर बैठा
था... टेबल इतनी चौड़ी नही थी... इसलिए एक बार फिर महक ने
उसके साथ खेलने को सोची.
महक यश से इधर उधर के सवाल कर अपने पावं को उसके पेरो के पास
से अंदर डाल दिया... उसका पैर ज़्यादा उपर तक नही जा पाया लेकिन
उसकी इस हरकत से यश का लंड फिर तन कर खड़ा हो गया... महक
देख रही थी को वो कुछ ज़्यादा बैचेन होता जा रहा है.. उसने
फिर अपने पैरों को उसकी पॅंट के उपर बढ़ाना शुरू किया.. जब उसका
पैर उसकी लंड के नीचले हिस्से से छुआ तो उसने अंगूठे की नोक से
वहाँ दबा दिया. फिर महक अपने पैरों के अंगूठे से उसके लंड को
लंबाई नापने लगी. यश और उत्तेजित होने लगा.
तभी महक के पति ने यश से पूछा.. "तुम्हारे और क्या क्या शौक
है यश?"
तभी महक बीच मे बोल पड़ी.. "तुम मूवीस तो देखते होगे ना?"
कहकर उसने अपने उंगुठे को ज़ोर से उसके लंड पर गाड़ा दिया.
"हां देखता हूँ?" यश ने बड़ी मुश्किल से जवाब दिया..
इसी तरह खाने के दौरान महक अपने पैरों से यश को छेड़ती रही
और कहलती रही. इस छेड़ छाड़ से वो खुद उत्तेजित हो रही थी.
खाना ख़तम कर तीनो वापस हॉल मे आ गये और महक की बनाई ड्रिंक
सीप करने लगे... इस बार महक ठीक यश के सामने बैठ गयी और
उसे हर ढंग से चीढ़ाने लगी.. वो अपने होठों पर अपनी जीब फेरती
तो कभी उसे आँख मार देती... तो कभी अपनी एक टाँग को दूसरी टाँग
पर चढ़ा उसे अपनी चूत की झलक दीखा देती... वो ठीक किसी
छीनाल की तरह हरकत कर रही थी और बेचारा यश बड़ी मुश्किल से
अपनी उत्तेजना को छुपा पा रहा था.
रात होने पर महक और उसके पति यश को छोड़ने दरवाज़े तक
आए.... महक जान बुझ कर थोड़ा पीछे रह गयी... यश के आगे
होते ही महक ने उसकी गॅंड को अपनी मुति मे भर लिया. और जोरों से
मसल दिया.. "तुमसे मिलकर बहोट ख़ुसी हुई यश." उसने इतना कहकर
उसकी गॅंड चोद दी.
"मुझे भी बहोत खुशी हुई म्र्स सहगल." यश ने जवाब दिया.
"अब अजनबी मत बने रहना." महक इतना कह अपना हाथ हिला उसे गुड
बाइ कह दिया.
दरवाज़ा बंद कर दोनो पति पत्नी अपने बेडरूम मे आ गये.. अजय
सहगल अपने अपनी पत्नी को गुड नाइट कह सोने लगा.. महक ने अपने
कपड़े बदले और एक नाइट गाउन पहन वापस हॉल मे आकर टीवी देखने
लगी. थोडी देर बाद जब उसे नींद आने लगी तो वो वहीं पर सो गयी.
अगले दिन रात को क्लब की महिलाओं ने मिलकर एक प्रोग्राम आयोजित
किया जिसे महक और उसके पति दोनो अटेंड करने वाले थे... महक
काम मे हाथ बटाने के हिस्सब से पहले क्लब चली गयी... वो अभी
भी यश के साथ की छेड़ छाड़ की वजह से थोड़ी उत्तेजित से थी.. उसे
खुशी थी की वहाँ उसे रजनी से मिलने का मौका मिलेगा.
क्लब मे उसका पति साथ मे रहेगा इसलिए वो कल शाम की तरह तय्यार
हुई.. लंबी स्कर्ट उस पर वैसा ही टाइट ब्लाउस और उसके अंदर लाल
रंग की ब्रा.. आज भी उसने स्कर्ट के नीचे पनटी नही पहनी.
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